छत्तीसगढ़ / कोरिया

जिले में 10वीं में 84 प्रतिशत व 12वीं में 87 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण

 कोरिया, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दसवीं एवं बारहवीं की बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दी है। जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र गुप्ता ने जानकारी दी है कि इस बार जिले में 10वीं कक्षा में 1 हजार 408 छात्र व 1 हजार 628 छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसमे से 1 हजार 113 छात्र व 1 हजार 444 छात्राएं उत्तीर्ण हुए। इसी तरह 12वीं कक्षा में 1 हजार 81 छात्र व 1 हजार 363 छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए थे, जिसमे से 933 छात्र व 1 हजार 200 छात्राएं उत्तीर्ण हुए। जिले में कक्षा दसवीं की परीक्षा परिणाम 84.22 प्रतिशत और बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 87.27 प्रतिशत रहा।

 

आदर्श सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल बैकुण्ठपुर के कक्षा 10वीं के छात्र सिद्धांत सिंह आत्मज प्रकाश सिंह 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किया है। इस बार कक्षा दसवीं में 811 लड़कियों और 516 लड़को ने प्रथम श्रेणी में स्थान बनाया है। दिव्तीय श्रेणी में 598 लड़कियों व 532 लड़को ने उत्तीर्ण तथा तृतीय श्रेणी में 100 विद्यार्थियों ने उत्तीर्ण हुए।

 

इसी तरह कक्षा बारहवीं में शकुंतला सरस्वती हायर सेकेंडरी स्कूल, बैकुंठपुर के छात्र आशुतोष पिता ओमप्रकाश साहू ने 93.60 प्रतिशत तथा शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल, बैकुंठपुर के छात्र तेजप्रताप राजवाड़े पिता राजेन्द्र प्रसाद ने भी 93.60 प्रतिशत अंक प्राप्त कर स्कूल का गौरव बने। इस बार कक्षा बारहवीं में 605 लड़कियों और 389 लड़को ने प्रथम श्रेणी में स्थान बनाया है। दिव्तीय श्रेणी में 562 लड़कियों व 485 लड़को ने उत्तीर्ण तथा तृतीय श्रेणी में 91 विद्यार्थियों उत्तीर्ण हुए।

 

कोई भी विद्यार्थी अपने धैर्य नहीं खोए

जिला कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने उत्तीर्ण हुए सभी विद्यार्थियों को बधाई दिए और आगे कक्षाओं के लिए खूब मेहनत करने को कहा। श्री लंगेह ने कहा कि कुछ विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम आशा अनुरूप होंगे, कुछ विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम अपेक्षा से कम होंगे वहीं कुछ के परिणाम निराशाजनक होंगे तथा कुछ छात्र-छात्राएं अपने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं होंगे। उन्होंने विद्यार्थियों व पालकों को सुझाव देते हुए कहा कि कई बार अलग-अलग कारणों के कारण परिणाम मन मुताबिक नहीं होता। ऐसे में कोई भी विद्यार्थी अपने धैर्य नहीं खोए। श्री लंगेह ने कहा कि पालक, अभिभावक, शिक्षक ऐसे समय में विद्यार्थियों से सकारात्मक बातें कर उनकी हौसला अफजाई करे।

 

फेल छात्र निराश न हो

श्री लंगेह ने कहा जो छात्र परीक्षा में अंक प्राप्त हुए हैं या अनुत्तीर्ण हो गए हैं उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। पालकों को उनकी पसंद की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करनी चाहिए। उन्हें कड़ी मेहनत करने और उनका आत्मविश्वास बढ़ाना चाहिए। सभी अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि छात्रों को डांटने की बजाय उनके साथ दोस्ताना व्यवहार करें।

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