सौरमंडल और ब्राम्हांड के बारे इस छात्रा की अनोखी सोच, फ्रांस जाकर बस्तर का किया नाम रोशन
कोंडागांव |
12-Apr-2024
उच्चशिक्षा अध्ययन कर लगभग युवा यूपीएससी व इंजीनियर, डाक्टर और बेहतर बिजनेसमैन बनने का सपना देखते है, लेकिन नगर के मरारपारा में रहने वाली नित्या पांडे ने स्कूली समय से ही सौरमंडल और ब्राम्हांड विषय पर ही कुछ अलग करने की सोच बनाते हुए अपना टॉरगेट फिक्स कर रखा था। और आज वह सात समंदर पार दक्षिण अमेरिका के देश चिली के यूनिवर्सिटी ऑफ चिली में सौरमंडल पर शोध कर रही है।
वह वर्ष 2021 में विभिन्न परीक्षाओं और इंटरव्यू के बाद चिली के लिए सलेक्ट हुई थी और तबसे वह वहीं रहकर अपना रिचर्स कर रही हैं। कुछ दिनों पहले ही वह कोण्डागांव अपने परिजनों से मिलने आई थी, तब हमारी मुलाकात नित्या से हुई उन्होंने बताया कि, चिली एक्सट्रोनामी अध्ययन के लिए विश्व में सबसे बेहतर जगह है। नित्या ने बताया कि, वह सौरमंडल का विकास कैसे हुआ और नेप्च्यून के आगे कायबर बेल्ट पर पाये जाने वाले माइनर बॉडी की खोज में वह काम कर रही है।