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परवरिश:घर के काम में अगर चाहिए बच्चों का साथ तो करनी होगी खेल और काम की ये जुगलबंदी

 खाना बनाना हो, सफ़ाई करना या फिर घर के बाक़ी काम-काज ये जीवन कौशल हैं और हर किसी को सीखने ही चाहिए। इसलिए अपने बच्चे को ये गुण बचपन से ही सिखाएं। ये कौशल उनके शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएंगे। पर इन कामों को सीधे तौर पर बच्चों को नहीं सिखाया जा सकता इसलिए आप खेलों की मदद ले सकती हैं। इससे न सिर्फ़ बच्चे काम को मस्ती में सीखेंगे बल्कि आपके साथ उनका रिश्ता भी बेहतर होगा। हालांकि ये ध्यान रखें कि इन कामों को बच्चे बोझ ना समझें।

संगीत की धुन पर थिरकेगा सामान
अगर आप चाहती हैं कि बच्चा घर की सफ़ाई में आपका हाथ बंटाए तो इसके लिए आप संगीत की मदद ले सकती हैं। इसके लिए कुछ ऊर्जा से भरे संगीत चालू करें और अपने बच्चे को संगीत बंद होने से पहले इधर-उधर बिखरा सामान या खिलौने उठाने को कहें। जब संगीत बंद हो तो उसे मूर्ति की तरह स्थिर खड़ा रहने को कहें। इसके बाद फिर से संगीत चालू करें और उसे अपना टास्क पूरा करने का मौक़ा दें। ऐसा करने से न सिर्फ़ बच्चे की काम में भागीदारी बढ़ेगी, बल्कि वह फुर्तीला भी रहेगा।

पासे के खेल से बंटेगा सबमें काम
बच्चा घर के काम में तभी दिलचस्पी लेगा जब परिवार के अन्य सदस्य उसके साथ जुड़ेंगे। इसलिए इस खेल में परिवार के कुछ और लोगों को भी शामिल करें। सबसे पहले सफ़ाई के कामों की एक लिस्ट बनाएं और हर काम को एक नंबर दे दें। अब प्रत्येक सदस्य पासा फेंकेगा और जो भी नंबर आएगा उसे वह काम करना होगा। इससे बच्चों में ज़िम्मेदारी की भावना बढ़ेगी। हालांकि कामों का चुनाव ऐसा रखें कि बच्चे भी आसानी से कर पाएं, जैसे- खिलौने उठाना, कपड़े सुखाना या तह करना, फर्नीचर पोंछना आदि।

खिलौने करेंगे लोरी सुनकर आराम
खिलौने सही जगह रखने के इस बोरिंग काम को बच्चों के लिए इस खेल से मज़ेदार बनाया जा सकता है। सबसे पहले बच्चे से कहें कि उनकी तरह खेलने के बाद खिलौनों को भी आराम करना होता है। इसलिए लोरी सुनाते हुए सुलाने के लिए टोकरी, कैबिनेट या दराज़ में सही तरह से रखें। शुरुआत में इस खेल में आपको भी शामिल होना होगा, पर बाद में धीरे-धीरे बच्चा ख़ुद खिलौनों को जगह पर रखना शुरू कर देगा।

टाइमर लगाकर सेट करेंगे सामान
बच्चों की उम्र के आधार पर, एक निश्चित समय के लिए टाइमर सेट करें। और उन्हें घर के छोटे-मोटे कामों जैसे जूतों को जगह पर रखना, मोजों की जोड़ी बनाकर रखना, अपने स्कूल की चीज़ों को सही जगह पर रखना इत्यादि को समयावधि में करने को कहें। वैसे इस खेल में अगर आप भी बच्चे के साथ प्रतियोगिता करेंगी तो उसे ज़्यादा मज़ा आएगा। और ऐसा अगर आप कुछ दिन नियमित तौर पर अपने बच्चे के साथ करेंगी तो कुछ दिनों में बच्चे में चीज़ों को व्यवस्थित ढंग से रखने की आदत पड़ जाएगी।

प्रतियोगिता से सीखेंगे कुशलता
अगर आप चाहती हैं कि आपके बच्चे में कुकिंग के प्रति दिलचस्पी बढ़े तो उसके साथ आप कुकिंग गेम खेल सकती हैं। जैसे- आप अगर रोटी बना रही हैं तो उसे ब्रेड पर मक्खन या जैम लगाने को कहें या फिर उसके साथ मिलकर सलाद सजाने की प्रतियोगिता करें। ऐसा करके आप बच्चे की कुकिंग में रुिच बढ़ा सकती हैं। इसके अलावा ये गतिविधि उसमें रचनात्मकता और आत्मनिर्भरता बढ़ाने में भी मदद करेगी। हालांकि इस दौरान बच्चे की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें और उसे हर प्रकार की नुकीली चीज़ों से दूर रखें।

 

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