नोएडा, 23 अप्रैल 2025– एमबीडी ग्रुप के प्रमुख एडटेक प्लेटफॉर्मAASOKAने ₹100 करोड़ का आकड़ा पार करते हुए K-12वीं तक की शिक्षा में अपनी सशक्त मौजूदगी दर्ज कराई। इसऐतिहासिकउपलब्धि की घोषणा नोएडा स्थित रैडिसन ब्लू एमबीडी होटल में आयोजित एक मीडिया राउंडटेबलकॉफ्रेंसके दौरान की गई,जिसमें एमबीडी ग्रुप की चेयरपर्सनश्रीमती सतीश बाला मल्होत्रा, प्रबंध निदेशिकासुश्री मोनिका मल्होत्रा कंधारी, संयुक्त प्रबंध निदेशिका सुश्री सोनिका मल्होत्रा कंधारीऔरAASOKA के CEO श्री प्रवीन सिंहमौजूद रहे।
इस अवसर परAASOKAकी प्रेरणादायक यात्रा को साझा किया गया — 2022 में 300 स्कूलों और ₹10 करोड़ की आय से शुरुआत करके, अब 4,000 से अधिक स्कूलों के साथ साझेदारी करके, 9.5लाख विद्यार्थियों और 80,000शिक्षकों को सशक्त बनाकरकेवल चार वर्षों में ₹100 करोड़ तक पहुँचनाइस पहल की गंभीरता और तत्परता को दर्शाता है।एक मिशन के रूप में शुरू हुआ यह अभियान अब एक आंदोलन बन चुका है।AASOKAकश्मीर से कन्याकुमारी और कच्छ से अरुणाचल तक अब भारत के हर कोने में अपनी पहुँच बना चुका है। इसके साथ ही यह अब मिडिल ईस्ट और दक्षिण अफ्रीका जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी जड़ें जमारहा है। AASOKA नेअगलेतीनवर्षोंमें 20,000 स्कूलोंकोअपनेसाथजोड़नेकासंकल्प लिया है।
इस सफलता के केंद्र में हैनवाचार, दृढ़ उद्देश्य, औरसमावेशिताका मेल। AASOKA केवल तकनीक को कक्षा में लाने का कार्य ही नहीं कर रहा है, अपितु यह बच्चों के सीखने के अनुभव को नए आयाम दे रहा है।AASOKA WizKidsजैसे टूल्स बच्चों मेंकम उम्र से हीजिज्ञासा को जन्म दे रहे हैं, और उन्हें बिना स्क्रीन के साक्षरता, गणित, और कोडिंग जैसे मूलभूत कौशल सिखा रहे हैं।स्क्रीनलेस कोडिंग बॉटऔरटैक्टाइल लर्निंग किट्सबच्चों के लिए सीखने को सहज और आनंददायक बनाते हैं।
AASOKA AI STEAM Labएक आश्चर्यजनक प्लेटफार्महै,जहाँआठ वर्ष और उससे अधिक आयु के छात्र रोबोटिक्स, 3D डिज़ाइन,और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में पढ़ते और समझते हैं।यह अपने पाठ्यक्रम के अनुरूप प्रैक्टिकलकिट्स के माध्यम से बच्चों में अन्वेषण करने औररचनात्मककौशल को भी बढ़ावा देता है।यह प्रयोगात्मक लर्निंग छात्रों को सिर्फ परीक्षा ही नहीं, भविष्य के लिए भी तैयार करती है।
AASOKA WizKidsअबअफ्रीका और मिडिल ईस्ट के स्कूलों की कक्षाओं में भी अपनी पहुँच बना रहा है।यह प्लेटफ़ॉर्म एक ऐसी दुनिया बनाने की दिशा में अपने कदम बढ़ा रहा है,जहाँ हर बच्चे को बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने का अधिकार है,चाहे वे कहीं भी रहतेहों।
AASOKA की सबसे बड़ी ताकत है इसकासमग्र औरमानव-केंद्रित दृष्टिकोण। एक डिजिटल टूल से कहीं बढ़कर यह एक संपूर्णलर्निंग ईकोसिस्टमहै। NEP 2020, NCF-FS और NCF-SE फ़्रेमवर्क को एकीकृत करके और CBSE, ICSE एवं विभिन्न राज्य बोर्डोंका समर्थन करकेAASOKAयह सुनिश्चित करता है कि कोई भी बच्चा पीछे न छूटे।
शिक्षकों को तैयार पाठ योजनाएँ और प्रशिक्षण कार्यक्रम मिलते हैं, जिससे उन्हें आत्मविश्वास के साथ डिजिटल निर्देशों को अपनाने में मदद मिलती है। छात्र प्रोजेक्ट आधारित और मल्टीमीडिया युक्त सामग्री से जुड़ते हैं। स्कूल लीडर्स को संचालन में सहूलियत मिलती है और अभिभावकों को रियल टाइम अपडेट्स मिलते हैं।
चेयरपर्सन श्रीमती सतीश बाला मल्होत्राने कहा,
“AASOKA हमारे संस्थापक श्री अशोक कुमार मल्होत्रा की सोच को समर्पित है, जिनका विश्वास था कि शिक्षा में परिवर्तन की शक्ति है। उन्होंने जीवन भर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए काम किया और वही प्रेरणा हमारे हर कदम में शामिल है।AASOKA के साथ, हम छात्रों और शिक्षकों दोनों को सशक्तबनाने वाले योग्य शिक्षण अनुभव प्रदान करके उनकी विरासत को आगे बढ़ाने हेतु प्रयासरत हैं।"
प्रबंध निदेशिकासुश्री मोनिका मल्होत्रा कंधारीने कहा,
“AASOKA एक सहज, ऑल-इन-वन समाधान है जो स्कूलों की ज़रूरतों को समझकर हर स्तर पर उन्हें समर्थन देता है। इसके AI-enabledअसेसमेंट्स और इंटरेक्टिव टूल्स विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों सभी को साथ लेकर चलते हैं। AASOKAकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसे हर स्कूल की आवश्यकता के अनुसार पूर्णतः कस्टमाइज़ किया जा सकता है।AASOKA यह सुनिश्चित करता है कि हर सीखने का अनुभव छात्रों और शिक्षकों कीविशिष्ट ज़रूरतोंको पूरा करने के लिए तैयार किया गया हो।"
संयुक्त प्रबंध निदेशिकासुश्री सोनिका मल्होत्रा कंधारीने कहा,
“AASOKA शिक्षा को अधिक सुलभ, दिलचस्प और भविष्य के अनुकूल बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह वही सोच है जो हमारे हॉस्पिटैलिटी और रिटेल सेक्टर्स में भी झलकती है यानी लोगों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव छोड़ने की।एमबीडी ग्रुप में, हमारा एकीकृत दृष्टिकोण उद्देश्य-संचालित प्रगति के माध्यम से कक्षाओं, अतिथि अनुभवों और रोज़मर्रा की बातचीत में भी लोगों के जीवन को सशक्त बनाना है।"
AASOKA के सीईओ श्री प्रवीनसिंहने कहा,
“हमने AASOKA को केवल एक कंटेंट प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि एक संपूर्ण लर्निंग ईकोसिस्टम के रूप में तैयार किया है। जो भी समस्या हम हल करते हैं — चाहे वह लर्निंग गैप हो, क्लासरूम एंगेजमेंट हो या स्कूल मैनेजमेंट — वह शिक्षकों की बात सुनकर शुरू होती है। हम जब नए क्षेत्रों में विस्तार करते हैं, तो हमारा उद्देश्य सिर्फ संख्याओं में आगे बढ़ना नहीं, बल्कि हर विद्यार्थी, शिक्षक और स्कूल के लिए सार्थक परिणाम लाना होता है।”
इस प्रेरणादायक राउंडटेबल कांफ्रेंस का समापन एक खुली चर्चा और नेटवर्किंग लंच के साथ हुआ, जिसमें शिक्षा के भविष्य और इसे आकार देने में एडटेक की महत्वपूर्ण भूमिका पर शिक्षाविदों, मीडिया प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों ने अपने विचार साझा किए।