छत्तीसगढ़
रायपुर : अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस : बुजुर्ग समाज के प्रकाश-स्तंभ हैं, उनके अनुभवों के प्रकाश में नयी पीढ़ियां आगे बढ़ती हैं - श्री भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर रायपुर के सरदार बलबीर सिंह जुनेजा इनडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों का शॉल और श्रीफल देकर सम्मान किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल संवेदनशीलता के साथ मंच से उतरकर स्वयं बुजुर्गों के पास पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों को इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर, चश्मा और हियरिंग एड सहित 825 सहायक उपकरण भी प्रदान किए। इस अवसर पर सभी जिलों के लगभग साढ़े छः हजार से अधिक वरिष्ठजन उपस्थित थे।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि मानव जीवन की तीन प्रमुख अवस्थाएं हैं- बाल्यावस्था, युवावस्था और वृद्धावस्था। मनुष्य की वृद्धावस्था उसके जीवनभर के ज्ञान और अनुभवों का निचोड़ है, उसकी जीवनभर की तपस्या का संचय है। इसीलिए हमारे बुजुर्ग हमारे समाज के प्रकाश-स्तंभ हैं। उनके अनुभवों के प्रकाश में ही नयी पीढ़ियां आगे बढ़ती हैं। शास्त्रों में कहा गया है कि बुजुर्गों की सेवा करने से आयु, विद्या, यश और बल बढ़ता हैं।
श्री बघेल ने कहा है कि नये दौर के समाज में हमारे पुरातन जीवन-मूल्य बहुत पीछे छूटते जा रहे हैं। बुजुर्गों ने जीवनभर जिन लोगों के लिए मेहनत की, त्याग किया वे उन्हीं के द्वारा उपेक्षित कर दिए जाते हैं। राज्य सरकार द्वारा बुजुर्गों के लिए सियान हेल्प लाइन नम्बर शुरू किया गया है। इस हेल्पलाईन का उपयोग दिव्यांग, विधवा और उभयलिंगी व्यक्ति भी कर सकते हैं। सियान हेल्पलाइन सेंटर और टोल फ्री नंबर के सेटअप की स्थापना के लिए बजट में एक करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। हेल्पलाइन नंबर पर अभी तक 76 हजार से ज्यादा कॉल आ चुके हैं, इनमें से 1493 कॉल बुजुर्गों ने किए हैं। हमें खुशी है कि इस हेल्पलाइन सेंटर के माध्यम से हम बुजुर्गों की मदद कर पा रहे हैं।
श्री बघेल ने कहा कि राज्य सरकार ने निराश्रितों, बुजुर्गों, दिव्यांगों, विधवा तथा परित्यक्ता महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के अंतर्गत दी जाने वाली मासिक पेंशन की राशि को 350 रुपए से बढ़ाकर 500 रुपए प्रतिमाह कर दिया है। प्रदेश के 13 लाख से ज्यादा बुजुर्गजन मासिक पेंशन योजना का लाभ उठा रहे हैं। इसके अलावा राज्य सरकार बुजुर्गों को 49 हजार आवश्यक सहायक उपकरणों का वितरण भी कर चुकी है। राज्य शासन के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना शुरू की गई है। इससे उनके बुढ़ापे में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि बुजुर्गों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए राज्य सरकार द्वारा सियान जतन क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश के आयुर्वेदिक अस्पतालों में भी बुजुर्गों के लिए विशेष ओपीडी और पंचकर्म सेवाएं दी जा रही हैं। राज्य में श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स में 72 प्रतिशत तक कम कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इस योजना का लाभ भी हमारे वरिष्ठ नागरिकों को मिल रहा है।
श्री बघेल ने सभी से अपने परिवार या आसपास बुजुर्गों की समस्याओं को समझने का प्रयास करने की अपील करते हुए कहा कि बुजुर्गों की सेवा के फल से बढ़कर कोई पूजा-आराधना नहीं है। उनका आशीर्वाद ही सबसे बड़ा पुण्यफल है। बुजुर्गों को हमसे उतने ही प्रेम की उम्मीद होती है, जितना प्रेम उन्होंने हमें दिया है।
समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने बुजुर्गों को अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल बुजुर्गों, निराश्रितों, दिव्यांगों, किसानों सहित हर वर्ग का ध्यान सुचारू रूप से रख रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा पैसा नहीं देने पर भी राज्य सरकार ने योजनाओं के लिए अग्रिम स्वीकृति दी है, जिससे व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है।
कार्यक्रम में बुजुर्गों को 25 इलेक्ट्रॉनिक व्हीलचेयर, 600 हियरिंग एड और 200 चश्मा सहित 825 सहायक उपकरण प्रदान किए गए। इस अवसर पर दिव्यांग महाविद्यालय रायपुर के बच्चों द्वारा शानदार देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया गया। बुजुर्गों का निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। यहां श्रवण और नेत्र जांच कर चश्मा प्रदान किया गया। इसके साथ ही समाज कल्याण विभाग द्वारा बुजुर्गों को योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाया गया। इस अवसर पर संसदीय सचिव श्रीमती रश्मि आशीष सिंह,संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, छत्तीसगढ़ योग आयोग के अध्यक्ष श्री ज्ञानेश शर्मा, विधायक श्री सत्य नारायण शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा, समाज कल्याण विभाग के सचिव श्री अमृत खलखो सहित बड़ी संख्या में वरिष्ठजन उपस्थित थे।
रायपुर : बरसों की झांकी परम्परा को नई पीढ़ी भी उत्साह से बढ़ा रही, यह सबसे अच्छी बात- मुख्यमंत्री श्री बघेल
गणेशोत्सव पर हर साल राजधानी के नागरिक भगवान गणेश की सुंदर झांकियों का इंतज़ार करते हैं। रायपुर में इसकी भव्य परंपरा है और पूरा शहर रात्रि जागरण कर भगवान गणेश की झांकियों के रूप में सुंदर लीलाओं का इंतज़ार करता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी रायपुर के अन्य नागरिकों के साथ सुंदर झांकियों से भक्ति रस का आनंद लिया और गणेश जी की पूजा की।
उन्होंने समिति के सदस्यों को बधाई दी और कहा कि आप लोगों ने बहुत सुंदर झांकी तैयार की है। इससे नई पीढ़ी को भी अपनी सांस्कृतिक परंपरा की जानकारी मिलेगी। श्री बघेल ने कहा कि आप सभी समितियां बरसों से उस परंपरा को चला रही हैं जिसे आपके मोहल्ले की पुरानी पीढ़ियों ने शुरू किया होगा। ये बहुत स्वागत योग्य बात है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस मौके पर भगवान गणेश की विविध स्वरूपों में निकली झांकी का अवलोकन किया।
झांकी में प्रमुख रूप से भगवान विष्णु के स्वरूप, कृष्ण भगवान के दही लूटने हेतु मटका फोड़ आदि की झांकी निकाली गई ।इस अवसर पर संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, नगर निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री गिरीश देवांगन सहित गणमान्य नागरिक तथा बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।
बिलासपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह में PM MODI बोले – छत्तीसगढ़ में परिवर्तन तय, भाजपा सरकार बनते ही PSC मामले के दोषियों पर होगी कार्रवाईआगे देखिये खबर
बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में आयोजित भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी शामिल हुए. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत जय जोहार से की. मोदी ने कहा, छत्तीसगढ़ में परिवर्तन तय है. छत्तीसगढ़ की जनता कह रही है कि अउ नई सहिबो, बदल के रहिबो. बदल के रहिबो. मोदी ने पीएससी मामले को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा पीएसएसी में जो भी दोषी है, भाजपा सरकार बनते ही उन पर कठोर कार्रवाई होगी.
मोदी ने कहा, भारत सरकार ने अपनी जिम्मेदारी निभाई. कांग्रेस सरकार के कारण प्रोजेक्ट रुके हैं या देरी से चल रहे हैं. यदि कांग्रेस की सरकार फिर आई तो क्या यहां के युवा, महिला और लोगों का भला होगा..?? जब दिल्ली में रिमोट कंट्रोल की कांग्रेस की सरकार थी, तब रेलवे के लिए 300 करोड़ मिलता था, लेकिन इस साल छग में 6 हजार करोड़ रुपए दिए हैं. आप बताइए कहां 3 सौ करोड़, 6 हजार करोड़, ये है मोदी का छग प्रेम, छग का विकास है. हम चाहते हैं छत्तीसगढ़ में रेलवे का तेजी से विकास हो, आप सबको सुविधा मिले. हमने वंदे भारत ट्रेन दी है, कोरोना के संकट में गरीब के इस बेटे ने तय किया मैं अपने हर भाई बहनों को संकट के इस समय में मुफ्त राशन दूंगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कांग्रेस ने गरीब अन्न कल्याण योजना में भी घोटाला कर दिया. जो राशन में घोटाला करे, उसे दोबारा मौका देना चाहिए क्या. अगर दोबारा मौका मिले तो छग पूरा बर्बाद हो जाएगा की नहीं. अगर दोबारा मौका मिला तो घोटाला करने की इतनी हिम्मत मिल जाएगी कि उन्हें घोटाला करने से कोई रोक नहीं पाएगा. कांग्रेस नेताओं को अपने बच्चों के जीवन से बहुत सरोकार है, लेकिन आप लोगों के बच्चों से उन्हें कोई सरोकार नहीं है. भाजपा सरकार ने करोड़ों रुपए दिए हैं, लेकिन कांग्रेस ने आते ही उसका बंटाधार कर दिया.
मोदी ने कहा, कांग्रेस ने शराब घोटाला किया, गोबर को भी नहीं छोड़ा है. कांग्रेस ने लोगों को क्या क्या सपने दिखाए थे, लेकिन उन्हें क्या मिला. विधानसभा चुनाव के 6 महीने बाद ही छग के लोगों ने लोकसभा में बता दिया था. पीएससी में जो भी दोषी है, भाजपा सरकार बनते ही उन पर कठोर कार्रवाई होगी. मोदी ने कहा, यहां के किसानों के धान का दाना-दाना मोदी सरकार खरीदती है, केंद्र सरकार ने धान के लिए 1 लाख करोड़ से ज्यादा रकम दी है.
रायपुर : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग को लेकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा- (पीएससी) की परीक्षा देने वाले किसी भी एक अभ्यर्थी ने शिकायत की उसका गंभीरता से जांच करेंगे...
यदि कहीं कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच करेंगे और दोषी कोई भी होगा तो कार्रवाई होगी : मुख्यमंत्री श्री बघेल
छत्तीसगढ़ सरकार युवाओं के साथ, कोई भी उनकी मेहनत पर पानी नहीं फेर सकता : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने युवाओं से की अपील, किसी भी तरह के बहकावे में ना आए, अपनी तैयारी मेहनत और लगन से करते रहे
रायपुर, 30 सितंबर 2023
छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (पीएससी) को लेकर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि पीएससी की परीक्षा देने वाले किसी भी एक अभ्यर्थी ने अब तक शिकायत नहीं की है। यदि किसी तरह की कोई भी शिकायत आती है या किसी अभ्यर्थी द्वारा एक भी शिकायत की जाती है तो हम हर शिकायत की गंभीरता से जांच करेंगे। किसी का अधिकार छीनने का किसी को भी हक नहीं है। जब आप योग्य हैं, आप परीक्षा दे रहे हैं, आप पात्रता रखते हैं तो उसका लाभ आपको निश्चित रूप से मिलना चाहिए। यदि कोई गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच करेंगे और यदि कोई दोषी है तो उस पर जरूर कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ हूं। उन्होंने युवा साथियों से अपील करते हुए कहा कि युवा साथी किसी भी तरह के बहकावे में ना आए, अपनी तैयारी मेहनत और लगन से करते रहे। पीएससी की परीक्षा के रिजल्ट आए कई दिन हो गए हैं, अब तक किसी भी अभ्यर्थी द्वारा किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी अधिकारी का पुत्र-पुत्री होने में कोई दोष नहीं है, परीक्षा में सारे अभ्यर्थी समान रूप से शामिल होते हैं और उसी तर्ज पर सफलता पाते हैं। लेकिन यदि इसका अनुचित लाभ उठाया जाता है तो यह गलत है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षाओं के विभिन्न चरणों में अभ्यर्थियों द्वारा तरह-तरह के अभ्यावेदन/शिकायत दिए जाते हैं जैसे कि शैक्षणिक अर्हता आयु मे छूट, आरक्षण रोस्टर, लिंग/जन्मतिथि परिवर्तन आवेदनों को भरने में विभिन्न प्रकार की त्रुटि. अनुक्रमांक, केन्द्र, परीक्षा की तिथि आगे-पीछे करने आदि प्राप्त सभी अभ्यावेदनों/शिकायतों पर आयोग द्वारा तत्काल संज्ञान में लिया जाकर निराकरण किया जाता है तथा अभ्यावेदनों/शिकायतों पर आवश्यक कार्यवाही निर्धारित समय में की जाती है जिससे कि अभ्यर्थियों को इसका लाभ प्राप्त हो सके। वर्ष भर परीक्षाओं को निर्बाध रूप से संपन्न कराने की कार्यवाही लगातार करते रहने एवं अभ्यर्थियों के आवेदनों को समय पर निराकरण करने में आयोग द्वारा पूर्ण पारदर्शिता बरती जाती है। इसके उपरांत अभ्यर्थियों एवं कतिपय लोगों के द्वारा भ्रामक जानकारी देकर आयोग को आक्षेप लगाया गया है कि ये परीक्षा में बैठे हैं, साक्षात्कार में भी उपस्थित हुए हैं. परन्तु उनके उत्तीर्ण होने की घोषणा में दूसरे का नाम जारी कर दिया गया है। उक्त प्रकरण की जांच करने पर शिकायत तथ्यहीन व निराधार पायी गई तथा संबंधित अभ्यर्थी के विरूद्ध आयोग द्वारा एफ.आई.आर दर्ज कराया गया।
इसी प्रकार एक अन्य अभ्यर्थी के द्वारा अधिक अंक प्राप्त होने के उपरांत भी साक्षात्कार में नहीं बुलाने संबंधी अभ्यावेदन/शिकायत आयोग कार्यालय को प्राप्त हुआ था, प्राप्त अभ्यावेदन/शिकायत का परीक्षण करने पर अभ्यावेदन/शिकायत गलत पाया गया। अभ्यर्थी को आयोग के परीक्षा संबंधी समस्त नियमों के अनुरूप अनर्ह किया गया है और इस बाबत अभ्यर्थी को सूचित भी किया गया है। आयोग को पिछले एक वर्ष में विभिन्न अभ्यावेदको से लगभग कुल 95 अभ्यावेदन/शिकायत प्राप्त हुए, जिनमें से 76 प्रकरणों का निराकरण कर दिया गया है तथा शेष 19 प्रकरणों पर प्रक्रिया चल रही है। इस प्रकार कोई भी अभ्यावेदन/शिकायत आयोग में शेष नहीं है। उपरोक्त तथ्यों से यह स्पष्ट हो रहा है कि आयोग प्राप्त अभ्यावेदनो/शिकायतों पर विचार कर की गई कार्यवाही से अभ्यावेदकों को अवगत कराता है।
अभ्यर्थी अधिकृत ई-मेल पर कर सकते हैं शिकायत
यदि किसी भी अभ्यर्थी को आयोग में अभ्यावेदन/शिकायत प्रस्तुत करना हो तो आयोग के अधिकृत ई-मेल आई डी cgpsc.cg@gov.in एवं आयोग कार्यालय छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग, नार्थ ब्लॉक सेक्टर-19, अटल नगर नया रायपुर के शिकायत प्रकोष्ठ (विधि अनुभाग) में सीधे अभ्यावेदन/शिकायत प्रस्तुत कर सकते है, जिनका नियमानुसार निराकरण कराया जाकर संबंधितों को सूचित करने की कार्यवाही की जावेगी।
इस दिन बंद रहेगी शराब दुकानें, छत्तीसगढ़ में गाँधी जयंती को शुष्क दिवस घोषित किया गया है
रायपुर । छत्तीसगढ़ में 2 अक्टूबर को गाँधी जयंती के अवसर पर शुष्क दिवस घोषित किया गया है। आबकारी आयुक्त छत्तीसगढ़ के निर्देश पर मदिरा विक्रय हेतु शुष्क दिवस घोषित किया गया है। इस दिन छत्तीसगढ़ की सभी शराब दुकानें बंद रहेगी।
उक्त निर्देश के परिप्रेक्ष्य में जगदलपुर कलेक्टर विजय दयाराम के. द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2023 को जिले में स्थित सभी प्रकार की मदिरा दुकानें अर्थात देशी मदिरा तथा विदेशी मदिरा दुकानों सहित एफएल-3 होटल बार, एफएल-7 सैनिक कैंटीन एवं मद्य भण्डागार जगदलपुर को पूर्णतः बंद रखे जाने आदेश जारी किया गया है। वहीं उक्त दिवस पर मदिरा का विक्रय न होने पाये और न ही किसी भी प्रकार से मदिरा का संव्यवहार हो, यह सुनिश्चित किये जाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये गए हैं।
रायगढ़ बैंक डकैती सुलझाने वाले पुलिस कर्मियों को मिलेगा सम्मान एवं विशेष प्रोत्साहन : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल
पुलिस कर्मियों को आउट आफ टर्न प्रमोशन, सैलरी इंक्रीमेंट, नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से किया जाएगा सम्मानित
रायगढ़ और बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक ने पुलिस कर्मियों के साथ मुख्यमंत्री का जताया आभार
रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने रायगढ़ जिसे के एक्सिस बैंक डकैती केस को 24 घंटे के भीतर सुलझाने वाली रायगढ़ और बलरामपुर जिले की पुलिस के लिए सम्मान एवं विशेष प्रोत्साहन देने की बात कही है। बिहार के गैंग द्वारा रायगढ़ जिले के एक्सिस बैंक में करोड़ों रूपए की डकैती को अंजाम दिया गया था। लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस की तत्परता और आपसी सामंजस्य की वजह से इसी तरह से बैंक डकैतियों को अंजाम देने वाला गैंग 24 घंटे के भीतर ही शत प्रतिशत रकम के साथ पकड़ा गया।
छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा इस डकैती को सुलझाने और बिहार के बैंक डकैती गैंग को पकड़ने के पश्चात छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा द्वारा इस केस में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कर्मियों को आउट आफ टर्न प्रमोशन, सैलरी इंक्रीमेंट, नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित करने की अनुशंसा की है, जिले मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने यथावत स्वीकार करने की बात कही है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपनी पूरी कर्तव्यनिष्ठा के लिए काम कर रही है और उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान उन्हें मिलना चाहिए। इस अवसर पर रायगढ़ जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार तथा बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री लाल उमेद सिंह ने बैंक डकैती सुलझाने में शामिल पुलिस कर्मियों के साथ मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए उनका आभार प्रकट किया।
छत्तीसगढ़ सरकार का लक्ष्य, बेरोजगारों को मिले रोजगारः सीएम बघेल
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को राजधानी रायपुर स्थित निवास कार्यालय से छत्तीसगढ़ के 01 लाख 35 हजार 104 शिक्षित बेरोजगार हितग्राहियों को 35 करोड़ 48 लाख 7 हजार 500 रुपए का बेरोजगारी भत्ता सीधे उनके बैंक खातों में अंतरित किया। बेरोजगारी भत्ता योजना के अंतर्गत अभी तक छः किस्तों में हितग्राहियों को 182 करोड़ 47 लाख 2 हजार 500 रूपए का बेरोजगारी भत्ता दिया जा चुका है।
बेरोजगारी भत्ता योजना के अंतर्गत अप्रेल माह से अभी तक 2 लाख 1 हजार 4 सौ 43 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं जिनमें से 94 फीसदी अर्थात 1 लाख 79 हजार 494 आवेदनों को स्वीकृति के लिए अनुशंसित कर दिया गया है। जबकि शेष 6 फीसदी अभ्यर्थी भौतिक सत्यापन में अनुपस्थित रहे हैं। बेरोजगारी भत्ता का लाभ लेने वाले अभ्यर्थियों में से 39 फीसदी महिलाएँ हैं जबकि 83 फीसदी अभ्यर्थी ग्रामीण वर्ग से हैं।
बघेल के निर्देशानुसार बेरोजगारी भत्ते के लिए चयनित अभ्यर्थियों को कौशल प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा रहा है। अभी तक ऐसे 7 हजार 464 अभ्यर्थी प्रशिक्षित होकर रोजगार से जुड़ गए हैं जबकि 1 हजार 7 सौ 96 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण भी जल्दी ही शुरू हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल रूप से बस्तर एवं सरगुजा संभाग में शिक्षक और व्याख्याता के पद पर चयनित 2 हजार 161 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इनमे से 2 हजार 139 सहायक शिक्षक तथा 22 व्याख्याता हैं।
बेरोजगारी भत्ता वितरण तथा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला, संचालक तकनीकी शिक्षा अवनीश शरण, संचालक लोक शिक्षण सुनील जैन समेत अन्य विभागीय अधिकारी तथा बेरोजगारी भत्ता योजना के हितग्राही उपस्थित थे।
पीएम मोदी पहुंचे छत्तीसगढ़, मंत्री भगत ने किया स्वागत
रायपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह में शामिल होने रायपुर पहुंचे।
प्रदेश सरकार की ओर से संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत स्वामी विवेकानंद विमानतल पर उनकी अगवानी की।
DJ के कानफोड़ू शोर पर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने स्वतः संज्ञान, मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर मांगा जवाब आगे देखिए खबर...
बिलासपुर। शहर में डीजे के शोर से हो रही दिक्कतों पर चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने स्वतः संज्ञान लिया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रकरण को जनहित याचिका के रूप में सुनवाई करते हुए मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर रिपोर्ट देने का अंतरिम आदेश पारित किया है.
बता दें, कि एक जनहित याचिका पर 6 दिसम्बर 2016 को हाईकोर्ट ने आदेशित किया था कि कलेक्टर और एसपी यह सुनिश्चित करेंगे कि किसी भी वाहन पर साउंड बॉक्स रख कर डीजे न बजाया जाए. गाड़ियों पर साउंड बॉक्स रखकर डीजे बजाने पर साउंड बॉक्स जब्त करना है, और बिना मजिस्ट्रेट के आदेश के उन्हें नहीं छोड़ा जाना है. साउंड बॉक्स मिलने पर वाहन का रिकॉर्ड रखा जाए. दूसरी बार उसी गाड़ी पर साउंड बॉक्स बजाए जाने पर उस वाहन का परमिट निरस्त किया जाए और बिना हाईकोर्ट के आदेश के कोई नया परमिट जारी नहीं किया जाए.
लेकिन कोर्ट के आदेश का आज तक पालन नहीं हो पाया और शहर में कई अवसरों पर तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा है. इससे लोगों को भारी दिक्कत होने के साथ ही ध्वनि प्रदूषण संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ रहा है. वहीं बीते साल 19 फरवरी को भी हाई कोर्ट ने डीजे से प्रदूषण पर दायर एक अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए महाधिवक्ता कार्यालय को शासन से यह दिशा निर्देश लेने को कहा था कि कोर्ट के आदेश पर क्या कार्रवाई की जा रही है.
कटघोरा वनमंडल अंतर्गत कि घटना : बेबी एलीफेंट की मौत, वन विभाग में मचा हड़कंप आला अधिकारी मौके पर पहुंचे...
कोरबा। कटघोरा वनमंडल अंतर्गत जटगा वन परिक्षेत्र के नागोई गांव के सालिया भाटा में बेबी एलीफेंट (baby elephant) की मौत हो गई है. इस घटना से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. बेबी एलीफेंट की मौत की सूचना पर वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं और विभाग की टीम जांच में जुटी हुई है.
कटघोरा डीएफओ कुमार निशांत ने बताया कि घटना लगभग रात 3:00 बजे की है. जटगा वन परिक्षेत्र के सालियाभाटा गांव में बेबी एलीफेंट की मौत की सूचना मिली. जहां तत्काल मौके पर पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी ली गई और आगे की जांच कार्रवाई की जा रही है.
Horoscope of 30 September : इस राशि के जातकों को हानि या विवाद संभव, और किसको नए अवसर की होगी प्राप्ति, जानिए अपनी राशि …
Horoscope of 30 September : आज का पंचाग. दिनांक 30.09.2023 शुभ संवत 2080 शक 1945 सूर्य दक्षिणायन का आश्विन मास कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि दोपहर को 12 बजकर 22 मिनट तक रहेगा. दिन शनिवार रेवती नक्षत्र रात्रि को 09 बजकर 08 मिनट तक रहेगा. आज चंद्रमा मेष राशि में रहेगा. आज का राहुकाल सबह को 08 बजकर 54 मिनट से 10 बजकर 24 मिनट तक होगा.
आज के राशियों का हाल तथा ग्रहों की चाल-
मेष राशि – किसी प्रकार के नये अवसर की प्राप्ति होगी. आर्थिक स्थिति यथावत् रहेगी. हानि या विवाद संभव. शुक्र से उपाय – ऊॅ शुं शुक्राय नमः का जाप करें. चावल, दूध, दही का दान करें. वृद्ध महिला की सहायता करें.
वृषभ राशि – सत्तापक्ष से किसी पद की प्राप्ति. नौकरी के प्रयास में सफलता मिलेगी. किसी वरिष्ठ व्यक्ति से सहयोग प्राप्त होगा. स्कीन एलर्जी संबंधित कष्ट. शनि के उपाय – ‘ऊॅ शं शनैश्चराय नमः’’ की एक माला जाप कर दिन की शुरूआत करें. भगवान आशुतोष का रूद्धाभिषेक करें. उड़द या तिल दान करें.
मिथुन राशि – कार्य में तेजी दिखाई देगी. मातापक्ष से सहयोग या मुलाकात. वाहन एवं मकान संबंधी कार्य से तनाव. आज लाभ की स्थिति को बनाये रखने के लिए. ऊॅ गं गणेशाय नमः का एक माला जाप करें. पौधे का दान करें. इलायची खायें एवं खिलायें.
कर्क राशि – शेयर या लाटरी में अचानक हानि की संभावना. प्रतिद्वंतिदयों से विवाद या हानि की संभावना. घर में इलेक्टानिक्स की खरीदी संभव छुट्टियों का आनन्द लेंगे. राहु से संबंधित कष्टों से बचाव के लिए – ऊॅ रां राहवे नमः का एक माला जाप कर दिन की शुरूआत करें. मूली का दान करें. सूक्ष्म जीवों को आहार दें.
सिंह राशि – नई विद्या पर कार्य की शुरूआत या नये योजना से कार्य करने से लाभ. नये लोगों से व्यवहारिक दूरी बनाये रखना उचित होगा. असंभावित हानि से बचने के लिए के निम्न उपाय करने चाहिए – ऊॅ कें केतवें नमः का जाप कर दिन की शुरूआत करें. सूक्ष्म जीवों की सेवा करें. गाय या कुत्ते को आहार दें.
कन्या राशि – नवीन कार्य में सफलता. भागीदारी से लाभ. यकृत रोग से कष्ट. मंगल जनित दोषों को दूर करने के लिए – ऊॅ अं अंगारकाय नमः का एक माला जाप करें. हनुमानजी की उपासना करें. मसूर की दाल, गुड दान करें.
तुला राशि – परिवारिक विवाद. जिम्मेदारी में वृद्धि किंतु लाभ में कमी से तनाव. व्यसन के बाद दोस्तों से विवाद. राहु कृत दोषों की निवृत्ति के लिए – ऊॅ रां राहवे नमः का जाप कर दिन की शुरूआत करें. काली चीजों का दान करें.
वृश्चिक राशि – वाहन या मकान में बदलाव. अपनो से धोखा. उदर विकार. सूर्य के निम्न उपाय आजमायें – ऊ धृणि सूर्याय नमः का जाप कर, अध्र्य देकर दिन की शुरूआत करें. लाल पुष्प, गुड, गेहू का दान करें. आदित्य ह्दय स्त्रोत का पाठ करें.
धनु राशि – आत्मविश्वास से कार्य में लाभ. घरेलू सुख में वृद्धि. फूड पाइजनिंग. शनि से उत्पन्न कष्टों की निवृत्ति के लिए – ऊॅ शं शनिश्चराय नमः’’ का जाप कर दिन की शुरूआत करें. भगवान आशुतोष का रूद्धाभिषेक करें. काले वस्त्र का दान करें..
मकर राशि – जायदाद संबंधी कार्य से लाभ. धार्मिक स्थल की यात्रा के योग. जीवनसाथी को स्वास्थगत कष्ट. मंगल के दोषों की निवृत्ति के लिए – ऊॅ अं अंगारकाय नमः का एक माला जाप करें. हनुमानजी की उपासना करें. मसूर की दाल, गुड दान करें.
कुंभ राशि – व्यवसायिक अपयष की संभावना. प्रेमसंबंधों में प्रगाढ़ता. मातृपक्ष से लाभ. चंद्रमा के निम्न उपाय करें – ऊॅ श्रां श्रीं श्रीं एः चंद्रमसे नमः का जाप करें. दूध, चावल, का दान करें.
मीन राशि – परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न. आकस्मिक हानि या चोरी. दोस्तों तथा परिचितों का साथ. गुरू के लिए निम्न उपाय करें- ऊॅ गुं गुरूवे नमः का जाप करें. कुल पुरोहित, ब्राह्ण्य को यथासंभव दान दें.
जो मन में चल रहा है उसे बोलना सीखो : प्रवीण ऋषि
उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि ने कहा कि कई बार मनुष्य अपने मन में क्या चल रहा है, उसे बोलने की जगह कुछ और बोल देता है। हम किसी उलझन में फंस जाते हैं तो हमारे मन में यह चलता रहता है, कि कैसे हम किसी से बोलें? यह कपोत लेश्या का चरित्र है। आदमी उलझन में फंस जाता है। सीधा व्यक्ति टेढ़ा चलने लगता है। जो बात मन को, दिल को चुभती है, उसे बता नहीं सकता है। इस लेश्या से बचने के लिए जो मन में चल रहा है, उसे बोलना सीखो। उक्ताशय की जानकारी रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने दी।
उपाध्याय प्रवर गुरुवार को लालगंगा पटवा भवन में धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। लेश्या की प्रवचन माला में आज उन्होंने कपोत लेश्या का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि जो हम नहीं देख सकते हैं उसे जानने के लिए हम ज्योतिष के पास जाते हैं, और जो हम देख सकते है, लेकिन हमें नहीं दीखता है, वह हम दर्पण में देख लेते हैं। लेकिन हम अपनी ऊर्जा नहीं देख सकते, अपना औरा (आभामंडल) नहीं देख सकते। इसे देखने के लिए प्रभु महावीर ने एक दर्पण बनाया है, जिसे लेश्या कहते हैं। लेश्या का विज्ञान बताता है कि आपकी औरा क्या है, आप क्या हैं, और क्या बन सकते हैं। ग्रह-नक्षत्र आपके हाथ में नहीं है, आपके शरीर की गति आपके हाथ में नहीं है, लेकिन आप लेश्या को बदल सकते हैं। लेश्या में स्वयं को देख लोगे तो स्वयं को बदल पाओगे। उन्होंने बताया कि मुसीबत में हम मन की उलझन नहीं बता पाते हैं। जो बात दुःख पहुंचाती है, उसे नहीं बता पाते हैं। कपोत लेश्या का चरित्र है कि जो दुखता है वह बताने की जगह हम कुछ और बता देते हैं। जो हमारे मन में चल रहा है वह नहीं बता पाते हैं।
कपोत लेश्या वाला व्यक्ति टेढ़ा होता है। न तो सीधा बोलता है, न सीधा चलता है और न सीधा सोचता है। ऐसे में जिंदगी उलझकर रह जाती है। ऐसे में वह अपनों को भी नजरअंदाज करने लगता है। लेकिन कई लोग टेढ़े होते हुए भी सीधा चलते हैं, और सीधे होते हुए भी टेढ़ा चलते हैं। यह कपोत लेश्या का चरित्र है। अगर आप लेश्या का उपयोग कर पाओगे तो स्वयं का इलाज कर पाओगे। जितना आप स्वयं को जानते हो, दूसरा और कोई नहीं जनता है। स्वयं की लेश्या को समझ सको तो ज्योतिष के पास जाने की जरुरत ही नहीं पड़ेगी।
नवकार कलश अनुष्ठान की तैयारियां जोरों पर :
रायपुर श्रमण संघ के अध्यक्ष ललित पटवा ने बताया कि 1-2 अक्टूबर को आयोजित नवकार तीर्थ कलश अनुष्ठान की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। नवकार तीर्थ कलश समिति के सदस्य तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है। इस अनुष्ठान से जुड़ने देश-विदेश से जैन बंधुओं के फोन आ रहे हैं। अब तक अमेरिका, लंदन, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, से लगभग 100-150 श्रद्धालुओं के नाम आ चुके हैं। वहीं छत्तीसगढ़ समेत देशभर से भी सैकड़ों जैन बंधु इस अनुष्ठान में शामिल होने वाले हैं। उन्होंने बताया कि 1 अक्टूबर को 24 घंटों का नवकार महामंत्र जाप होगा। इसके बाद 2 अक्टूबर को नवकार कलश अनुष्ठान सुबह 7.30 से 9 बजे संपन्न होगा। विदेश में बसे परिवारों के लिए इस अनुष्ठान से जुड़ने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था भी की गई है। अनुष्ठान के दिन उन्हें लिंक उपलब्ध कराया जायेगा, जिससे वे इस अनुष्ठान में अपने परिवार के साथ शामिल हो सकेंगे। वहीं नवकार कलश को सुरक्षित पहुंचाने के लिए भी रायपुर श्रमण संघ ने कूरियर की व्यवस्था की है, ताकि विदेश में बैठे जैन परिवारों तक यह कलश पहुंच जाए। पंचधातु नवकार कलश के लिए सहयोग राशि 3100 रुपए रखी गई है। नवकार कलश के लिए सकल जैन समाज के सदस्य लालगंगा पटवा भवन में संपर्क कर सकते है।
उन्होंने यह भी बताया कि आज कर्नाटक से अखिल भारतीय स्थानक वासी जैन कॉन्फ्रेंस के दल पंच दिवसीय गुरुयात्रा के कल्प में रायपुर पहुंचा। बेंगलुरु से पहुंचे श्रावकों ने आज उपाध्याय प्रवर के दर्शन कर उनसे आग्रह किया कि आप रायपुर का चातुर्मास पूर्ण कर कर्नाटक की ओर विहार करें तथा बेंगलुरु को अपनी ओजस्वी वाणी से लाभान्वित करें।
छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी
रायपुर । मानसूनी तंत्र और चक्रवात के प्रभाव से अगले 48 घंटों में गरियाबंद, महासमुंद, रायगढ़ और उससे लगे कुछ जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
वहीं दूसरी ओर रायपुर, दुर्ग सहित अन्य क्षेत्रों में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार है।
मौसम विभाग का कहना है कि अब मानसून की विदाई शुरू हो गई है। अगले तीन दिनों में उत्तर पश्चिम भारत व उससे लगे पश्चिम मध्य भारत से मानसून की विदाई होगी। साथ ही छत्तीसगढ़ से भी 12 अक्टूबर तक मानसून की विदाई संभावित है।
मौसम विभाग ने बताया कि एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित है।इसके और ज्यादा प्रबल होकर आगे बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से शनिवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी। साथ ही कुछ क्षेत्रों में बिजली भी गिर सकती है।
बारिश ने दिलाई उमस से राहत
बीते कुछ दिनों से बारिश होने से उमस में बढ़ोतरी हो रही थी। शुक्रवार दोपहर हुई जमकर बारिश ने उमस से राहत दिलाई। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में भी प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है। अधिकतम तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा। शुक्रवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री सेल्सियसदर्ज किया गया,जो सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियसदर्ज किया गया,जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा।
पीएम मोदी 30 को बिलासपुर में, परिवर्तन यात्रा के समापन में होंगे शामिल
मुंबई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के समापन समारोह में शामिल होंगे।
इस दौरान वे आमसभा में कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाने के साथ ही प्रदेश में सत्ता में वापसी का बिगुल फूंकेंगे। तीन महीने में पीएम का यह तीसरा छत्तीसगढ़ प्रवास होगा। इसके पूर्व वे रायपुर और रायगढ़ में सभा ले चुके हैं।
12 सितंबर को दंतेवाड़ा से निकली थी यात्रा
पीएम नरेन्द्र मोदी तीन अक्टूबर जगदलपुर प्रवास पर रहेंगे। बिलासपुर और बस्तर में भाजपा के कमजोर जनाधार को देखते हुए ही यहां पीएम का कार्यक्रम तय किया गया है। बता दें कि 12 सितंबर को दंतेवाड़ा और 15 सितंबर को जशपुर से निकली परिवर्तन यात्रा में केंद्रीय मंत्री, सांसद व अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए हैं। इस दौरान पांच हजार से अधिक लोगों ने भाजपा में प्रवेश किया है। यात्रा के दौरान 85 स्वागत सभा, 84 जनसभा और सात रोड शो हुए।
बिलासपुर संभाग की 13 सीटों पर कांग्रेस के विधायक
यह यात्रा 87 विधानसभा क्षेत्रों की 2,989 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद आज बिलासपुर में समाप्त होने जा रही है। इससे पूर्व बिलासपुर के सीपत रोड स्थित साइंस कालेज मैदान से दोपहर 12:30 बजे रैली शुरू होगी, वहीं दो बजे से आमसभा होगी। दरअसल, परिवर्तन यात्रा के बहाने प्रधानमंत्री प्रदेश के सबसे बड़े बिलासपुर संभाग के आठ जिलों के अंतर्गत आने वाली 24 विधानसभा सीटों को साधेंगे। वर्तमान में यहां 13 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं।
दोपहर में पहुंचेंगे रायपुर एयरपोर्ट
सात सीटें भाजपा के पास, दो छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) और दो सीटें बहुजन समाज पार्टी के पास हैं। यानी भाजपा की स्थिति यहां कमजोर है। प्रधानमंत्री मोदी का दोपहर 1.30 बजे रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत अगुवानी करेंगे। यहां से वे बिलासपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। वहीं शाम को 4.50 बजे रायपुर विमानतल से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे।
स्पेशल रिपोर्ट-9 : चुनाव-2023 : दल बदलने वाले शीर्ष नेताओं की कहानी-2 …पृथक छत्तीसगढ़ राज्य में नहीं बन पाए नायक
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव-2023 को लेकर हमारी स्पेशल रिपोर्ट की ये 9वीं कड़ी है. इस श्रृंखला में दल बदलने वाले शीर्ष नेताओं की कहानी भी आप पढ़ रहे हैं. पार्टी छोड़ने और नई पार्टी से जुड़ने वाले नेताओं की सफलता और विफलता पर आधारित यह दूसरी स्टोरी है. यह कहानी देश की राजनीति में महानायक रहे उस नेता की है, जो पृथक छत्तीसगढ़ में नायक नहीं बन पाए थे.
विद्याचरण शुक्ल ‘विद्या भैय्या’
देश की राजनीति में तूती बोलती रही, लेकिन पृथक छत्तीसगढ़ की राजनीति में नेता जी कामयाब नहीं हो पाए. दल बदलते रहे, पार्टी छोड़ते रहे, शिखर पर भी रहे, पर जब घर वापसी हुई, तो ताकतवर नहीं रहे. बात स्व. विद्याचरण शुक्ल की हो रही है. जिन्हें प्यार से छत्तीसगढ़ के लोग ‘विद्या भैय्या’ कहते हैं.
विद्या भैय्या का जन्म 2 अगस्त 1929 को रायपुर में हुआ. उनके पिता पंडित रविशंकर शुक्ल मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे थे. जबकि बड़े भाई श्यामाचरण शुक्ल भी अविभाजित मध्यप्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री रहे. इस तरह राजनीतिक विरासत शुक्ल को घर पर मिली थी.
उन्होने राजीतिक जीवन की शुरुआत लोकसभा चुनाव से की थी. कांग्रेस पार्टी से 1957 में महासमुंद से लोकसभा चुनाव जीते और सबसे कम उम्र के युवा सांसद बने थे. स्व. शुक्ल छत्तीसगढ़ के संसदीय इतिहास में 9 बार लोकसभा चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाने वाले नेता रहे. उनका यह रिकॉर्ड आज भी कायम है. केंद्र में गृह, रक्षा, वित्त, योजना, सूचना एवं प्रसारण, विदेश समेत अन्य मंत्री भी रहे.
कांग्रेस छोड़ जनमोर्चा से जुड़े
देश में आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करारी हार मिली थी. इंदिरा सरकार के जाने के बाद वीसी शुक्ल कांग्रेस के साथ नहीं रहे. उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया. वे कांग्रेस छोड़ 80 के दशक में जनमोर्चा से जुड़ गए. उन्होने विश्वनाथ प्रताप सिंह के साथ मिलकर ‘जनता दल’ बनाया. 1989-90 में वीपी सिंह की नेशनल फ्रंट सरकार एक बार फिर केंद्रीय मंत्री बने. हालांकि सरकार अधिक दिनों तक चली नहीं. विद्या भैय्या भी वीपी सिंह के साथ टिके नहीं.
एक और नेता, एक और पार्टी
1990 में वीपी सिंह की सरकार गिरने के बाद विद्या भैय्या ने फिर पाला बदला और वे समाजवादी जनता पार्टी में चले गए. यहाँ उन्होने चंद्रशेखर के साथ केंद्र में सरकार बनाई और कुछ महीनों तक मंत्री रहे.
कांग्रेस में हुई वापसी
कांग्रेस छोड़ने के बाद वीपी सिंह और चंद्रशेखर की पार्टी में जाने के बाद विद्या भैय्या की कांग्रेस में वापसी पीवी नरसिम्हा राव सरकार के दौरान हुई. कई वर्षों तक कांग्रेस से दूर रहने के बाद 90 के दशक में वे कांग्रेस में लौटे राव सरकार में संसदीय मामले और जल संसाधन जैसे विभाग के मंत्री रहे.
पृथक छत्तीसगढ़ राज्य
2000 में जब मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ नया राज्य बना तो विद्या भैय्या इसके नायक बनना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कांग्रेस पार्टी ने गांधी परिवार के बेहद करीबी हो चुके नेता अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बना दिया. विद्या भैय्या राष्ट्रीय नेतृत्व के इस फैसले बेहद नाराज हुए. उन्होने अपनी नाराजगी राज्य लेकर दिल्ली तक बहुत ही तल्खी के साथ जाहिर की. उनके साथी और पार्टी के दिग्गज नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिशें की. लेकिन सब नाकामयाब रहे. करीब दो साल तक पार्टी के अंदर खींचतान चलते रहा.
एनसीपी के साथ, कांग्रेस की हार
कांग्रेस से नाराज चल रहे वीसी शुक्ल ने आखिरकार 2003 में पार्टी छोड़ दी. यह दूसरा मौका था जब वे कांग्रेस से अलग हुए थे. 2003 विधानसभा चुनाव के पहले शरद पवार की पार्टी एनसीपी से जुड़ गए. उन्होने पूरे दम-खम के साथ 90 में से 89 सीटों पर एनसीपी को चुनाव लड़वाया. दर्जनों सीटों पर कांग्रेस से नाराज नेताओं को टिकट दी. हालांकि कामयाबी सिर्फ एक सीट पर मिली. नोबेल वर्मा एनसीपी की टिकट पर चंद्रपुर से विधायक बनने में सफल हुए थे. भले विद्या भैय्या को अपनी पार्टी के जरिए एक सीट पर सफलता मिली थी, लेकिन उन्होने कांग्रेस के कई सीटों पर समीकरण बिगाड़ दिए थे. 2003 के चुनाव में भाजपा 39.26 प्रतिशत, कांग्रेस 36.71 प्रतिशत और एनसीपी को 7.9 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह कांग्रेस सरकार बनाने से वंचित रह गई थी.
विद्या भैय्या का जन्म 2 अगस्त 1929 को रायपुर में हुआ. उनके पिता पंडित रविशंकर शुक्ल मध्यप्रदेश के पहले मुख्यमंत्री रहे थे. जबकि बड़े भाई श्यामाचरण शुक्ल भी अविभाजित मध्यप्रदेश में तीन बार मुख्यमंत्री रहे. इस तरह राजनीतिक विरासत शुक्ल को घर पर मिली थी.
उन्होने राजीतिक जीवन की शुरुआत लोकसभा चुनाव से की थी. कांग्रेस पार्टी से 1957 में महासमुंद से लोकसभा चुनाव जीते और सबसे कम उम्र के युवा सांसद बने थे. स्व. शुक्ल छत्तीसगढ़ के संसदीय इतिहास में 9 बार लोकसभा चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बनाने वाले नेता रहे. उनका यह रिकॉर्ड आज भी कायम है. केंद्र में गृह, रक्षा, वित्त, योजना, सूचना एवं प्रसारण, विदेश समेत अन्य मंत्री भी रहे.
कांग्रेस छोड़ जनमोर्चा से जुड़े
देश में आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करारी हार मिली थी. इंदिरा सरकार के जाने के बाद वीसी शुक्ल कांग्रेस के साथ नहीं रहे. उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया. वे कांग्रेस छोड़ 80 के दशक में जनमोर्चा से जुड़ गए. उन्होने विश्वनाथ प्रताप सिंह के साथ मिलकर ‘जनता दल’ बनाया. 1989-90 में वीपी सिंह की नेशनल फ्रंट सरकार एक बार फिर केंद्रीय मंत्री बने. हालांकि सरकार अधिक दिनों तक चली नहीं. विद्या भैय्या भी वीपी सिंह के साथ टिके नहीं.
एक और नेता, एक और पार्टी
1990 में वीपी सिंह की सरकार गिरने के बाद विद्या भैय्या ने फिर पाला बदला और वे समाजवादी जनता पार्टी में चले गए. यहाँ उन्होने चंद्रशेखर के साथ केंद्र में सरकार बनाई और कुछ महीनों तक मंत्री रहे.
कांग्रेस में हुई वापसी
कांग्रेस छोड़ने के बाद वीपी सिंह और चंद्रशेखर की पार्टी में जाने के बाद विद्या भैय्या की कांग्रेस में वापसी पीवी नरसिम्हा राव सरकार के दौरान हुई. कई वर्षों तक कांग्रेस से दूर रहने के बाद 90 के दशक में वे कांग्रेस में लौटे राव सरकार में संसदीय मामले और जल संसाधन जैसे विभाग के मंत्री रहे.
पृथक छत्तीसगढ़ राज्य
2000 में जब मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ नया राज्य बना तो विद्या भैय्या इसके नायक बनना चाहते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कांग्रेस पार्टी ने गांधी परिवार के बेहद करीबी हो चुके नेता अजीत जोगी को मुख्यमंत्री बना दिया. विद्या भैय्या राष्ट्रीय नेतृत्व के इस फैसले बेहद नाराज हुए. उन्होने अपनी नाराजगी राज्य लेकर दिल्ली तक बहुत ही तल्खी के साथ जाहिर की. उनके साथी और पार्टी के दिग्गज नेताओं ने उन्हें मनाने की कोशिशें की. लेकिन सब नाकामयाब रहे. करीब दो साल तक पार्टी के अंदर खींचतान चलते रहा.
एनसीपी के साथ, कांग्रेस की हार
कांग्रेस से नाराज चल रहे वीसी शुक्ल ने आखिरकार 2003 में पार्टी छोड़ दी. यह दूसरा मौका था जब वे कांग्रेस से अलग हुए थे. 2003 विधानसभा चुनाव के पहले शरद पवार की पार्टी एनसीपी से जुड़ गए. उन्होने पूरे दम-खम के साथ 90 में से 89 सीटों पर एनसीपी को चुनाव लड़वाया. दर्जनों सीटों पर कांग्रेस से नाराज नेताओं को टिकट दी. हालांकि कामयाबी सिर्फ एक सीट पर मिली. नोबेल वर्मा एनसीपी की टिकट पर चंद्रपुर से विधायक बनने में सफल हुए थे. भले विद्या भैय्या को अपनी पार्टी के जरिए एक सीट पर सफलता मिली थी, लेकिन उन्होने कांग्रेस के कई सीटों पर समीकरण बिगाड़ दिए थे. 2003 के चुनाव में भाजपा 39.26 प्रतिशत, कांग्रेस 36.71 प्रतिशत और एनसीपी को 7.9 प्रतिशत वोट मिले थे. इस तरह कांग्रेस सरकार बनाने से वंचित रह गई थी
शायद ये सबसे बड़ी गलती थी
2003 के चुनाव में मिली विफलता के बाद विद्या भैय्या ने शरद पवार का साथ छोड़ दिया. उनका मन अब छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल भाजपा से लग गया था. उन्होने 2004 लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा प्रवेश कर लिया. दल-बदल की राजनीति के बीच में शायद ये उनकी ये सबसे बड़ी गलती थी. क्योंकि एनसीपी को छोड़ कांग्रेस में लौटे होते तो शायद वापस केंद्र की राजनीति में रहे होते.
2004 लोकसभा में भाजपा ने उन्हे उसी महासमुंद संसदीय सीट टिकट दी, जहाँ से पहले 7 बार चुनाव जीत चुके थे. विद्या भैय्या को पूर्ण विश्वास था कि विफलताओं के इस दौर में यहाँ सफलता जरूर मिलेगी. हालांकि ऐसा हो नहीं पाया. नियति देखिए. जिस अजीत जोगी के मुख्यमंत्री से बनने नाराज होकर उन्होने कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी, कांग्रेस ने उसी अजीत जोगी को महासमुंद से विद्या भैय्या के खिलाफ उतारा था. 2003 के चुनाव में हारे हुए दोनों दिग्गजों के बीच मुकाबला और देश भर की निगाहें इसी सीट पर थी. परिणाम जब आया तो सब हैरान थे. इस वजह से नहीं कि अजीत जोगी चुनाव जीत गए. हैरानी इस बात को लेकर थी कि विद्या भैय्या 1 लाख से अधिक मतों से चुनाव हार गए. विद्या भैय्या के लिए दुखद यह भी रहा कि केंद्र में सरकार तब कांग्रेस की बन गई थी. भाजपा की बनती तो केंद्र की राजनीति में जाने की संभावना हार के बाद भी बनी रहती, क्योंकि राज्य में उनके लिए कुछ पाने को था नहीं.
दूसरी बार घर वापसी
चुनाव हारने के बाद उन्हें लगने लगा था कि भाजपा में कद अनुरूप सम्मान नहीं मिल रहा. लिहाजा 2006 में पुनः कांग्रेस में लौट आए. कांग्रेस में दूसरी बार उनकी घर वापसी थी. हालांकि यहाँ भी आने के बाद स्व. शुक्ल के लिए करने के लिए कुछ खास था नहीं. चाहकर भी दोबारा वे केंद्र की राजनीति में लौट नहीं पाए. इधर छत्तीसगढ़ में भाजपा का कमल खिलना जारी रहा. और विद्या भैय्या का राजनीति में धीरे-धीरे मुरझाना.
परिवर्तन यात्रा अंतिम यात्रा साबित हुई
ये और बात थी कि जीवन के अंतिम पड़ाव तक राजनीति में किसी जवान नेता की तरह ही सक्रिय रहे. 2013 विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस राज्य भर में परिवर्तन यात्रा निकाल रही थी. इस यात्रा में उनकी भागीदारी जोर-शोर से रही. नक्सलियों के हिट लिस्ट में होने के बाद भी उन्होने बस्तर में आयोजित यात्रा में हिस्सा लिया था. उनके लिए यह यात्रा उनके जीवन की अंतिम यात्रा साबित हुई. झीरम नक्सल घटना में बुरी तरह घायल हुए और अस्पताल में लंबे समय तक मृत्यु से लड़ते हुए जीवन हार गए. इस तरह से देश की राजनीति में महानायक रहने वाले विद्याचरण शुक्ल पृथक छत्तीसगढ़ में कभी राजनीति के नायक नहीं बन पाए.
भिलाई 3 स्थित आवास में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गणपति जी की सपरिवार पूजा अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की
भिलाई 3, 29 सितंबर 2023
कांग्रेस : अपनी उपलब्धि बताने का साहस दिखाएं पीएम मोदी, विपक्ष को कोसने के बजाय...
रायपुर (वीएनएस)। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद दीपक बैज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर छत्तीसगढ़ चुनावी दौरे पर आ रहे है। प्रधानमंत्री अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम वर्ष को भी पूरा करने वाले है लेकिन प्रधानमंत्री अपने साढ़े 9 साल के कार्यों के बारे में अपने भाषणों में चर्चा भी नहीं करते है। प्रधानमंत्री सिर्फ विपक्ष को कोसते है। उनके पास अपनी उपलब्धियों के बारे में कुछ बोलने को है ही नहीं। महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की आय, कालाधन के बारे में प्रधानमंत्री चुप रहते है। प्रधानमंत्री के द्वारा भाजपा के द्वारा किये गये वायदों से ही कुछ सवालों के जवाब जनता जानना चाहती है।
प्रधानमंत्री जवाब दें-
1 छत्तीसगढ़ की यात्री ट्रेनों को लगातार रद्द क्यों किया जा रहा है?
2 छत्तीसगढ़ के चावल का कोटा 86 लाख मीट्रिक टन से घटाकर 61 लाख क्यों किया?
5 अच्छे दिन कब आयेंगे ?
6 किसके अकाउंट में 15 लाख जमा किए ?
7 महंगाई कब कम होगी ?
8 पेट्रोल-डीजल के दाम कब कम होंगे ?
9 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार क्यों नहीं मिला ?
10 चीन को लाल आंख कब दिखाएंगे ?
11 नोटबंदी से जनता को और सरकार को क्या मिला ?
12 370 हटने से कश्मीर में कितनो ने प्लॉट खरीदा और कितनी कंपनी ने प्लांट खड़े किए ?
13 किसानों की आय दुगनी हुई क्या ?
14 बेटियां सुरक्षित क्यो नही ?
15 शिक्षा संस्थानों की हालत खस्ता क्यो ?
16 जीएसटी से व्यापारियों ने और सरकार ने क्या पाया, क्या खोया ?
17 100 स्मार्ट सिटी का वादा था, कितने स्मार्ट सिटी बने ?
19 सरकारी संपत्ति को बेच-बेच कर कब तक देश चलेगा ?
20 पुलवामा में सेना के जवानों की हत्या का जिम्मेदार कौन ?
21 स्वच्छ भारत के तहत अभियान में करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है, कितने शहर स्वच्छ हुए ?
22 9 साल में ईडी और आईटी की रैड कितने भाजपाई नेताओ के ऊपर पड़ी ?
23 2014 से पहले आपके पास भ्रष्टाचारियों की फाइल होती थी, उसमे से कितने कांग्रेसियों पर कार्यवाही करते हुए जेल में भेजा ?
25 नोटबंदी के बाद आतंकवाद खत्म हो जाएगा ऐसा आपने कहा था, क्या वो हुआ? क्या कश्मीर में भारत के जवान शहीद नहीं हो रहे ?
27 2022 में हर बेघर को अपना घर देने का वादा था, वादा कितना पूरा हुआ ?
28 नोटबंदी में कितने भाजपाई नेता नोट बदलने के लिए लाइन में खड़े थे? कितनों के पास आय से अधिक काला धन मिला?
29 विदेश में जमा काला धन कितने भारतीयों का है? किसका है? वापस कब लायेंगे ?
30 आपकी हर एक विदेश यात्रा में कितना खर्च हुआ ?
31 उज्जवला योजना के तहत कितने लाभार्थियों को मुफ्त सिलेंडर दिया गया? उनमें से कितनों ने अपने पैसे से रिफिल करवाया?
32 पकौड़ा, पान, पंचर उद्योग के तहत कितने युवाओं को रोजगार मिला?
33 5 ट्रिलियन इकोनॉमी की बाते की थी, आज अर्थव्यवस्था बदहाल क्यों हैं?
34 2000 की नोट आपकी सरकार ने ही लॉन्च की थी, ऐसा क्या हुआ की कम समय पर ही बंद करने का निर्णय लेना पड़ा?
35 डॉलर के मुकाबले रुपये का हाल बेहाल क्यों हैं?
36 मणिपुर में भी डबल इंजिन की सरकार है फिर दंगे क्यों भड़के? मणिपुर में कुछ करते क्यों नहीं?
प्रधानमंत्री पूरा भरोसा है आप इन सवालों का जवाब नहीं देंगे लेकिन जनता के इन सवालों को हम उठाते रहे है आगे भी उठाते रहेंगे।