सामान्य ज्ञान

यूज़र्स को गलत सूचना से निपटने के तरीकों के बारे में बताते हुए, व्हाट्सएप ने शुरू किया 'मानने से पहले जांच ले ' कैंपेन

व्हाट्सएप ने हाल ही में इंटीग्रेटेड सेफ्टी कैंपेन 'मानने से पहले जांच ले ' लॉन्च किया है, जिसका प्रयास इस प्लेटफॉर्म की सुरक्षा सुविधाओं के बारे में यूज़र्स को जागरूक करना और डिजिटल की सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देना है। यह कैंपेन सिर्फ व्हाट्सएप प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना के प्रसार को रोकने में मदद ही नहीं करता है, बल्कि यह यूज़र्स को अपने मैसेजिंग अनुभव पर नियंत्रण बनाए रखने में सक्षम भी बनाता है।

महीने भर चलने वाला यह कैंपेन व्हाट्सएप की इन-बिल्ट प्रोडक्ट सुविधाओं और सेफ्टी टूल्स को उजागर करता है, जिसमें ब्लॉक, रिपोर्ट और फॉरवर्ड लेबल्स शामिल हैं। ये न सिर्फ यूज़र्स को गलत सूचना की पहचान करने और इसके आगे प्रसार को रोकने में सक्षम बनाते हैं, बल्कि यूज़र्स को व्हाट्सएप चैनल्स पर फैक्ट-चेकिंग ऑर्गेनाइजेशंस के माध्यम से संदिग्ध (सस्पीशियस) या गलत लगने वाली जानकारी को वैरिफाई करने के लिए प्रोत्साहित भी करते हैं। उक्त सेफ्टी कैंपेन पर अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: https://blog.whatsapp.com/check-the-facts

हालाँकि, कोई भी एकल एक्शन गलत सूचना और फर्जी खबरों को ऑनलाइन फैलने से रोकने में मदद नहीं कर सकता, इसके बावजूद व्हाट्सएप का 'मानने से पहले जांच ले ' कैंपेन एक सरल सेफ्टी गाइड के रूप में कार्य करता है, ताकि गलत सूचना से समझदारी से निपटा जा सके। 

1. समझें कि कोई मैसेज कब फॉरवर्ड किया गया है
व्हाट्सएप ने फॉरवर्ड किए हुए सभी मैसेजेस के लिए एक लेबल बनाया है। इसमें मैसेजेस को फॉरवर्ड करने की संख्या को सीमित कर दिया गया है, ताकि यूज़र्स को इन्हें शेयर करने से पहले पुनर्विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। 'फॉरवर्ड लेबल्स' (“forward labels”) वाले मैसेजेस पर सावधानीपूर्वक ध्यान देने से अफवाहों, वायरल मैसेजेस और फर्जी खबरों के प्रसार को कम करने में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए, यदि किसी मैसेज में डबल एरो का आइकॉन दिखाई दे रहा है और इस पर 'फॉरवर्डेड मेनी टाइम्स' का लेबल है, तो इसे एक समय में सिर्फ एक चैट में ही फॉरवर्ड किया जा सकता है। वहीं, यदि किसी मैसेज में 'फॉरवर्डेड लेबल' दिखाई दे रहा है, तो फिर इसे सिर्फ पाँच चैट्स तक और एक बार में एक ही ग्रुप में फॉरवर्ड किया जा सकता है। 

2. सस्पीशियस (संदिग्ध) एकाउंट्स को ब्लॉक और रिपोर्ट करें
व्हाट्सएप यूज़र्स को एकाउंट्स को ब्लॉक करने (block accounts) और गलत सूचना फैलाने वाले मैसेजेस के साथ ही समस्या युक्त तमाम मैसेजेस का सामना करने की स्थिति में, व्हाट्सएप को रिपोर्ट करने का एक आसान तरीका प्रदान करता है। यदि आपको किसी अनजान व्यक्ति से कोई मैसेज प्राप्त होता है, तो यूज़र्स को एक्शन लेने की जरुरत होने पर व्हाट्सएप सेफ्टी टूल्स के साथ ही साथ कॉमन ग्रुप्स जैसी अतिरिक्त डिटेल्स प्रदान करता है और साथ ही उस संबंधित चैट को ब्लॉक करने का विकल्प भी प्रदान करता है।

3. सटीक जानकारी के लिए व्हाट्सएप चैनल्स पर फैक्ट-चेकिंग ऑर्गेनाइजेशंस को फॉलो करें
व्हाट्सएप यूज़र्स को संदिग्ध या गलत प्रतीत हो रही जानकारी की दोबारा जाँच करने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह गलत सूचना के प्रसार को रोकने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। व्हाट्सएप ने फैक्ट चेक करने वाले 10 स्वतंत्र ऑर्गेनाइजेशंस के साथ साझेदारी की है, जो यूज़र्स को 13 भाषाओं में जानकारी को वैरिफाई करने में मदद करते हैं। वैरिफाइड और सटीक अपडेट्स प्राप्त करने के लिए यूज़र्स व्हाट्सएप चैनल्स पर समर्पित फैक्ट-चेकिंग ऑर्गेनाइजेशंस को फॉलो कर सकते हैं। 
उपलब्ध फैक्ट-चेकिंग चैनल्स इस प्रकार हैं:

1. बूम फैक्ट-चेक (Boom Fact-Check)
2. फैक्ट क्रैसेन्डो (Fact Crescendo)
3. फैक्टली (Factly)
4. इंडिया टुडे फैक्ट चेक (India Today Fact Check)
5. न्यूज़चेकर (Newschecker)
6. न्यूज़मोबाइल (NewsMobile)
7. वेबकूफ (Webqoof)
8. द हेल्दी इंडियन प्रोजेक्ट (The Healthy Indian Project)
9. विश्वास न्यूज़ (Vishvas News)
10. न्यूज़मीटर फैक्टचेक (NewsMeter FactCheck)
 

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