छत्तीसगढ़
उद्योग मंत्री श्री देवांगन ने मुस्लिम समाज के सामुदायिक भवन का किया लोकार्पण, कीचन शेड और अन्य विकास कार्याे के लिए 15 लाख रूपए की घोषणा की
समाज के लोगों ने मंत्री श्री देवांगन को शाल श्रीफल भेंट कर जताया आभार
रायपुर : वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने कोरबा के वॉर्ड क्रमांक 53 दर्री कनवेयर बेल्ट के पास नवनिर्मित मुस्लिम समाज के सामुदायिक भवन का फीता काटकर लोकार्पण किया। साथ ही कीचन शेड और अन्य विकास कार्यों के लिए विधायक निधि से 15 लाख रुपए देने की घोषणा की।
मंत्री श्री देवांगन ने संबोधित करते हुए कहा की सामाजिक कार्यक्रम के साथ समाज के उत्थान के लिए विभिन्न कार्य पूरे शहर में स्वीकृत किए जा रहे हैं। पिछले 8 महीने में वार्डों के विकास कार्यों के लिए 200 करोड़ रूपए से ज्यादा की स्वीकृति दी जा चुकी है, साथ ही जिन समाज की मांग की गई थी उन सभी भवन को भी स्वीकृति दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के द्वारा हर समाज के उत्थान के लिए संकल्पित है। समाज के सभी वर्गों को विकास की मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें सशक्त एवं समृद्ध बनाने के लिए हम संकल्पित हैं।
इस अवसर पर नूरानी मस्जिद कमेटी के प्रमुख मुल्तान कुरेशी, सुल्तान कुरेशी, इकबाल मेमन, यूसुफ ख़ान, ईश्वर साहू, नारायण सिंह, तुलसी ठाकुर, पार्षद ममता साहू, कविता नारायण, पार्षद नरेन्द्र देवांगन, बुधवार साय यादव, गोलू पांडे समेत अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
पहुंचविहीन क्षेत्र कस्तुरमेटा पहुंचे मंत्री श्री केदार कश्यप
लोगों को बेहतर यातायात सुविधा दिलाने नारायणपुर से कस्तुरमेटा तक चलाई जाएगी बस
महिला एवं बाल विकास विभाग के वजन त्यौहार कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री
रायपुर : वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास, सहकारिता और संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप ने आज नारायणपुर जिले के पहुंचविहीन क्षेत्र कस्तुरमेटा में पहली बार पहुंच कर आमजनों की समस्याएं सुनी और निराकरण का भरोसा दिलाया। उन्होंने कस्तुरमेटा शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग के अन्नप्राशन एवं गोदभराई कार्यक्रम में पहुंच कर बच्चों और माताओं को आशीर्वाद दिया। श्री कश्यप ने गर्भवती माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य, वजन और पोषण की उचित देखभाल हेतु विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया।
मंत्री श्री कश्यप ने पुलिस जवानों की अफजाई करते हुए कहा कि नारायणपुर जिले के पहुंचविहीन क्षेत्रों में 18 से अधिक पुलिस कैंप स्थापित किया गया है, जिससे लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल रहा है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि नारायणपुर से कस्तुरमेटा तक नियमित रूप से बस सेवा प्रारंभ की जाएगी। स्थानीय लोगों से चर्चा करते हुए कहा कि जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र सहित सभी प्रकार के प्रमाण पत्र बनाने के लिए भटकना नही पड़ेगा। इसके लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है।
मंत्री श्री कश्यप ने शिविर में आए महिलाओं से महतारी वंदन योजना से प्रतिमाह मिलने वाली राशि की जानकारी ली। उन्होंने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों से रोजगार की व्यवस्था और मनरेगा के माध्यम से कार्य के बारे में चर्चा किया। मंत्री श्री कश्यप ने ग्रामीणों के मांग पर कुतुल में पानी की समस्या को हल करने का भी भरोसा दिलाया। शिविर में पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार, एसडीएम श्री अभयजीत मंडावी, तहसीलदार श्री चिराग रामटेके, श्री सौरभ कश्यप, जनपद सीईओ श्री मेघलाल मण्डावी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
स्वच्छता को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाकर इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने हम सभी अपनी अमूल्य भागीदारी सुनिश्चित करें : कलेक्टर
स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत आज जिला प्रशासन द्वारा किया गया संस्कार रैली का आयोजन
गणमान्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली विद्यार्थी सहित आम नागरिक हुए शामिल, कलेक्टर ने स्वच्छता के इस संकल्प को अपने जीवन में चरितार्थ करने की दिलाई शपथ
बालोद। कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि साफ-सफाई को हमारे जीवन का अभिन्न अंग बनाने हेतु इसे अपने व्यवहार में शामिल कर अपने प्रत्येक क्रियाकलापों में चरितार्थ करना अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छता को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाकर सभी वर्गों के लोगों से इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने हेतु सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत के निर्माण हेतु 14 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक आयोजित की जा रही स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत आज 14 सितम्बर को जिला मुख्यालय बालोद के सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान में आयोजित जिला स्तरीय स्वच्छता संस्कार रैली के अवसर पर अपना उद्गार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने स्वच्छ भारत के निर्माण हेतु अपने जीवन में साफ-सफाई को विशेष महत्व देते हुए एक स्वच्छ, विकसित एवं समृद्ध भारत के निर्माण में अपनी अमूल्य भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। समारोह में कलेक्टर श्री चन्द्रवाल ने उपस्थित लोगों को स्वच्छता के प्रति सजग रहने तथा साफ-सफाई के प्रत्येक क्रियाकलापों के लिए समय देने के लिए भी शपथ दिलाई। इसके अलावा उन्होंने उपस्थित लोगों को गंदगी नही करने तथा किसी और को भी गंदगी नही करने देने के अलावा हर वर्ष 100 घण्टे यानी हर सप्ताह 02 घण्टे श्रमदान करके स्वच्छता के इस संकल्प को चरितार्थ करने की शपथ भी दिलाई। कलेक्टर ने जिलेवासियों को स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत 14 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक आयोजित स्वच्छता से संबंधित विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कर बालोद जिले को स्वच्छ, समृद्ध एवं खुशहाल जिला के निर्माण करने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाने को कहा।
समारोह में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य यशवंत जैन, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि पवन साहू, शासकीय घनश्याम सिंह गुप्त महाविद्यालय बालोद के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अमित चोपड़ा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे, वनमण्डलाधिकारी बीएस सरोटे, एसडीएम श्रीमती प्रतिमा ठाकरे झा सहित पार्षद कमलेश सोनी, निर्देश पटेल एवं अधिकारी-कर्मचारी, गणमान्य नागरिक, स्कूली विद्यार्थी, नगरीय निकायों में कार्यरत स्वच्छता दीदी एवं बड़ी संख्या में आम नागरिकगण उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथि एवं उपस्थित लोगों ने सरदार पटेल मैदान से घड़ी चैक-रामदेव चैक-मधु चैक-जयस्तंभ चैक होते हुए वापस घड़ी चैक तक स्वच्छता रैली निकालकर आम नागरिकों को स्वच्छता ही सेवा अभियान का संदेश दिया। इस अवसर पर कार्यक्रम स्थल में उपस्थित स्कूली विद्यार्थियों, अधिकारी-कर्मचारियों एवं आम नागरिकों के द्वारा ओडीएफ प्लस पर आधारित विशाल मानव श्रृंखला का निर्माण कर साफ-सफाई को जीवन का अभिन्न अंग बनाने का संदेश दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. संजय कन्नौजे ने जिला प्रशासन द्वारा आयोजित स्वच्छता संस्कार रैली के आयोजन के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की भाँति इस वर्ष भी 14 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा अभियान का आयोजन किया जा रहा है। डाॅ. कन्नौजे ने साफ-सफाई को जीवन का अभिन्न हिस्सा बताते हुए समाज के सभी वर्गों के लोगों से इस महत्वपूर्ण कार्य में अमूल्य भागीदारी निभाने को कहा। उन्होंने स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत आयोजित विभिन्न गतिविधियों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि इस दौरान गांव और शहर के साफ-सफाई से संबंधित ब्लैक स्पाॅट को चिन्हित कर उस स्थान को स्वच्छ रखने हेतु श्रमदान कर वहाँ पर साफ-सफाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा इस अभियान के दौरान स्वच्छता मित्रों का भी सम्मान किया जाएगा।
डाॅ. कन्नौजे ने बालोद जिले को ओडीएफ प्लस बनाकर जिलेवासियों को स्वच्छता ही सेवा अभियान में सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करने को कहा। इस अवसर पर कलेक्टर श्री चन्द्रवाल एवं अतिथियों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल मैदान से स्वच्छता संस्कार रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान कलेक्टर सहित सभी अतिथियों ने स्वच्छता संस्कार रैली में शामिल होकर आम नागरिकों को स्वच्छता ही सेवा अभियान में अपनी अनिवार्य भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया। कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीताम्बर यादव ने किया।
इस अवसर पर एसडीओपी देवांश सिंह राठौर, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एम प्रसाद, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन, जिला शिक्षा अधिकारी श्री पीसी मरकले, तहसीलदार सुश्री दीपिका देहारी एवं श्री आशुतोष शर्मा सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली छात्र-छात्राएं और आम नागरिकगण उपस्थित थे।
वन मंत्री श्री केदार कश्यप ने भारत के प्रथम अभियंता सर विश्वेश्वरैया की प्रतिमा का अनावरण किया
मंत्री ने अभियंता आवासीय परिसर बनाने के लिए 30 लाख रूपए की घोषणा की
रायपुर : वन एवं जलवायु परिवर्तन, सहकारिता, कौशल विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री केदार कश्यप ने आज यहां नारायणपुर के घड़ी चौक में अभियंता सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने कहा कि अभियंता सर विश्वेश्वरैया ने अभियांत्रिकी क्षेत्र में देश को अलग पहचान दिए। श्री कश्यप ने कहा कि डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया एक सिविल इंजीनियर, राजनेता और मैसूर के 19वें दीवान थे, देश के लिए उनके द्वारा किए गए योगदान को भुलाया नही जा सकता। श्री कश्यप ने कर्नाटक राज्य में स्थित कृष्णा राजसागर बांध को उनकी प्रमुख उपलब्धियों में से एक बताया। भारत के प्रथम अभियंता सर विश्वेश्वरैया को वर्ष 1955 में भारत के सर्वाेच्च सम्मान भारत रत्न से विभूषित किया गया था।
वन मंत्री श्री कश्यप ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा दुरस्त अंचल के जिलों को विकसित करने की दिशा में विशेष कार्य किए जा रहा है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर जिले के ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता मनरेगा के कार्य करते हैं, वे बच्चे भी आईआईटी में चयनित होकर कामयाबी हासिल किए हैं। नारायणपुर को विकसित करने में हमारी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। अभियंताओं द्वारा आवासीय परिसर बनाए जाने की मांग करने पर मंत्री श्री कश्यप ने 30 लाख रुपए की घोषणा की।
इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक श्री रूपसाय सलाम, कलेक्टर श्री बिपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक श्री प्रभात कुमार, डीएफओ श्री सचिकानंदन के., एसडीएम श्री वासु जैन, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री जे.एल.मानकर, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता श्री एस. के वर्मा, पीएमजीएसवाई के कार्यपालन अभियंता श्री विनय वर्मा सहित सभी विभागीय अभियंता मौजूद थे।
चक्रधर समारोह-2024 : क्लासिकल आर्ट को बनाए रखने में योगदान दें : जस्टिस श्री संजय अग्रवाल
जस्टिस श्री अग्रवाल ने कलाकारों का किया सम्मान
कुचिपुड़ी के नृत्यांगनाओं ने गणपति और शिव वंदना को नृत्य में पिरोया
प्रभु श्री रामलला के जीवन दर्शन और श्रीगणेश वंदना ने महफिल का मन मोहा
पौशाली चटर्जी ने राधा-कृष्ण होली, कृष्ण और सखा के माखनचोरी को मणिपुरी नृत्य से किया जीवंत
रायपुर : सुर-ताल, लय तथा छंद और घुंघरू के संगीतबद्ध 39 बरस के इस चक्रधर समारोह में आज आठवें दिन मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता और सतना सहित रायगढ़ घराना के कलाकारों द्वारा भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, मणिपुरी और शास्त्रीय गायन ने रसिकजनों व दर्शकों को मत्रमुग्ध कर दिया। इन कलाकारों द्वारा शास्त्रीय संगीत से पिरोए हुए गणपति अराधना, शिववंदना, राधा-कृष्ण के रासलीला और कृष्ण व सखा के माखन चोरी की बेजोड़ एवं जीवंत प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर होने पर मजबूर कर दिया। वहीं रायगढ़ घराना के कथक की शानदार प्रस्तुति ने समारोह में विशेष छटा बिखेरा।
चक्रधर समारोह में शामिल हाईकोर्ट जस्टिस श्री संजय अग्रवाल ने कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि क्लासिकल आर्ट धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। क्लासिकल आर्ट को बनाए रखने के लिए हमें योगदान देने की जरूरत है। कार्यक्रम के माध्यम से मंच देकर क्लासिकल आर्ट को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में रायगढ़वासियों का बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि अनुभव और एनर्जी से कला को और आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने सभी कलाकारों को शुभकामनाएं और बधाई भी दी। समारोह में हाई कोर्ट जस्टिस श्री संजय अग्रवाल, सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री जितेंद्र कुमार जैन, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, एसपी श्री दिव्यांग पटेल ने मुंबई की भरतनाट्यम कलाकार श्री कृष्णभद्रा नम्बूदरी, मणिपुरी नृत्यांगना सुश्री पौशाली चटर्जी तथा शास्त्रीय गायक श्री विनोद मिश्रा को सम्मानित किया।
कोलकाता की पौशाली चटर्जी ने राधा-कृष्ण होली, कृष्ण और सखा के माखनचोरी को मणिपुरी नृत्य के माध्यम से दर्शकों के सामने पेश की। वहीं मुंबई की प्रख्यात भरतनाट्यम कलाकार सुश्री कृष्णभद्रा नम्बूदरी ने दक्षिण भारत के मंदिरों में प्रस्तुत गणेश वंदना को नृत्य के माध्यम से जीवंत किया।
कार्यक्रम में सतना से आए विख्यात संगीतकार श्री विनोद मिश्रा ने शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। इसी तरह डॉ.रघुपतरुनी श्रीकांत के नेतृत्व में गणपति और शिव वंदना, विवाह के अवसर को बहुत ही द्रुत गति से भावभंगिमाओं के साथ कलाकारों ने मंच पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को अपनी ओर लगातार देखने को मजबूर किया। इसी तरह कथक नृत्य के साथ नृत्यांगनाओं ने भी अपनी बेहतरीन प्रस्तुति से मंच पर खुशबू बिखेरी। शिव की उपासना और कृष्ण रास लीला से माहौल भक्तिमय हो गया। नन्हीं कलाकारों ने अपने नृत्य कौशल से दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
चक्रधर समारोह के आठवें दिन रायगढ़ के कलाकारों ने मंच पर प्रथम प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शुरूआत की। सर्वप्रथम सुश्री अनन्ता पाण्डेय और शाश्वती बनर्जी ने कथक नृत्य कर खूब तालियाँ बटोरी। शाश्वती बनर्जी ने शिव की उपासना को अपने नृत्य में प्रस्तुति दी। इसी सुश्री तब्बू परवीन के नेतृत्व में उनकी शिष्याओं ने कथक को कृष्ण रासलीला के रूप में बहुत ही सुंदर रूप में मंचन किया। नन्हीं कलाकारों ने अपनी खूबसूरती से दर्शकों को अपनी ओर बांधे रखा। सभी ने इस रासलीला की प्रशंसा की। इन सभी कलाकारों का अभिनंदन राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य अतिथियों ने शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह के साथ स्वागत-सम्मान किया।
कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति में रायपुर की कथक कलाकार सुश्री संगीता कापसे, गीतिका चक्रधर और राधिका शर्मा ने मंच पर रामलला के जीवन दर्शन को नृत्य में प्रस्तुत किया। वहीं कार्यक्रम की अगली प्रस्तुति में मुंबई की प्रख्यात भरतनाट्यम कलाकार सुश्री कृष्णभद्रा नम्बूदरी ने दक्षिण भारत के मंदिरों में प्रस्तुत गणेश वंदना को नृत्य के माध्यम से जीवंत किया। उन्होंने तकनीकी टीम के सहयोग से भाव भंगिमाओं के साथ आकर्षक भरतनाट्यम की प्रस्तुति दी।
कोलकाता की सुश्री पौशाली चटर्जी ने आकर्षक वेशभूषाओं में अपनी सहयोगियों के साथ मणिपुरी नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी। उन्होंने राधा-कृष्ण और गोपियों के साथ होली खेलने के भाव को जीवंत किया। पौशाली चटर्जी ने कृष्ण के बाल रूप को मंच पर माखनचोरी के दृश्य को मणिपुरी नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। सुश्री चटर्जी ने अपनी सहयोगियों के साथ मृदंग वादन और हाथों की तालियों को बहुत ही लयबद्ध ढंग से प्रस्तुत किया। उन्होंने वृंदावन का वर्णन और दशावतार को नृत्य में प्रस्तुत किया। नृत्यांगना पौशाली के साथ उनकी वरिष्ठ शिष्याएँ-श्रीपर्णा सरकार, मौमिता हाजरा, अंकिता घोराई और रत्ना मजूमदार और तन्मना रॉय और सुवरा भौमिक, झिनुक रॉय चक्रवर्ती ने प्रस्तुति दी। सतना से आए विख्यात संगीतकार श्री विनोद मिश्रा (खयाल और ठुमरी ग्वालियर घराना) ने रागमाला, शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति दी। उन्होंने मान जाओ सैंया..आ जा बलम परदेश... जैसे गीत अपने अंदाज में प्रस्तुत की। उनकी प्रस्तुति को श्रोताओं ने तन्मयता से सुना।
श्रीकाकुलम से आये कुचिपुड़ी के नृत्यांगनाओं ने संगीत के धुनों में अपने आपको आत्मसात करते हुए बहुत ही शानदार सामूहिक नृत्य की प्रस्तुति दी। डॉ.रघुपतरुनी श्रीकांत के नेतृत्व में गणपति और शिव वंदना, विवाह के अवसर को बहुत ही द्रुत गति से भावभंगिमाओं के साथ कलाकारों ने मंच पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को अपनी ओर लगातार देखने को मजबूर किया। शिवशक्ति उपासना का उनका यह नृत्य मनमोहक भी बना। गणतंत्र दिवस समारोह नई दिल्ली में भी कुचिपुड़ी का प्रदर्शन कर चुके कलाकारों ने दर्शकों की खूब वाहवाहियां बटोरी। कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति में दिल्ली से आए आलोक श्रीवास ने अपने प्रत्यंग का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए अपने मनमोहक कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। इस दौरान उनके साथ पढंत में श्री भूपेंद्र बरेठ, गायन में साहिल सिंह, तबला में देवेंद्र श्रीवास तथा सारंगी में शफीक हुसैन ने साथ दिया।
भाजपा सदस्यता अभियान में प्रत्येक मंडल इकाई में 200 से अधिक सक्रिय सदस्य बनाए जाएंगे : नवीन
प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने कहा : प्रदेश में एक लाख सक्रिय सदस्य होंगे*सक्रिय सदस्यो को ही दिए जायेंगे दायित्व
प्रदेश सदस्यता टोली और मोर्चा-प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों के साथ दो चरणों में प्रदेश प्रभारी नवीन ने की सदस्यता अभियान की अब तक की प्रगति की समीक्षा प्रकोष्ठ मोर्चा को भी बूथों की जिम्मेदारी
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने कहा है कि भाजपा सदस्यता अभियान में प्रत्येक मंडल इकाई में 200 से अधिक सक्रिय सदस्य बनाए जाएंगे, प्रदेश भर में एक लाख सक्रिय सदस्य बनाए जाएंगे और आने वाले समय में पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय सदस्यों को ही दायित्व दिए जाएंगे। श्री नवीन ने कहा कि निर्धारित अवधि में सदस्यता का लक्ष्य अर्जित करने, ज्यादा-से-ज्यादा प्रदेशवासियों को भाजपा की विचाधारा से जोड़ने, गली-गली और घर-घर पहुँचकर भाजपा के सदस्यता अभियान को सर्वव्यापी और सर्वस्पर्शी बनाने के लिए इस अभियान को और तीव्र गति प्रदान के लिए कार्यकर्ता पूरे मनोयाग से जुट जाएँ।
भाजपा प्रदेश प्रभारी श्री नवीन ने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन रविवार को कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में विभिन्न चरणों में बैठकें लेकर भाजपा सदस्यता अभियान की समीक्षा की। इस क्रम में पहले सदस्यता अभियान की प्रदेश टोली की बैठक हुई जिसमें प्रदेश प्रभारी श्री नवीन के साथ ही प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सव्वनी सदस्यता अभियान के प्रदेश प्रभारी अनुराग सिंहदेव, प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, जगदीश (रामू) रोहरा, भरतलाल वर्मा, रामजी भारती, सांसद रूपकुमारी चौधरी, संभाग प्रभारी जगन्नाथ पाणिग्रही, अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम और अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय सहित पदाधिकारी सम्मिलित हुए। विदित रहे, प्रदेश में इन दिनों भाजपा का संगठन महापर्व सदस्यता अभियान तेज गति से चल रहा है और सभी कार्यकर्ता प्रदेश के लिए निर्धारित सदस्यता का लक्ष्य हासिल करने में जुटे हुए हैं। ज्ञातव्य है, अब तक प्रदेश में भाजपा की सदस्यता 10 लाख से अधिक हो चुकी है।
मोर्चा-प्रकोष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठकर अभियान की समीक्षा
भाजपा प्रदेश प्रभारी श्री नवीन ने इसके बाद सभी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष, महामंत्री, सभी प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक व सह संयोजकों के साथ बैठक करके सदस्यता अभियान की समीक्षा भी की। बैठक में श्री नवीन ने कहा कि मोर्चा-प्रकोष्ठों के पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए श्री नवीन ने सभी कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्र के बूथों पर फोकस करने कहा। इसके लिए सभी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है। महिला मोर्चा की जिम्मेदारी है कि महिलाओं को ज्यादा-से-ज्यादा बनाना है, इसी प्रकार आर्थिक प्रकोष्ठ है तो अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए लोगों को बनाना है। इस तरह सभी मोर्चों और प्रकोष्ठों को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ज्यादा-से-ज्यादा सदस्य बनाना है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष श्री देव, महामंत्री संगठन श्री साय, प्रदेश उपाध्यक्ष भूपेंद्र सव्वनी सदस्यता अभियान के प्रभारी श्री सिंहदेव, श्री मार्कंडेय, महामंत्री श्री श्रीवास्तव, श्री रोहरा व रामजी भारती के साथ ही, एनजीओ प्रकोष्ठ से सुरेंद्र पाटनी,व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदीप सिंह, आर्थिक प्रकोष्ठ के राजेश अग्रवाल, आरटीआई प्रकोष्ठ के विजय मिश्रा, बुनकर प्रकोष्ठ के पुरुषोत्तम देवांगन, मछुवारा प्रकोष्ठ के नेहरू निषाद,सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के राजेश अवस्थी, महिला मोर्चा अध्यक्ष शालिनी राजपूत, अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष विकास मरकाम, किसान मोर्चा, शिक्षा प्रकोष्ठ के बिसेसर पटेल, सहकारिता प्रकोष्ठ के शशिकांत द्विवेदी और पंचायत प्रकोष्ठ के रामकुमार भट्ट आदि उपस्थित थे।
एक साधारण किसान से मछली पालन के अग्रदूत बनने तक की प्रेरक यात्रा
रायपुर : जिले के ग्राम पंचायत तारा बहरा, तहसील केल्हारी के निवासी अरविन्द कुमार सिंह एक साधारण किसान थे। उनका जीवन भी अन्य ग्रामीण किसानों की तरह संघर्ष पूर्ण और चुनौतियों से भरा हुआ था। सीमित संसाधनों और पारंपरिक खेती के साधनों के माध्यम से आजीविका चलाने वाले अरविंद के लिए अपने परिवार की जरूरतें पूरी करना आसान नहीं था। फिर भी अरविन्द ने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने जीवन के हर मोड़ पर सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया और हमेशा कुछ नया करने की कोशिश की। उनकी जिजीविषा और आत्मविश्वास ने उन्हें एक ऐसे रास्ते पर अग्रसर किया, जिसने न केवल उनके जीवन को बदल दिया, बल्कि उनके जैसे सैकड़ों किसानों के लिए एक नया मार्ग भी प्रशस्त किया। अरविन्द कुमार सिंह का जन्म एक सामान्य किसान परिवार में हुआ था। उनके पिता खेती से जुड़े थे, और खेती ही उनके परिवार की मुख्य आजीविका का स्रोत था। अपने परिवार के अन्य सदस्यों की तरह अरविन्द भी बचपन से ही खेतों में काम करने लगे थे। उन्होंने अपने परिवार के साथ खेतों में मेहनत की और फसल उगाने के पारंपरिक तरीकों को सीखा। उनका परिवार खेती से होने वाली मामूली आय पर निर्भर था, जो अक्सर मौसम की अनिश्चितताओं, फसल की बर्बादी, और बाजार की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण अपर्याप्त साबित होती थी। अरविन्द को यह अहसास हुआ कि पारंपरिक खेती से मिलने वाली आय उनके परिवार के लिए पर्याप्त नहीं थी, और उन्हें किसी वैकल्पिक आय स्रोत की तलाश करनी होगी। अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए अरविन्द ने पारंपरिक खेती के अतिरिक्त अन्य विकल्पों के बारे में सोचना शुरू किया। वे जानते थे कि कृषि के क्षेत्र में कुछ नया करना आसान नहीं होगा, लेकिन उनका दृढ़ निश्चय और अपने परिवार के लिए बेहतर भविष्य की चाहत उन्हें नए रास्तों की खोज के लिए प्रेरित करती रही।
मछली पालन की दिशा से पहली कदम में ही मिली सफलता
इसी दौरान अरविंद को राज्य की मछली पालन योजनाओं के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने महसूस किया कि मछली पालन एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें कम समय और कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। उन्होंने इसे एक नए अवसर के रूप में देखा, जो न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को सुधार सकता था, बल्कि उनके जैसे अन्य किसानों के लिए भी एक नया रास्ता खोल सकता था। अरविन्द ने मछलीपालन के अपने विचार को मूर्त रूप देने के लिए राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने का निर्णय लिया। उस समय छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार, के शासन में मछलीपालन को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोत्साहन योजनाएं चला रही थी। वहीं से अरविन्द ने भी अपने विचारों को स्थानीय प्रशासन और कृषि अधिकारियों के साथ साझा किया, जिन्होंने उनकी योजनाओं को समझा और उन्हें सहयोग का आश्वासन दिया। सरकार की तरफ से उन्हें डबरी (तालाब) निर्माण के लिए 70,000 रुपए की सब्सिडी दी गई। इसके अलावा उन्हें मछली के बीज (अंडे) भी उपलब्ध कराए गए, जिससे वे मछली पालन के व्यवसाय को प्रारंभ कर सके।
अरविन्द कुमार सिंह ने अपने मछलीपालन के प्रयासों को विस्तार देने के लिए 3 से 4 एकड़ भूमि में बड़े तालाबों का निर्माण किया, जिन्हें स्थानीय भाषा में श्डबरी श् कहा जाता है। इन तालाबों में उन्होंने मछली की कई किस्मों का पालन शुरू किया, जैसे कि कतला, रोहू, मृगल, पंगेसियस (कैटफिश), रूपचंदा, और कारी मछली उन्होंने तालाबों में स्वच्छ पानी, उचित ऑक्सीजन का स्तर, और मछलियों के लिए उचित भोजन की व्यवस्था की। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें मछलीपालन में शीघ्र ही सफलता दिलाई। अरविन्द की पहली सफलता ने उन्हें और अधिक तालाब बनाने और मछलीपालन के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने मछलियों के प्रजनन और पालन-पोषण की नई तकनीकों को भी सीखा और अपने तालाबों में उनका सफलतापूर्वक उपयोग किया।
मछली के बच्चों का उत्पादन और नवाचार
अरविन्द ने केवल मछली पालन में ही नहीं, बल्कि मछलियों के बच्चों के उत्पादन में भी नवाचार किया। उन्होंने पांच छोटे तालाबों का निर्माण किया, जिन्हें विशेष रूप से मछली के बच्चों के पालन-पोषण के लिए तैयार किया गया था। इन तालाबों में उन्होंने कैटफिश (पंगेसियस) के बच्चों का सफलतापूर्वक उत्पादन किया। इस नवाचार ने उन्हें न केवल छत्तीसगढ़ में, बल्कि पूरे क्षेत्र में पहचान दिलाई। अरविन्द इस तकनीक को अपनाने वाले शायद छत्तीसगढ़ के पहले व्यक्ति थे। उनकी इस सफलता ने उन्हें मछलीपालन के क्षेत्र में एक अग्रणी के रूप में स्थापित किया और अन्य किसानों को भी मछलीपालन के लिए प्रेरित किया।
आर्थिक लाभ और आत्मनिर्भरता की ओर कदम
अरविन्द के मछली पालन व्यवसाय ने तेजी से सफलता प्राप्त की। उनके तालाबों में मछलियों की अच्छी उपज और उच्च गुणवत्ता के कारण, उन्होंने बाजार में मछलियों को बेचना शुरू किया। उन्होंने बताया कि वे सालाना लगभग 5 से 6 लाख रुपए की आय प्राप्त कर रहे हैं। उनकी आय में यह वृद्धि न केवल उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मददगार साबित हुई, बल्कि उनके परिवार के जीवन स्तर को भी सुधारने में सहायक रही। अब अरविन्द के पास अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त धन था, और उन्होंने अपने बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना शुरू किया। मछली पालन के क्षेत्र में अरविन्द केवल एक व्यवसायी नहीं थे, बल्कि वे मछलियों के पोषण और स्वास्थ्य लाभ के प्रति भी जागरूक थे। उन्होंने बताया कि रूपचंदा मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर के समुचित कामकाज के लिए महत्वपूर्ण होता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय रोगों के जोखिम को कम करने, सूजन को नियंत्रित करने, और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त, रूपचंदा मछली में विटामिन डी का भी समृद्ध स्रोत है, जो हड्डियों के विकास और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है। अरविन्द ने बताया कि मछलियों में प्रोटीन की भी भरपूर मात्रा होती है, जो हड्डियों, उपास्थि, त्वचा, और मांसपेशियों के विकास के लिए आवश्यक होती है। उन्होंने अपने ग्राहकों को मछलियों के इन फायदों के बारे में जागरूक करने की भी कोशिश की और उन्हें मछलियों के सेवन के लिए प्रेरित किया।
अरविन्द कुमार सिंह की कहानी न केवल एक व्यक्ति की सफलता की कहानी है, बल्कि यह एक संपूर्ण समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने दिखाया कि यदि सही दिशा में मेहनत की जाए और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाया जाए, तो कोई भी किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकता है। उनकी इस यात्रा ने यह भी साबित किया कि सीमित संसाधनों के बावजूद, यदि व्यक्ति में जुनून और समर्पण है, तो वह असाधारण सफलता हासिल कर सकता है। आज अरविन्द न केवल अपने परिवार के लिए बल्कि अपने गाँव और पूरे छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं। उनकी यह सफलता बताती है कि किस प्रकार एक सामान्य किसान अपने सपनों को साकार कर सकता है और अपने परिवार और समाज के लिए एक सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
कुपोषण से मुक्त करने हो रहे सार्थक प्रयास
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश अनुसार राज्य में कुपोषण से मुक्त करने सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चे उत्साह से भाग ले रहे हैं। नवाचार गतिविधियों से बच्चों का उत्साह वर्धन किया जा रहा है। पोषण संबंधित देख-भाल के लिए पोषण माह का आयोजन राज्य के विभिन्न जिलों में किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पोषण अभियान अंतर्गत बच्चों के वजन में बढ़ोत्तरी को मापने के साथ ही वजन त्यौहार, चौपाल, अन्नप्राशन दिवस, परिवार चौपाल, पोषण मेला, व्यंजन प्रदर्शन जैसे आयोजन पंचायत और शहरी क्षेत्रों में किए जा रहे हैं। पोषण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए स्कूलों में नारा लेखन, निबंध, चित्रकला और दीवार लेखन प्रतिस्पर्धाएं भी आयोजित की जा रही है।
सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में भी समूह बैठक में वजन त्यौहार के बारे में चर्चा की जा रही है। ग्रामीण महिलाओं से चर्चा के दौरान शून्य से 06 साल तक के बच्चे, किशोरी बालिकाओं की खान-पान और स्वास्थ्य देखभाल के बारे में विशेषज्ञों के माध्यम से बताया जा रहा है। गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार भोजन में शामिल करने का आग्रह किया जा रहा है।
पोषण माह अभियान के तहत जशपुर जिले में करीब 4315 आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण माह अभियान चलाया जा रहा है, जिसका लाभ जिले के 76 हजार से अधिक बच्चों को मिलेगा।
सीएम साय के कलेक्टर कांफ्रेंस के बाद कलेक्टर दीपक अग्रवाल एक्शन मोड़ पर, देर रात अचानक पहुंचे जिला अस्पताल
27 छग बटालियन रायपुर के सीएटीसी-15 में चतुर्थ दिवस योग एवं ध्यान पर एम्स रायपुर के प्राध्यापक द्वारा व्याख्यान।
राधेश्याम सोनवानी , रितेश यादव ---
गरियाबंद। 27 छत्तीसगढ बटालियन के कमान अधिकारी कर्नल सौरभ कुमार एवं प्रशासनिक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल प्रदीप नायर के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में एनसीसी के द्वारा प्रतिवर्ष छात्र सैनिकों को दिया जाने वाला वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत सीनियर डिविजन व सीनियर विंग एवं जूनियर डिविजन व जूनियर विंग का संयुक्त रूप से आयोजित संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर का प्रारंभ लखौली आरंग में किया गया जिसमें तृतीय और चतुर्थ दिवस पर विभिन्न प्रशिक्षण एवं गतिविधियां आयोजित की गई सुबह पीटी परेड के पश्चात ड्रिल, हथियार प्रशिक्षण, फायरिंग प्रैक्टिस की गई साथ ही छात्र सैनिकों को आउट डोर प्रशिक्षण हेतु उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ले जाया गया तत्पश्चात कंपनी कमांडरों द्वारा अपनी अपनी कंपनी में छात्र सैनिकों को जल संरक्षण व ऊर्जा संरक्षण,सार्वजनिक भाषण की कला एवं राष्ट्रीय एकता पर प्रभाव डालने वाले कारकों पर व्याख्यान के माध्यम से जानकारी प्रदान किया इसी प्रकार अग्निवीर में भर्ती एवं तैयारी हेतु सेना भर्ती कार्यालय रायपुर से ए आर ओ सूबेदार मेजर रूबेश कुमार ,हवलदार रूपसिंह तथा हवलदार शुभम यादव ने स्लाइड प्रोजेक्टर के माध्यम से विस्तार से जानकारी दिया संध्याकालीन कंपनीवार रस्साकस्सी खेल प्रतियोगिता आयोजित किया गया।
डाक विभाग द्वारा डाक चौपाल के माध्यम से विभिन्न वार्डो में दी जा रही बचत योजनाओं की जानकारी
बिलासपुर,15 सितंबर, 2024/ भारत सरकार के सहयोग से डाक विभाग द्वारा देश के प्रत्येक व्यक्ति तक डाक विभाग की विभिन्न कल्याणकारी बचत योजनाओं का लाभ पंहुचाने के उद्देश्य से डाक चौपाल का आयोजन किया जा रहा। वार्डों में शिविर लगाकर बचत और बीमा योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पंहुचाई जा रही है। डाक विभाग की जन संपर्क निरीक्षक श्रीमती सुनीता द्वेदी ने बताया कि शिविर के जरिए केंद्र सरकार की विभिन्न बचत योजनाओं के विषय में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। शिविर में पीपीएफ,सुकन्या डाक जीवन बीमा, पीएमजेजेवाई, पीएमएसबीवाई जैसी समस्त योजनाओं के विषय में लोगों को जानकारी दी जा रही है और उन्हें योजना के तहत लाभन्वित किया जा रहा है,ताकि आम लोग आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि की ओर बढ़ सकें।श्रीमती द्वेदी ने बताया कि आज इसी क्रम ने प्रधान डाकघर बिलासपुर द्वारा वार्ड क्रमांक 54 चिंगराज पारा में स्थानीय जन प्रतिनिधियों के सहयोग से शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पार्षद श्री राम प्रकाश,स्थानीय जन प्रतिनिधि ,श्रीमती सुनीता द्विवेदी जनसंपर्क निरीक्षक एवं पालेश्वर साहू मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव उपस्थित रहे।
*नगर मे आकर्षण का केंद्र बनी श्री नवयुवक दल गणेशोत्सव समिति की झांकी , गणेश स्थापना का 42 वाँ वर्ष*
नवापारा राजिम :- नगर के पंजवानी चौक मे श्री नवयुवक दल गणेशोत्सव समिति स्थापित भगवान श्री गणेश की झांकी मय प्रतियोगिता बरबस ही श्रद्धालु भक्तो को अपनी ओर खींच रही हैँ. भव्य विशाल पंडाल सहित भगवान विघ्नहर्ता की बड़ी प्रतिमा व श्री राम दरबार की झांकी लोगो के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैँ. उक्त पंडाल मे स्थापित भगवान गणेश जी की प्रतिमा अंजोरा दुर्ग से लाया गया हैँ तो प्रभु श्री राम की झांकी राजनांदगाँव से लाई गई हैँ. ज्ञात हो कि नगर की प्राचीन व सबसे बड़ी प्रतिमा स्थापित करने के लिए ख्यातिप्राप्त यह समिति गणेश स्थापना का 42 वाँ वर्ष मना रही हैँ. समिति के संस्थापक सदस्य टीकम साधवानी ने प्रतिनिधि से चर्चा के दौरान बताया कि उन्होंने अपने अन्य साथी हीरानंद नारवानी, सुन्दरलाल पंजवानी, स्व. जयकिशन पंजवानी व हरीश तलरेजा के साथ मिलकर 42 वर्ष पूर्व की थी. उन्होंने बताया कि उनकी समिति मे किसी को कोई पद प्राप्त नही हैँ, सभी सेवाभाव के साथ तन मन धन से सेवा करते हैँ. समिति द्वारा लिमिटेड लोगो से चंदा लिया जाता हैँ और वही होते हैँ जो शुरु से चंदा देते आ रहे हैँ. समिति द्वारा डीजे धुमाल मे झांकी निकालने की जगह गणपति भोग की शानदार व्यवस्था करती हैँ, जिसमे हजारो लोगो को भोजन प्रसादी खिलाया जाता हैँ. वही नियमित विधि विधान के साथ पूजा पाठ होता हैँ, पंडाल मे पुरे 11 दिनों तक धार्मिक भजन ही चलाये जाते हैँ. उक्त आयोजन को इस वर्ष सफल बनाने मे विकास नारवानी, मयूर पंजवानी, रितेश नागवानी, गिरीश साधवानी, कैलाश नारवानी, नीरज नागवानी, संतोष नारवानी, सुनील पंजवानी, आशीष साधवानी, बंटी नारवानी, अमन चांवला, सागर पंजवानी व सुमीत पंजवानी सहित अन्य लोग लगे हुए हैँ.
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से संवर रही ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की योजना बिहान गांवो की महिलाओं के लिए वरदान बन रही है,जहां महिलाएं स्व सहायता समूहों के माध्यम से विभिन्न आजीविका गतिविधियों से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
स्वयंसेवकों ने चलाया अक्षर ज्ञान पर जागरूकता अभियान
महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव एवं गुण्डाघूर सम्मान वर्ष 2024-25 के लिए 25 सितम्बर तक अनुशंसाए आमंत्रित
रायपुर, 15 सितम्बर 2024/ 01 नवम्बर 2024 को राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर राज्य के सर्वाेत्कृष्ट खिलाड़ियों को दिए जाने वाले महाराजा प्रवीरचंद्र भजदेव एवं गुण्डाधूर सम्मान वर्ष 2024-25 हेतु 25 सितम्बर 2024 तक निर्धारित प्रारूप में अनुशंसाए आमंत्रित की गई है। महाराजा प्रवीरचद्र भंजदेव एंव गुण्डाधूर सम्मान प्रतिवर्ष एक-एक खिलाड़ी को दिया जाता है। प्रत्येक अलंकरण में 01 लाख रूपये नगद, अलंकरण फलक, प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
*ईद और गणपति विसर्जन को ध्यान में रखकर पैदल फ्लैग मार्च किया गया शहर में*
बिलासपुर ,दिनांक 16 सितम्बर 2024 को धार्मिक पर्व ईद मिलाद-उन-नवी का पर्व है। वर्तमान में गणेश चतुर्थी के पावन पर्व के अवसर पर बिलासपुर नगर के साथ-साथ जिले में सभी स्थानों में गणेश जी प्रतिमा स्थापित कर जन सामान्य पूजा अर्चना में लीन हैं। ऐसे समय में असामाजिक तत्व, गुण्डे, बदमाशों की गतिविधियों पर निगाह रखकर आपसी सौहाद्र में किसी प्रकार का खलल न हो इसको ध्यान में रखकर क़रीब 250 की संख्या में पुलिस बल अतिरिक्त लगाये गये हैं । ईद और गणपति विसर्जन को ध्यान में रखकर श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक, जिला बिलासपुर (छ.ग.) द्वारा स्वयं बल का नेतृत्व करते हुये शहर में सभी क्षेत्रों में पैदल फ्लैग मार्च किया गया । साम्प्रदायिक सौहाद्र, शांति एवं व्यवस्था बनाये रखने हेतु इस अवसर पर नगर की चाक चौबंद पुलिस व्यवस्था रखी गई है। अधिक भीड़ व जमाव वाले स्थानों पर अधिक से अधिक बल फिक्स प्वाइंट के रूप में ड्यूटी पर लगाये गये हैं एवं थाने की पेट्रोलिंग के साथ ही अतिरिक्त विशेष पेट्रोलिंग की व्यवस्था रखी गई है, जो निरन्तर पेट्रोलिंग कर असामाजिक तत्वों की अवांछित गतिविधयों पर तत्काल प्रभावी कार्यवाही करेंगे। फ्लैग मार्च में सभी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, राजपत्रित अधिकारी, थाना प्रभारीगण एवं तक़रीबन 300 मुस्तैद जवान फ्लैग मार्च में शामिल थे।
*आवास मित्रों की भरती, आवेदन की तिथि बढ़ाई गई*
बिलासपुर,प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण अंतर्गत जिले के विकासखंड बिल्हा में 78, कोटामें 80, मस्तूरी में 86, तखतपुर में 57 कुल 301 पदों में “आवास मित्र / समर्पित मानव संसाधन" की भर्ती किया जाना है। जिला पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने बताया कि विज्ञापन जारी कर दिया गया है एवं जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सूचना पटल में चस्पा करा दिया गया है। इन पदों पर इच्छुक पात्र उम्मीदवार निर्धारित प्रपत्र में आवेदन पत्र मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बिलासपुर, जिला बिलासपुर (छ.ग.) के नाम से दिनांक 18 सितंबर 2024 को सायं 05.30 बजे तक रजिस्टर्ड डाक/ स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज सकते हैं। इस हेतु विस्तृत विज्ञापन एवं आवेदन पत्र का प्रारूप कार्यालय के सूचना पटल एवं जिला बिलासपुर की वेब साईडपर देखा जा सकता है।