छत्तीसगढ़
चिरायु : आंगनबाड़ी का विजिट कर बच्चों का किया जा रहा स्वास्थ्य परीक्षण
19 से 21 सितंबर तक चिरायु टीम विभिन्न स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों में देंगे अपनी सेवाएं
कोरबा। चिरायु योजना (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के तहत 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों में जन्मजात हृदय रोग, मोतियाबिन्द, कटे-फटे होठ, टेढ़े-मेड़े हाथ पैर सहित 44 गंभीर बिमारियों के इलाज शासन द्वारा कराया जाता है। कोरबा जिले में चिरायु की 12 टीमें कार्य कर रही है। जिनके द्वारा जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों और स्कूल में जाकर अध्ययनरत बच्चों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है एवं गंभीर बिमारियों से ग्रसित बच्चों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग का चिरायु दल बच्चों की स्क्रीनिग कर शासन को रिपोर्ट भेजते है। समय रहते उपचार से मरीज की स्थिती और अधिक नहीं बिगड़ती और साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को इलाज और जॉंच में अधिक व्यय नहीं करना पड़ता है। कलेक्टर अजीत वसंत एवं सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी ने उपरोक्त बीमारियो से ग्रसित बच्चों के अभिभावकों से अपील किए है कि वे अपने बच्चों को दिनांक 19 से 21 सितंबर 2024 तक स्कूल एवं ऑंगबाड़ी केन्द्र अवश्य भेजें जिससे उनकी जाँच की जा सके। विकासखण्ड कटघोरा में निर्धारित चिरायु की पहली टीम द्वारा 19 सितंबर को प्राथमिक ष्शाला कुम्गरी, सेमिपाली, भाटापारा, प्राथमिक शाला मोहरियामुड़ा, बुंदेली, चाकाबुड़ा, दुल्हिकछार, 20 सितंबर को सुमेधा, 21 सितंबर को केंदईखार, आगारखार, भेलवाटार, रंजना में, कोरबा विकासखण्ड अंतर्गत चिरायु की टीम द्वारा 19 सितंबर को चाकामार, चचिया, रामपुर, 20 सितंबर को गेरवानी, नवापारा, चचिया, तुलसीनगर, 21 सितंबर को करूमौहा, सर्वमंगलापारा में शिविर लगाया जाएगा। इसी तरह करतला ब्लॉक में 19 सितंबर को पुरेना, सीधापाठ, 20 सितंबर को ठिठोली, भैंसामुड़ा, 21 सितंबर को दादरकला, टोन्डा, पोड़ीउपरोड़ा ब्लॉक अंतर्गत 20 सितंबर को सेन्हा, पनरामा, जूनापारा, केतमा, लैंगी, 21 सितंबर को कोदवारिया, बघनाखापारा, बेल्हिया, धाजक, बोटोपाल, सागबड़ी, लैंगी, पाली ब्लॉक अंतर्गत 19 सितंबर प्राथमिक शाला तालाबपारा, भेवाडोंगरी, फुलवारीपारा, 20 सितंबर को लैनपारा, सरगबुंदिया, शिवपुर, बोडालपारा, 21 सितंबर को पोड़ी, चोढ़ा, बैगाधनुआर पारा, चोढ़ा के प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला में शिविर लगाया जाएगा।
शपथ पत्र एवं स्टाफ की जानकारी प्रस्तुत करें पैथोलॉजी संचालक
कोरबा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी निजी पैथोलॉजी लैब/माइनर लैब/कलेक्शन सेंटर में सेवा देने वाले पैथोलॉजिस्ट, मेडिकल ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ की शैक्षणिक योग्यता, रजिस्ट्रेशन एवं संस्था में सेवा देने व समय के संबंध में शपथ पत्र संबंधित दस्तावेज तीन दिवस के भीतर कार्यालय में प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ ही आवारा गौवंश का सहारा बने गाड़ाडीह के किसान रमनलाल साहू
सफलता की कहानी
धमतरी। आज के इस आधुनिक दौर में वैसे तो खेती किसानों के काम को उतना महत्व नहीं दिया जाता है, जितना की सरकारी या किसी अन्य नौकरी को दिया। पुराने समय में बुजुर्गो का मानना था, कि नौकरी करोगे तो जीवन भर नौकर ही बन जाओगे। इसलिए पुराने लोग नौकरी को कम और स्वयं के व्यवसाय को अधिक महत्व देते थे। ऐसी ही कहानी धमतरी जिले के ग्राम गाड़ाडीह निवासी प्रगतिशील किसान रमनलाल साहू की। जिन्होंने परम्परागत खेती को पीछे छोड़ आधुनिक खेती को अपनाया है। जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए जल एवं पर्यवरण संरक्षण की दिशा में भी सराहनीय काम किया है।
प्रगतिशील किसान श्री साहू बताते हैं कि वे बीते 8 सालों से धान की जैविक खेती कर रहे हैं और जल संरक्षण की दिशा में रबी सीजन में दलहन-तिलहन की फसल ले रहे हैं। इससे जमीन की उर्वरकता तो बढ़ी ही है, साथ ही फसल भी बढ़ी है। उन्होंने बताया कि उनके पास 3 एकड़ से अधिक कृषि भूमि है, जिसमें खरीफ सीजन में धान और रबी सीजन में दलहन-तिलहन की फसल लेते हैं।
श्री साहू बताते है कि किसान होने के साथ-साथ पशु मित्र भी है, उन्होंने गली-मोहल्लों में आवारा घूमने वाले गौवंश को सहारा देने के उद्देश्य से अपने खेत समीप 25 डिस्मिल क्षेत्र में गौठान तैयार किया है। इन गौवंश से प्राप्त होने वाले गोबर का उपयोग जैविक खेती करने में कर रहे हैं। वहीं दूध बेचकर हर माह 9 हजार रूपये की शुद्ध आमदनी प्राप्त कर रहे हैं। श्री साहू ने यह भी बताया कि उन्होंने खेत में छोटा सा तालाब बनाया है, जिससे गौवंश के लिए पानी की व्यवस्था की है, वहीं क्रेडा की ओर से सोलर पैनल भी लगवाया है। इसके साथ ही गोबर गैस संयंत्र लगाकर गौवंश के लिए दाना-पानी उबालते हैं।
रमनलाल साहू रासायनिक खेती के दुष्परिणामों के बारे में अन्य किसानों को अवगत कराते हुए जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। साथ ही अपने गौशाला से उत्पादित गोबर, गौ मूत्र को अपने खेतों में उपयोग करते हुए जहरमुक्त अन्न की पैदावार कर उपभोक्ताओं तक पहुंचाने की व्यवस्था करते हैं। जैविक खेती को बढ़ावा देने के श्री साहू को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने अभी हाल ही में सम्मानित भी किया है।
डेंगू के प्रति जागरूकता बढ़ाने प्रचार-प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
कोरबा। बारिश के मौसम में जिले में मौसमी बीमारियों में पाँव पसार लिया है। शहरी क्षेत्र में जागरूकता की कमी के कारण डेंगू के लगातार केस मिल रहे हैं। डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 19 सितंबर को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. एन. केशरी के द्वारा डेंगू जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। कलेक्टर अजीत वसंत एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एस. एन. केशरी ने जिले के नागरिकों से अपील किये है कि उपरोक्त सावधानी बरतकर अपने को डेंगू बीमारी से सुरक्षित रख सकते है।
डेंगू बुखार के उपसेक्स लक्षण आने पर चिकित्सक की सलाह से दवाइयों का सेवन करें। इस प्रचार-प्रसार रथ के द्वारा शहरी क्षेत्रों में घूम-घूम कर डेंगू बीमारी के संबंध में लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. कुमार पुष्पेश, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री पद्माकर शिंदे, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक ज्योत्सना ग्वाल तथा अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।
डीपीओ ने किया वजन त्यौहार का सत्यापन
कोरबा। जिले में मंगलवार को हरदीबाजार परियोजनांतर्गत रैनपुर एवं तिवरता आंगनबाड़ी केन्द्र में वजन त्यौहार का आयोजन किया गया। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी ने उक्त केंद्र का निरीक्षण कर बच्चों के वजन का सत्यापन किया साथ ही पालकों को वृद्धि निगरानी कार्ड प्रदान किया। उक्त कार्यक्रम में जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा बच्चों के खानपान में विशेष ध्यान देने, उनके शारीरिक विकास हेतु आहार में पोषण तत्वों से युक्त भोजन शामिल करने हरी पत्तेदार सब्जियां, शामिल करने की जानकारी दी गई। गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं किशोरी बालिकाओं को भी अपने खानपान में संतुलित आहार शामिल करने हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही स्वच्छता के संबंध में जागरूक किया गया। आंगनबाड़ी केन्द्र अंर्तगत उपस्थित कार्यकर्ताओं से पोषण माह अंतर्गत की गई गतिविधियों की जानकारी ली गई। समस्त कार्यकर्ताओं को वजन की ऑनलाईन एंट्री सही रूप से करने हेतु निर्देशित किया गया।
शासन की योजनाओं का लाभ लेकर संतोषी बनी लखपति
सफलता की कहानी
धमतरी । शासन द्वारा महिलाओं के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। इन्हीं में से एक ही लखपति दीदी। एक ऐसी योजना, जिसमे सुनहरे भविष्य की उम्मीद और बेबस, लाचार महिलाओं के साथ-साथ अपने जरूरी खर्चों के लिए पैसों की मोहताज महिलाओं की खुशियां ही नहीं छिपी है। पोटियाडीह की लखपति दीदी संतोषी हिरवानी खुश होकर बतातीं हैं कि उन्हें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी का मोहताज होने की जरूरत नहीं है। वे कहतीं हैं कि बिहान के तहत वे लखपति दीदी हैं। इसके साथ ही कृषि मित्र भी हैं। इसके तहत वे लोगों को जैविक खाद तैयार करना और इससे खेती करने की सलाह देतीं हैं, इसके साथ ही उन्हें जैविक तरह से कृषि दवाई बिक्री करने में एक से दो हजार की आय प्रतिमाह प्राप्त होती है।
संतोषी हिरवानी ने बताया कि उसे शासन की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना का लाभ भी मिल रहा है। इन खुशियों के पीछे आर्थिक सशक्तिकरण का वह आधार भी है, जो कि महतारी वंदन जैसी योजना के बलबूते छत्तीसगढ़ की गरीब महिलाओं में आत्मनिर्भरता की नींव धीरे-धीरे मजबूत करती जा रही है। महज 7 महीनों में ही विष्णु सरकार की इस महतारी वंदन योजना ने छत्तीसगढ़ की न सिर्फ महिलाओं में अपितु घर-परिवार में भी खुशियों की वह मिठास घोल दी है, जिसका परिवर्तन उनके जीवनशैली में भी बखूबी नजर आने लगा है। आर्थिक रूप से सशक्तिकरण ने परिवार के बीच रिश्तों की गाँठ को और भी मजबूती से बाँधना शुरू कर दिया है। इस योजना से महिलाओं का सम्मान भी बढ़ा है।
इसके अलावा संतोषी चिकन सेंटर का संचालन कर रहीं हैं, जिससे उन्हें 6 से 7 हजार रूपये तक की आमदनी हो रही है। साथ ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी भी करतीं हैं। साथ ही मनरेगा के तहत बने मुर्गी शेड में मुर्गियों का पालन करतीं हैं। वे बताती हैं कि इन सभी कामों से उसे साल में एक लाख रूपये से अधिक की आमदनी होती है। इन सभी से मिले आमदनी का उपयोग वे अपने दोनों बच्चों को अच्छी सी अच्छी शिक्षा में देने के लिए करेंगी। श्रीमती संतोषी ने अपने जीवन में आये इस सुधार के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया है।
दंत चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती
अनंतिम मेरिट सूची प्रकाशन सूचना
कोरबा। खनिज न्यास मद से दंत चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती हेतु विज्ञापित पद पर प्राप्त आवेदन के आधार पर स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट एवं ड्रेसर पद की पात्र /अपात्र की सूची कार्यालयीन सूचना पटल पर चस्पा तथा कोरबा जिले के शासकीय वेबसाईट www.korba.gov.in मे सर्व संबंधितों के अवलोकनार्थ एवं दावा आपत्ति हेतु अपलोड़ कर दिया गया है।
कार्यालयीन सूचना क्रमांक/ डी.एम.एफ./2024/8983, कोरबा, दिनांक 28.08.2024 के द्वारा दंत चिकित्सक, फिडिंग डिमोंस्ट्रेटर, रेडियोग्राफर एवं मेडिकल लैब टेक्नोलॉजिस्ट के पद की पात्र/अपात्र सूची प्रकाशन कर दिनांक 03.09.2024 को शायं 5ः00 बजे तक दावा आपत्ति आमंत्रित की गई थी। दावा आपत्ति निराकरण पश्चात् दावा अपत्ति निराकरण सूची एवं अनंतिम मेरिट सूची कार्यालयीन सूचना पटल पर चस्पा तथा कोरबा जिले के शासकीय वेबसाईट www.korba.gov.in मे सर्व संबंधितों के अवलोकनार्थ एवं दावा आपत्ति हेतु अपलोड़ कर दिया गया है।
उपरोक्तानुसार पात्र/अपात्र सूची एवं अनंतिम मेरिट सूची के समस्त कॉलमों का उम्मीद्वारों द्वारा सूक्ष्म अवलोकन कर दावा आपत्ति मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में दिनांक 25.09.2024 समय 5ः00 बजे तक मय आवश्यक दस्तावेज सहित प्रस्तुत कर सकते हैं।
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में लेटरल एंट्री के माध्यम से प्रवेश के लिए चयन परीक्षा 29 को
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में 25 सितम्बर तक मंगाए गए आवेदन
धमतरी। जिले में संचालित नगरी स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह में शिक्षा सत्र 2024-25 के लिए कक्षा सातवीं में रिक्त सीटों की पूर्ति लेटरल एंट्री के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए चयन परीक्षा आगामी 29 सितम्बर को सुबह 10.30 से दोपहर 12.30 बजे तक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह में आयोजित की जाएगी। सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग ने बताया कि चयन परीक्षा में शामिल होने वाले इच्छुक विद्यार्थी निर्धारित प्रारूप में आवेदन के साथ पूर्व कक्षाओं की अंकसूची, जाति, निवास प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट साईज फोटो, आधार कार्ड की छायाप्रति 25 सितम्बर तक एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पथर्रीडीह में जमा कर सकते हैं। आवेदन पत्र जिले की वेबसाईट www.dhamtari.gov.in पर जाकर डाउनलोड किया जा सकता है। सहायक आयुक्त ने यह भी बताया कि रिक्त सीट के विरूद्ध कक्षा छठवीं में उत्तीर्ण अथवा कक्षा सातवीं में अध्ययनरत अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थी के ही आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
जनपद पंचायतों में स्वच्छता ही सेवा अभियान का हुआ शुभारंभ
एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत किया गया वृक्षारोपण
कोरबा। कलेक्टर अजीत वसंत के निर्देशन एवं सीईओ जिला पंचायत प्रतिष्ठा ममगाई के मार्गदर्शन में जिले के पांचों जनपद पंचायतों में स्वच्छता ही सेवा अभियान (स्वभाव स्वच्छता, संस्कार स्वच्छता) कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया.कार्यक्रम के अतिथियों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर अभियान का शुभारम्भ किया गया। जनपद पंचायतों में मुख्य अतिथि जनपद अध्यक्ष,विशिष्ट अतिथि जनपद उपाध्यक्ष व जनपद सदस्यों द्वारा कार्यक्रम में शामिल हो कर उपस्थित ग्रामीण, नागरिक, अधिकारी कर्मचारियों को स्वच्छता शपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम के दौरान एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत् पौधारोपण करके अन्य लोगों को प्रेरित किया। साथ ही मानव श्रृंखला बनाकर स्वच्छता हेतु एकजुटता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि, सरपंच विकासखंड के समस्त अधिकारी-कर्मचारी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, स्वच्छाग्रही सहित ग्रामीण जन उपस्थित रहे। सीईओ जनपद पंचायत के द्वारा कार्यक्रम में शामिल हुए सभी व्यक्तियों का आभार प्रकट किया गया।
कलेक्टर ने पटवारी विमल सिंह को किया निलंबित
पटवारी हल्का नंबर 11 कोरकोमा के संबंध में शिकायत के बाद की गई जांच
कोरबा। कलेक्टर ने पटवारी हल्का नंबर 11-कोरकोमा तहसील भैंसमा के पटवारी विमल सिंह को कारण बताओ सूचना पत्र के संबंध में जवाब पत्र संतोष प्रद नहीं होने के फलस्वरूप शासकीय कार्य के प्रति उदासीनता एवं घोर लापरवाही एवं छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 की नियम-3 (1) नियम (क) (ख) (ग) का उल्लंघन मानते हुए छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 09 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय राजस्व निरीक्षण मण्डल जटगा तहसील पसान नियत किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी। इस संबंध में बताया गया कि नवभारत अखबार ने दिनांक 31.08.2024 को ‘कलेक्टर साहब ! फौती के लिए पटवारी मांग रहे 80 हजार’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें ग्राम कोरकोमा निवासी अरजन सिंह चौधरी पिता स्व. ठंडाराम द्वारा शपथ पूर्वक बयान में बताया गया कि उसके व उसकी पत्नी रूकमणी के नाम पर ग्राम कोरकोमा में भूमि है। दोनों के किसान किताब जीणशीर्ण होकर फट रहें हैं इसलिए पटवारी विमल सिंह के पास जाकर नया किसान किताब बनाने के लिए बोलने पर उनके द्वारा 10 हजार रूपए की मांग की गई। इसी प्रकार ग्राम कोरकोमा निवासी कमलाबाई पटेल, भेषलाल पटेल द्वारा अपने शपथ पूर्वक बयान में बताया गया कि सह खातेदार गंगाबाई, शिवनारायण, भेषकुमारी, भेषलाल, मेतकुमारी, धनीराम अन्य के संयुक्त खाते में 16.54 एकड़ भूमि है। सह खातेदार रोशन की मृत्यु 30 मई 2023 को हो गई थी। जिसका फौती दर्ज करने के लिए पटवारी श्री विमल सिंह को माह अगस्त 2023 में मृत्यु प्रमाणपत्र, वंशवृक्ष की जानकारी, शपथ पत्र, जमीन का दस्तावेज दिया गया था। फौती नामांतरण दर्ज कर खाता विभाजन कर किसान किताब देने के लिए पटवारी विमल सिंह के द्वारा 80 हजार रूपए की मांग की गई थी और कहा गया था कि 15 दिवस के भीतर फौती नामांतरण व खाता विभाजन कर दूंगा। इस कार्य के लिए जब दस्तावेज दिए उसी दिन ग्राम कोरकोमा गौठान के पास भेष लाल पटेल ने पटवारी विमल सिंह को एडवांस में नगद 40 हजार रूपए दिए गए थे। पटवारी ने कार्य भी नहीं किया और रूपए भी वापस नहीं दिए। पैसे देने के समय शिवनारायण पटेल व सुरेन्द्र पटेल उपस्थित थे। पटवारी के द्वारा पैसे की मांग एवं पैसे लिए जाने संबंधी दोनों प्रकरणों की जांच तहसीलदार भैंसमा द्वारा की गई। तहसीलदार भैंसमा के जांच प्रतिवेदन में प्राप्त निष्कर्ष के अनुसार हल्का पटवारी के द्वारा फौती नामांतरण, खाता विभाजन के लिए आवेदकों से दस्तावेज प्राप्त करने के बाद काफी लंबे समय तक अपने पास रखने व ऑनलाइन फौती नामांतरण एमडी सिरीज में दर्ज नहीं करने और न ही तहसील न्यायालय में प्रस्तुत करने आपत्ति जनक स्थिति को प्रस्तुत करता है। हल्का पटवारी द्वारा किसी कार्य के नाम पैसे की मांग करना तथा गुमराह करने वाला कथन छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 में उल्लेखित प्रावधानों के विपरीत होने से दण्डनीय है। कलेक्टर कोरबा के द्वारा भैंसमा तहसीलदार के जांच प्रतिवेदन के आधार पर कोरकोमा पटवारी हल्का नंबर 11 को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है।
दावा-आपत्ति 23 सितम्बर तक
धमतरी। एकीकृत बाल विकास परियोजना धमतरी ग्रामीण के तहत आंगनबाड़ी केन्द्र कांदरी, सटियारा, पण्डरीपानी मा, पहरियाकोना, पटेलगुड़ा और पटौद में सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मंगाए गए थे। प्राप्त आवेदनों का परियोजना स्तरीय मूल्यांकन समिति द्वारा मूल्यांकन के बाद वरीयता सूची जारी किया गया। परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास परियोजना धमतरी ग्रामीण द्वारा उक्त जारी सूची पर दावा-आपत्ति आगामी 23 सितम्बर तक मंगाए गए हैं। दावा-आपत्ति कम्पोजिट भवन के पास स्थित एकीकृत बाल विकास परियोजना धमतरी ग्रामीण के कार्यालय में जमा किया जा सकता है।
उप संचालक कृषि ने दी किसानों को समसामयिक सलाह
धमतरी। वर्तमान में विलम्ब किस्म की धान फसल गभोट अवस्था में एवं अर्ली किस्म धान में बाली निकल रही है। इसके मद्देनजर उप संचालक कृषि मोनेश साहू ने किसानों को समसामयिक सलाह दी है। उन्होंने बताया कि इस अवस्था में लगे खरपतवार नियंत्रण के लिए निंदाई का कार्य हाथ से किया जाये, तो बेहतर होगा। हाथ से निंदाई करने पर धान के परागकण को कम नुकसान होता है, बल्कि ज्यादा प्रेशर वाले प्रेयर का इस्तेमाल करने के कारण परागकण के झड़ने की समस्या आती है। उन्होंने बताया कि अभी खेतों की सतत निगरानी करने की अवश्यकता है, क्योंकि इस अवस्था में तनाछेदक का प्रकोप बालियों पर होता है. जिसे डेडहार्ट कहते है। कीटों की रोकथाम के लिए सबसे पहले जैविक विधि से बने हुए कीटनाशकों का उपयोग करने की सलाह उप संचालक ने दी। उन्होंने बताया कि यदि जैविक विधी से रोकथाम नहीं हो पा रही है, तभी रसायनिक विधी से उपचार करना उचित होता है।
उप संचालक कृषि ने किसानों को सलाह देते हुए बताया कि धान पर पीला तनाछेदक कीट के वयस्क दिखाई देने पर फसल का निरीक्षण कर तना छेदक के अंडा समूह को एकत्र कर नष्ट कर दे, साथ ही डेड हार्ट, सूखी पत्ती को खींचकर निकाल दे। तना छेदक की तितली 1 मोथ प्रति वर्ग मीटर में होने पर फिप्रोनिल 5 एससी 1 लीटर प्रति हेक्टे. दर से छिड़काव करें या प्रोफेनोफॉस 40 ई.सी. एवं सायपरमेथ्रीन 5 ई.सी. की कीटनाशक का छिड़काव करना चाहिए या तनाछेदक कीट के लिए बाइफेनथिन 10 ईसी का 350 एमएल प्रति एकड़ या क्लोरेनट्रनिलीप्रोल का 60 एमएल प्रति एकड़ की दर से स्प्रे करने से रोकथाम किया जा सकता है। पत्तीमोड़क, चितरी की 1 से 2 पत्ती प्रति पौधा होने पर फिप्रोनिल 5 एससी 800 मिली प्रति हेक्टे, की दर से छिड़काव करें। मौसम साफ रहने पर कीटनाशक दवाई का छिड़काव करें एवं पूरे सुरक्षा उपाये को भी अपनाये। धान की फसल में झुलसा रोग होने पर ब्लास्ट के प्रारंभिक अवस्था में निचली पत्ती हल्के बैगनी रंग के धब्बे पड़ते हैं, जो धीरे-धीरे बढ़कर आंख या नाव के समान बीच में चौड़े एवं किनारों में सकरे हो जाते हैं। इन धब्बों के बीच का रंग हल्के भूरे रंग का होता है। इसके नियंत्रण के लिए टेबूकोनाजोल 750 मि.ली. प्रति हेक्टे. 500 लीटर पानी में घोल बना कर छिड़काव करें या प्रोपिकोनाजोल का 250 एमएल प्रति एकड़ की दर से छिड़काव करने से नियंत्रित होता है। जिले में चूहे का प्रकोप भी व्यापक रूप से हो रहा है, जिसके रोकथाम के लिए बिलों में फयूमिगेन्ट कीटनाशकों का उपयोग कर बिल के मुंह को बंद कर देना चाहिए। उप संचालक ने कृषकों को सलाह दी है कि खेतों की सतत निगरानी करें व लक्षण दिखने पर उक्त रोकथाम का उपाय करें। फल एवं सब्जी के खेतों में जहां पानी भरा हो वहां जल निकास की व्यवस्था तत्काल करें।
नेशनल लोक अदालत : लिंक एवं खंडपीठ का गठन
धमतरी। छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार प्रदेश के सभी न्यायालयों, राजस्व न्यायालयों, ट्रिब्यूनल्स, कामर्शियल कोर्ट, वक्फ बोर्ड में दिनांक 21 सितम्बर 2024 को वर्ष का तृतीय हाईब्रिड (वर्चुअली एवं फिजीकली) नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धमतरी के.एल.चरयाणी के निर्देशन पर धमतरी जिले में हाईब्रिड नेशनल लोक अदालत के लिए जिला न्यायालय धमतरी, व्यवहार न्यायालय कुरूद एवं नगरी के लिए खंडपीठ बनाया गया है। खंडपीठ क्रमांक 01 में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश धमतरी, खंडपीठ क्रमांक 02 में परिवार न्यायालय धमतरी, खंडपीठ क्रमांक 03 जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश धमतरी/श्रम न्यायाधीश धमतरी, खंडपीठ क्रमांक 04 मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट धमतरी, खंडपीठ क्रमांक 05 द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी धमतरी, खंडपीठ क्रमांक 06 व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी कुरूद एवं खंडपीठ क्रमांक 07 प्रथम व्यवहार न्यायाधीश वरिष्ठ श्रेणी, धमतरी के न्यायालय में अति. न्यायाधीश नगरी का गठन किया गया है, प्रत्येक खंडपीठ के लिए दो सदस्यों की भी नियुक्ति किया गया है।
इसी तरह कलेक्टर नम्रता गांधी द्वारा नेशनल लोक अदालत में राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु जिला धमतरी के अंतर्गत 25 खंडपीठ बनाया गया है, जिसमें न्यायालय कलेक्टर धमतरी, न्यायालय अपर कलेक्टर धमतरी, न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) धमतरी, न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कुरूद, न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नगरी, न्यायालय भाड़ा नियंत्रण जिला धमतरी, न्यायालय नजूल अधिकारी धमतरी, न्यायालय तहसीलदार धमतरी, न्यायालय तहसीलदार कुरूद, न्यायालय तहसीलदार नगरी, न्यायालय तहसीलदार मगरलोड, न्यायालय तहसीलदार भखारा, न्यायालय तहसीलदार कुकरेल, न्यायालय तहसीलदार नजूल जांच धमतरी, न्यायालय अतिरिक्त तहसीलदार धमतरी, न्यायालय नायब तहसीलदार ग्रामीण-1 धमतरी, न्यायालय नायब तहसीलदार ग्रामीण-2 धमतरी, न्यायालय नायब तहसीलदार ग्रामीण-3 धमतरी, न्यायालय नायब तहसीलदार कुरूद-1, न्यायालय नायब तहसीलदार कुरूद-2, न्यायालय नायब तहसीलदार भखारा, न्यायालय नायब तहसीलदार मगरलोड, न्यायालय नायब तहसीलदार बेलरगांव, न्यायालय नायब तहसीलदार करेलीबड़ी एवं न्यायालय नायब तहसीलदार सिर्री है।
हाईब्रिड नेशनल लोक अदालत वर्चुअली एवं फिजीकली दोनो ही माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। अर्थात यदि कोई पक्षकार अपने प्रकरण में स्वयं व्यक्तिगत रूप से न्यायालय में उपस्थित नही हो पा रहा है तो वह जिला न्यायालय के वेबसाईट https://dhamtari.dcourts.gov.in में जाकर उसका जिस खंडपीठ में प्रकरण है उस खंडपीठ में क्लीक कर उस खंडपीठ से ऑनलाईन जुड़ सकता है और वहां के पीठासीन अधिकारी उनसे बातचीत करने के पश्चात संतुष्ट होने पर उक्त प्रकरण को राजीनामा के आधार पर निराकरण कर सकते है। इस तरह न्यायालय में उपस्थित हुए बिना भी प्रकरण का घर बैठे निराकरण कराया जा सकता है। किन्तु इसके लिए उन्हें लोक अदालत के तिथि के पूर्व में ही अपना आवेदन न्यायालय में अधिवक्ता या स्वयं के माध्यम से प्रस्तुत करना होगा। उक्त संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला न्यायालय के सहायक प्रोग्रामर पितेश्वर साहू या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय परिसर धमतरी, तालुका विधिक सेवा समिति कुरूद एवं नगरी से संपर्क कर सकते है।
चमत्कारों पर वैज्ञानिक सत्यता पर कार्यशाला का आयोजन
रायपुर। विज्ञान की सत्यता है। इस लक्ष्य को सामने रख कर वैज्ञानिक सोच पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुंबई से प्रोफेसर हरी भाऊ पठोड़े, एवं प्रोफेसर रवि खानविलकर सहित डॉ प्रदीप धोते पथ प्रदर्शक उपस्थित रहे । अग्रवाल मैरिज पैलेस के पेरियार हाल में कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में लोगों में गलत विश्वास, रूढ़िवाद, जादू टोना, आग पर हाथ रखना, आग को खाना, महिलाओं में भूत प्रेत का आना, आग पर चलना जैसे चमत्कारों की सत्यता को प्रदर्शित कर बताया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को विद्वानों ने बताया कि समाज में रूढ़िवादिता, जादू टोना फ़ैला कर कुछ लोग अंधविश्वास फैलाकर समाज को विकृत करते हैं। चमत्कार कैसे-कैसे किये जाते हैं इसे कार्यशाला में दिखाया। दो दिवसीय कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के अनेक लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय संभागायुक्त एम. डी. कावरे, प्रोफेसर के.पी. यादव, मैट्स यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर, विभागीय जांच आयुक्त दिलीप वासनीकर, पूर्व आई. ए. एस सत्यजीत ठाकुर, बी.एस जागृत एवं हाईकोर्ट एडवोकेट फैसल रिजवी मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन सि. दी.खोबरागड़े ने किया।
दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन तर्कशील परिषद ने किया | कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर आर.के सुखदेव उपस्थित थे। समूचे कार्यक्रम में जन जागरण, नशा मुक्ति, बॉडी डोनेशन, नेत्रदान के विषय पर भी लोगों को जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में रात्रि में आग पर चलने की सच्चाई बताई गई। डॉ. आर.के. सुखदेव ने नंगें पांव आग पर चल कर दिखाया जिन्होंने बताया कि यह एक वैज्ञानिक पद्धति है। आग पर हर आदमी चल सकता है, कोई यह जादू नहीं है कोई अलौकिक शक्ति नहीं है। आग में चलने के लिए तीन सेकंड से पहले पैर उठा लिया जाए तो पैर नहीं जलता। इसी वैज्ञानिक सोच के आधार पर आग पर चला जाता है। लोग अपने अनुभव से विज्ञान की खूबियों को पहचाने एवं समाज में गलत विश्वास को दूर करें। इसी सत्य को चरितार्थ करतु हुई दो दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न हुई।
छत्तीसगढ़ में बारिश थमने से राहत, लेकिन उमस कर रही बेचैन, अभी और बढ़ेगा पारा
रायपुर। छत्तीसगढ़ में बारिश की गतिविधियां रुकने के कारण दिन और रात के तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही है। अगले 24 घंटों तक अधिकांश जिलों में आकाश खुला रहने के कारण दिन के तापमान में वृद्धि और शाम को उमस के कारण बेचैनी होने की आशंका है।
रायपुर समेत प्रदेश के कई जिलों में पारा 34 डिग्री तक पहुंच सकता है। प्रदेश में गुरुवार को एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार राजधानी में मानसून की वापसी 30 सितंबर तक होती है।
कमजोर सिस्टम, थम रही बारिश
उत्तर-पूर्व छत्तीसगढ़ और उससे लगे झारखंड के ऊपर एक अवदाब स्थित है, जो पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़कर निम्न दाब के रूप में परिवर्तित हो सकता है।
इसके उत्तर छत्तीसगढ़, दक्षिण पूर्व उत्तर प्रदेश और उससे लगे उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के ऊपर पहुंचने की सम्भावना है। इससे बारिश की स्थिति पर असर नहीं होगा।
मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर देहरादून, ओरई, अवदाब के केन्द्र, गोपालपुर और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक स्थित है।
छत्तीसगढ़ में कहां कितनी बारिश हुई
छत्तीसगढ़ में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। सर्वाधिक वर्षा सूरजपुर के भैयाथान में 30 मिमी वर्षा दर्ज की गयी। इसके अलावा सक्ती, रामानुजनगर, कोटाडोल, बरमकेला, पत्थलगांव, रघुनाथनगर में 28 मिमी, सरायपाली, सोनहत, बगीचा, दर्री, सन्ना, कोरबा, चंद्रपुर, जशपुरनगर, रामानुजगंज, घरघोड़ा, रामचन्द्रपुर, सामरी, मालखरौदा, गरियाबंद, अड़भार, मरवाही, पौडी उपरोरा, नया बाराद्वार, खरसिया, डभरा में 20 मिमी वर्षा हुई।
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राधेश्याम सोनवानी , रितेश यादव --
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