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ईद पर क्या कुछ है खास?

ईद-उल-फितर पर रमजान का समाप्ति होती है। इस त्यौहार की संस्कृति और जज़्बे को दर्शाने वाले पकवानों के साथ इसे पूरी दुनिया में मनाया जाता है। इस साल यह 11 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस त्यौहार की काफी अहमियत है और इबादत में डूबे पूरे एक महीने के समापन के रूप में माना जाता है। रमजान में पूरे महीने रोजा रखा जाता है, नमाज पढ़ी जाती है और ऐसा माना जाता है कि यह खुद की तलाश और लोगों की मदद का मौका होता है। परिवार के लोग और दोस्त-यार खुशी के इस मौके पर इकट्ठा होते हैं, स्वादिष्ट खाना-पीना होता है, एक-दूसरे को तोहफे दिए जाते हैं और नए-नए कपड़े पहनने का रिवाज है। टेलीविजन के सितारे, एण्डटीवी की कल्ट कॉमेडी ‘भाबीजी घर पर है’ के आसिफ शेख (विभूति नारायण मिश्रा) और सलीम जै़दी (टिल्लू), मोहम्मद हाशमी (तोमर, ‘अटल‘) और जारा वारसी (चमची, एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन’), ईद मनाने के अपने प्लान के बारे में बता रहे हैं। 
 
 
एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के आसिफ शेख उर्फ विभूति नारायण मिश्रा का कहना है, "हर साल मुझे अपनों के साथ ईद मनाने का बेसब्री से इंतजार रहता है। नए कपड़ों की शॉपिंग, मेरी पत्नी के हाथों के बने स्वादिष्ट पकवानों और घर पर मेहमानों के स्वागत के बिना यह त्यौहार अधूरा है। मेरे पास ईद से जुड़ी बचपन की कई यादें हैं। मुझे अच्छी तरह याद है चांद का वो इंतजार और उसके नजर आ जाने की बेसब्री, जो कि ईद के शुरू हो जाने का प्रतीक माना जाता है। उसके बाद हमें अपने नए कपड़े पहनने का मौका मिलता था। नए कपड़ों के साथ एक बेहद खुशनुमा एहसास जुड़ा है, हम एक-दूसरे को तोहफे देते थे और कजिन्स के बीच बड़ा दोस्ताना कॉम्पिटिशन होता था कि कौन ज्यादा बेहतर दिख रहा है (हँसते हुए)। वैसे तो ईदी की पंरपरा का काफी महत्व था, लेकिन परिवारवालों के साथ बिताया गया अनमोल वक्त सबसे ज्यादा यादगार है। इससे ईद का सही मतलब समझ आता है कि यह भौतिक चीजों से कहीं ऊपर है। उम्मीद है कि यह ईद भी सभी के लिए ढेर सारी खुशियाँ और शांति लेकर आएगी। सबका घर ठहाकों से गूँजे, आपका दिल खुशियों से भर जाए और आपको ढेर सारी नेमत मिले। ईद मुबारक!"
 
 
महमूद हाशमी, एण्डटीवी के शो ‘अटल‘ के तोमर का कहना है, "रमजान हमेशा ही मुझे बेहद समर्पण और पूर्णता के भाव से भर देता है। यह मेरे आध्यात्मिक विकास और खुद को बेहतर बनाने की मेरी लगन को भी दिखाता है। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि मैं अटल के कास्ट व क्रू के साथ इस बार ईद मनाऊँगा। उन्हें लजीज बिरयानी खिलाऊँगा, जो कि हमारे सेट पर बच्चों की पसंदीदा है। मेरी ईद की शुरुआत मस्जिद में नमाज के साथ होगी, उसके बाद मैं मेरे मोहल्ले के दोस्तों के साथ स्वादिष्ट नाश्ते का लुत्फ उठाऊँगा। फिर सारा दिन ‘अटल‘ के मेरे दूसरे परिवार और प्रार्थनाओं, हँसी-ठिठोली तथा इस शो के जरिए हमें जो दुआएँ मिली हैं, उसके साथ बीतेगा। भले ही मैं मुंबई में हूँ, लेकिन मुझे अपनी माँ के हाथों की बनी स्वादिष्ट बिरयानी, मटन कोरमा, शाही टुकड़ा और शीर खुरमा की बहुत याद आएगी। मुझे अच्छी तरह याद है कैसे मैं अपने होमटाउन दिल्ली में कटोरी भर-भर के शीर खुरमा खाया करता था। इसलिए, वर्चुअल तरीके से दिल्ली में अपनों के साथ ईद मनाने और एक-दूसरे को मुबारकबाद देने की सोच रहा हूँ। इन सारे उत्सवों के बीच मैं अपने लिए थोड़ा वक्त निकालूँगा और नमाज अदा करूँगा। अपने जीवन की खुशियों के लिए उन्हें शुक्रिया कहूँगा और उनसे आगे की राह दिखाने की प्रार्थना करूँगा। मैं पूरे विश्वास, ढेर सारे प्यार, उदारता के साथ ईद मनाने की कोशिश करूँगा। मैं जहाँ भी जाऊँ, खुशियाँ और अच्छाई फैलाने की कोशिश करूँगा। आप सबको ईद मुबारक!"
 
 
 
जारा वारसी, एण्डटीवी के शो ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ की चमची का कहना है, "इस साल मैं लखनऊ में अपने परिवार वालों के साथ ईद मनाने के लिए बहुत खुश हूँ। मैंने पहले ही अपने भाई-बहनों और रिश्तेदारों के लिए तोहफे ले लिए है, लेकिन जब मैं एक बार वहाँ पहुँच जाऊँगी, तो थोड़ी शॉपिंग और होगी। मैं बहुत खुश हूँ कि मेरी मॉम गिफ्ट में मुझे एक खूबसूरत चिकनकारी पिंक सलवार सूट देने वाली हैं। यह लखनऊ का पारंपरिक परिधान है। इसके साथ ही मेरी मॉम और दादी एक बड़े भोज के लिए ईद के पकवान बनाने वाली हैं और मुझे बहुत खुशी हो रही है। इस त्यौहार में हमारे परिवार के लोग एकजुट होते हैं और एक-दूसरे के साथ का आनंद लेते हैं। हमारे साथ परिवार के बाकी लोग और दोस्त भी जुड़ने वाले हैं, यह काफी बड़ा मौका होने वाला है। ईद का समय हमारे ऊपर अल्लाह की नेमत का शुक्रिया कहने और अपने आस-पास हँसी-खुशी फैलाने का भी मौका होता है। मैं सभी को एक खुशनुमा और मुबारक ईद की शुभकामनाएँ देती हूँ!"
 
 
 
एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ के सलीम जै़दी उर्फ टिल्लू का कहना है, "ईद मेरे लिए खास मौका होता है, जिसे मैं अपने परिवार के साथ मनाता हूँ। मैं अपने रिश्तेदारों के घर जाता हूँ, जहाँ लजीज बिरयानी की महक हवा में घुल जाती है। मैं तो कटोरी भर-भर के शीर खुरमा चट कर सकता हूँ। मेरे घर में कई लोग काफी अच्छा खाना पकाते हैं और हम ईद के पकवानों का पूरा मजा लेते हैं। आखिर में खा-खाकर दम निकल जाता है, लेकिन इतना तो लाजमी है। एक महीने के रोजे के बाद, ईद मुझे खुशियों से भर देती है और अपनों के साथ वक्त बिताने और स्वादिष्ट पकवानों को चखने का मौका नहीं जाने देती। ईद से जुड़ी मेरी कई बेहतरीन यादें हैं, खासकर अपने दोस्तों के साथ दोस्ताना कॉम्पिटिशन से जुड़ी हुई। मैं यह देखता था कि किसे सबसे ज्यादा ईदी मिली है। हम अक्सर अपने कलेक्शन देखा करते थे और इस बारे में बातें करते थे कि हमने कितनी कमाई की है। यदि पैसे थोड़े कम पड़ जाते थे तो हम अपने पेरेंट्स से थोड़े और पैसे देने की खुशामद करते थे। 50 रुपए की मामूली रकम होने के बावजूद भी उसकी खुशी का कोई मुकाबला नहीं था। हम आइसक्रीम पार्टी के साथ त्यौहार का मजा लिया करते थे, हँसी-ठिठोली और दोस्ताना माहौल में आजादी का अपना एक अलग ही स्वाद था। यह ईद भी वैसी ही होगी। अपने परिवार और दोस्तों के साथ वक्त बिताने, शीर खुरमा और सुगंधित बिरयानी का स्वाद चखने का बेसब्री से इंतजार है। इसके साथ ही अपने चहेते 'भाबीजी घर पर हैं' परिवार के साथ ईद मनाना, मेरे दिल में एक खास जगह रखता है। यह सेट मेरे लिए मेरे दूसरे घर की तरह हो गया है और क्रू के सदस्य मेरे विस्तृत परिवार के हिस्से की तरह हैं। इसलिए, अगले दिन मैं उनके लिए बिरयानी और मीठे पकवान की दावत रखने वाला हूँ। वरना, मेरे लिए यह त्यौहार अधूरा ही रह जाएगा।"
 
 
 
देखिए, ‘अटल‘ रात 8 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ रात 10 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं‘ रात 10:30 बजे, हर सोमवार से शुक्रवार, केवल एण्डटीवी पर!

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