देश-विदेश

World Tourism Day 2024: अब केवल हेरिटेज नहीं, एडवेंचर, रूरल, ईको और सस्टेनेबल टूरिज्म भी विकसित होगा

देश में पर्यटन को बढ़ाने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने नौ सेंट्रल नोडल एजेंसी बनाई है। इनमें से चार की जिम्मेदारी ग्वालियर के आईआईटीटीएम (इंडियन इंस्टीट्यूट

आफ टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट) को सौंपी गई है। इसके अंतर्गत पर्यटन यानी टूरिज्म को वर्गीकृत कर काम किया जा रहा है, जिनमें एडवेंचर टूरिज्म, रूरल

टूरिज्म, सस्टेनेबल टूरिज्म और ईको टूरिज्म शामिल हैं। इन पर्यटन स्थलों को विकसित करने के साथ ही वहां के लोगों को पर्यटन मित्र बनाया जा रहा है, जिससे

पर्यटकों को इन स्थानों पर पहुंचकर असुविधा ना हो। इसकी निगरानी भी की जा रही है। पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार अभी तक हम केवल हेरिटेज पर्यटन की बात

करते थे, जिसमें पुराने इतिहास को खंगालते थे, लेकिन अब पर्यटकों की रुचि अन्य क्षेत्रों के प्रति जागने लगी है। चूंकि भारत गांवों में बसता है, इसलिए पर्यटक

ग्रामीण परिवेश समझना चाहते हैं, गांव देखना चाहते हैं, वहां भोजन का स्वाद चखना चाहते हैं। संस्कृति को समझना चाहते हैं।

सही मायने में पर्यटन अब बहुत सारे प्रकारों में बदल गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए पर्यटन मंत्रालय ने यह पहल की है। मंत्रालय ने कुल नौ कैटेगरी बनाईं हैं, जिनमें से चार की जिम्मेदारी आइआइटीटीएम को और पांच का जिम्मा आईटीडीसी (इंडियन टूरिज्म डवलपमेंट कार्पोरेशन) दिल्ली को सौंपा है। इस पर काम शुरू हो गया है।

आईआईटीटीएम ने तैयार की योजना

आईआईटीटीएम ने इन चारों वर्गीकृत टूरिज्म पर कार्ययोजना बनाई है। ऐसे स्थलों पर रहने वाले लोग, पुलिस और गाइड को ट्रेंड किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मंत्रालय ने इन सभी के ऊपर एक राष्ट्रीय स्तर का बोर्ड भी बनाया है, जो पूरी निगरानी कर रहा है।

देश को मिलेंगे 36 बेस्ट विलेज

 

रूरल टूरिज्म के अंतर्गत देश के 36 बेस्ट विलेज पर्यटकों की नजर में आएंगे। इसमें प्रदेश के भी बेस्ट टूरिज्म विलेज भी शामिल होंगे। इसकी घोषणा पर्यटन दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में होने वाले कार्यक्रम में होगी।

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