छत्तीसगढ़ / सूरजपुर
ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित हुआ बहुआयामी कृषक शिविर
सूरजपुर । कलेक्टर एस जयवर्धन के निर्देशानुसार विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों में आज कृषक शिविरों का आयोजन दो पालियों में किया गया। इन शिविरों का उद्देश्य किसानों को वैज्ञानिक और आधुनिक कृषि पद्धतियों से अवगत कराना, उनकी समस्याओं का समाधान करना और नवीन तकनीकों के प्रति जागरूक करना रहा।
पूर्वांह में तीन स्थानों पर लगे शिविर :
प्रातःकालीन सत्र में जयनगर, मोहरसोप और बकिरमा में शिविर आयोजित किए गए।जयनगर शिविर में जयनगर, कुंजनगर, हर्राटिकरा, सतपता, शिविनंदनपुर, केशवनगर, कुरूवां, गोरखनाथपुर, परसापारा और तेलईकछार ग्रामों के कृषक शामिल हुए। मोहरसोप शिविर में मोहरसोप, कैलाशनगर, खैरा, करौटी-ए, महुली, रामगढ़, कछिया, उमझर, रसौंकी, खोहिर और कोल्हुआ ग्रामों के किसान पहुंचे और बकिरमा शिविर में बकिरमा, महेशपुर, हरिहरपुर, केदारपुर, लक्ष्मणपुर और रामेश्वरनगर ग्रामों के कृषक शामिल हुए।
अपरांह में आयोजित हुए तीन और शिविर :
दोपहर के सत्र में सिलफिली, छतरंग और महोरा में शिविर लगाए गए। सिलफिली शिविर में सिलफिली, कनकपुर, बीरपुर, शिवसागर, करमपुर, महावीरपुर, संजयनगर, आमगांव, पार्वतीपुर और नयनपुर के किसान उपस्थित रहे। छतरंग शिविर में छतरंग, घुईडीह, पालकेवरा और बड़वार ग्राम शामिल थे। महोरा शिविर में महोरा, कोटेया, विंध्याचल, सारसताल और बलदेवनगर ग्रामों के किसान पहुंचे।
इन शिविरों में विभागीय विशेषज्ञों से मिली महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य विभाग के अधिकारियों के साथ कृषि वैज्ञानिक, कृषि सखी, कृषक मित्र, पशु सखी तथा प्रगतिशील कृषकों ने किसानों को मार्गदर्शन दिया। किसानों को मिलेट्स (मोटे अनाज) की खेती, फसल चक्र परिवर्तन, प्राकृतिक और जैविक खेती, उन्नत बीज और कृषि यंत्रों का उपयोग, जल संरक्षण, मूल्य संवर्धन, पशुपालन और उद्यानिकी से जुड़ी अत्यंत उपयोगी जानकारी दी गई।
जयनगर शिविर के दौरान कुरुवा के बिगानी बाई, केशवनगर के भवन सिंह, संतलाल, निरंजन और परसापारा के अमर साय व मुनेश्वर को 02-02 बोरी धान बीज का वितरण किया गया। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग द्वारा आम और लीची के पौधे तथा कृषि विभाग द्वारा किसान क्रेडिट कार्ड भी वितरित किए गए।
इन शिविरों में किसानों ने खेती से जुड़ी समस्याएं साझा कीं और वैज्ञानिकों से उनके समाधान प्राप्त किए। साथ ही उन्होंने आधुनिक कृषि के नए तरीकों को अपनाने की भी पहल की। विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत इस तरह के शिविर किसानों को आत्मनिर्भर और आधुनिक कृषि के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
कलेक्टर-एसएसपी ने ली राजस्व व पुलिस विभाग की संयुक्त बैठक
सूरजपुर । कलेक्टर एस.जयवर्धन एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले में कानून व्यवस्था के संचालन एवं नियंत्रण के सम्बन्ध में राजस्व एवं पुलिस विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजस्व एवं पुलिस विभाग को संयुक्त प्रयास करते हुए आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करना सुनिश्चित करना है । उन्होंने कहा कि लोक शांति भंग करने वाली गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें तथा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को सजगता एवं सतर्कता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार ठाकुर ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि तीन नए कानून- भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस), 2023 और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए), 2023- ने क्रमशः भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ली है। इन नवीन कानून से सभी अधिकारी परिचित हो यह अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा नवीन कानून को लेकर कैलेण्डर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन प्रशिक्षण दिवस में सभी संबंधित विभाग के अधिकारी और उनके अधीनस्थ, प्रशिक्षण प्राप्त करना सुनिश्चित करेंगे। बैठक में सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने विस्तृत समीक्षा कर राजस्व अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सूरजपुर । राजस्व विभाग की साप्ताहिक समीक्षात्मक बैठक जिला संयुक्त कार्यालय के सभा कक्ष में आहूत की गई। जिसमें कलेक्टर एस.जयवर्धन ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की स्थिति की विस्तृत समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश उपस्थित राजस्व अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी मामले आम नागरिकों के हितों से सीधे जुड़े होते हैं, इसलिए राजस्व प्रकरणों का निर्धारित समयावधि में उचित निराकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को उनके लॉग इन पासवर्ड को सुरक्षित रखने और स्वयं इस्तेमाल करने के निर्देश दिए, ताकि उसका कोई गलत इस्तेमाल न कर सके।उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी अधिकारी प्राप्त आवेदनों की स्वयं से समीक्षा कर स्क्रूटनी करें और अधिक से अधिक प्राप्त आवेदनों की जांच कर उसका निष्पादन करें।
उन्होंने राजस्व विभाग के सभी अधिकारी-कर्मचारियों को राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु पूरी संवेदनशीलता एवं तत्परता के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए, ताकि निर्धारित समय-सीमा में राजस्व प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक में कलेक्टर ने तहसीलवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा करते हुए राजस्व अधिकारियों को निर्धारित समयावधि में राजस्व प्रकरणों का अनिवार्य रूप से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सीमांकन, बंदोबस्त, त्रुटि सुधार, भू-अभिलेख, भू-अर्जन प्रकरण, वन अधिकार पट्टा नामांतरण, बंटवारा, खाता विभाजन आदि सभी राजस्व प्रकरणों के निराकरण प्रगति की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में अपर कलेक्टर जगन्नाथ वर्मा, सर्व एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर चांदनी कंवर, तहसीलदार,नायब तहसीलदार व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
समय सीमा बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की
सूरजपुर। कलेक्टर एस. जयवर्धन ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली एवं विभिन्न विभागों के लंबित प्रकरणों की गहन समीक्षा की। बैठक में कलेक्टर ने विभागवार समय सीमा के लंबित प्रकरणों एवं प्राप्त शिकायतों का विस्तार से समीक्षा करते हुए सभी संबंधित अधिकारियों को प्राथमिकता के साथ समय सीमा में निराकरण करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सुशासन तिहार अंतर्गत प्रकरणों के निराकरण को लेकर भी संबंधित अधिकारियों से चर्चा की और सभी प्रकरणों का निराकरण समय सीमा में करने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ, अपर कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, सर्व एस डी एम सहित एवं समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर जयवर्धन ने समय सीमा की समीक्षा के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा भी की। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कार्ययोजना अनुरूप कार्य में तेजी लाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, सिकल सेल एनीमिया, जन औषधि केंद्रों, सहित स्वास्थ्य विभाग की अन्य योजनाओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर जयवर्धन ने स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में जिले के सभी विकासखंडों के प्रदर्शन की जानकारी प्राप्त की।
इस दौरान उन्होंने खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों एवं प्राचार्य की जानकारी ली। खराब प्रदर्शन करने वाले प्राचार्य को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही खराब प्रदर्शन एवं लापरवाही को लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी पर भी सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही जिले में अपार आई डी निर्माण की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने जिले के सभी छात्रावासों में सुविधाएं बेहतर करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस अवसर पर उन्होंने कृषि एवं संबंधित विभागों के अंतर्गत चल रही योजनाओं के संबंध में जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने जिले में धान उठाव की स्थिती की जानकारी ली।
उन्होंने आगामी खरीफ सीजन को देखते हुए खाद बीज वितरण बेहतर रूप में करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जिले में निर्माण कार्य में लगी विभागों पी डब्लू डी, जल संसाधन और पी एच ई अंतर्गत योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने जल जीवन मिशन, जल शक्ति अभियान, सुरक्षित मातृत्व अभियान, वय वंदना योजना का जायजा लिया। उन्होंने आंगनबाड़ी की स्थिति, बच्चों में कुपोषण की स्थिति की जानकारी ली। आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वच्छ पेय जल आपूर्ति, पोषण का स्तर और बेहतर करने के निर्देश दिए। खराब प्रदर्शन करने वाले आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति बेहतर करने के निर्देश दिए। उन्होंने आंगनबाड़ी की स्थिति बेहतर करने नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही पोषण ट्रैकर ऐप में ऑनलाइन एंट्री शत प्रतिशत करना सुनिश्चित करें।
शत प्रतिशत हितग्राहियों का आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनवाने एवं अद्यतन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए समाधान शिविरों के माध्यम से आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड अधिक से अधिक लोगों का निर्माण करने के निर्देश दिए। सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग से चर्चा के दौरान उन्होंने आश्रमों और विद्यालयों में बच्चों को उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए आश्रमों एवम विद्यालयों में विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए सभी पात्र हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ प्रदान करवाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने राजस्व संबंधी सेवा को बेहतर करने के लिए राजस्व अधिकारियों को फील्ड में जाकर विजिट करने के दिए निर्देश।
सूरजपुर में ऑक्सीजन प्लांट घोटाला: पूर्व CMHO समेत कई पर आरोप, FIR दर्ज...
सूरजपुर। सूरजपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग में एक बड़े ऑक्सीजन प्लांट घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसने विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोरोना काल के दौरान लगाए गए 83 लाख रुपये के ऑक्सीजन प्लांट के भुगतान में भारी गड़बड़ी सामने आई है। आरोप है कि जिस फर्म ने काम किया, भुगतान किसी दूसरी फर्जी फर्म को कर दिया गया।
फर्जी फर्म को मिला 81 लाख से अधिक का भुगतान
शिकायतकर्ता जयंत चौधरी ने पुलिस में लिखित शिकायत दी है कि जिला अस्पताल सूरजपुर में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना का कार्य उनकी फर्म यूनिक इंडिया कम्पनी (GST: 22AGNPC9076B1ZM) द्वारा किया गया था। लेकिन भुगतान किसी दूसरी फर्म – यूनिक इंडिया कम्पनी, दंतेवाड़ा (GST: 22ALNPB1746L2Z5) को कर दिया गया।
इस फर्जी फर्म को 5 जनवरी 2022 को ₹50 लाख और 31 जनवरी 2022 को ₹31.85 लाख, यानी कुल ₹81.85 लाख का भुगतान कर दिया गया।
पूर्व CMHO समेत कई कर्मचारियों पर मिलीभगत का आरोप
शिकायत में पूर्व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आर.एस. सिंह और उनके कार्यालय के कर्मचारियों पर मिलीभगत कर घोटाला करने का आरोप है। इस घोटाले को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया, जहां नाम मिलती-जुलती दूसरी फर्म का उपयोग कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया।
जांच में जुटा प्रशासन
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें शिकायत मिली है और पुलिस जांच जारी है। उन्होंने कहा, “काम किसी और ने किया, भुगतान किसी और को किया गया – यह गंभीर मामला है। जांच के बाद ही कोई ठोस जानकारी दी जा सकेगी।”
FIR दर्ज, जांच जारी : पुलिस
एडिशनल एसपी संतोष महतो ने जानकारी दी कि मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है। दस्तावेज़ों और बैंक ट्रांजेक्शन की गहनता से जांच की जा रही है।
कड़ी कार्रवाई का भरोसा : विधायक भूलन सिंह मरावी
घोटाले पर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय विधायक भूलन सिंह मरावी ने कहा, “हमारी सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जिसने भी जनता के पैसे का दुरुपयोग किया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा।”
सूरजपुर स्वास्थ्य विभाग में सामने आया यह घोटाला न केवल कोरोना काल में हुए ऑक्सीजन संकट की संवेदनशीलता पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि सरकारी तंत्र में बैठे भ्रष्ट तत्त्वों की मिलीभगत का भी प्रमाण है। अब देखना होगा कि जांच किस दिशा में जाती है और दोषियों पर कब तक कार्रवाई होती है।
तहसील सूरजपुर और लटोरी में राजस्व सेवाओं का हुआ व्यापक निराकरण
सूरजपुर। कलेक्टर एस जयवर्धन के मार्गदर्शन एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्रीमती शिवानी जायसवाल के निर्देशन में सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत जिले की तहसील सूरजपुर और लटोरी में राजस्व संबंधी मामलों में तीव्रता से कार्यवाही करते हुए व्यापक निराकरण किया गया है। तहसील सूरजपुर में सीमांकन के लिए प्राप्त 68 आवेदनों पर कार्यवाही पूर्ण की गई। फौती नामांतरण के 40, बंटवारे के 43 और सामान्य नामांतरण के 17 मामलों में सभी का ऑनलाइन प्रकरण दर्ज किया गया। कार्यवाही प्रारंभ की गई स त्रुटि सुधार के 32 मामलों में से व्यक्तिगत त्रुटियों का 100ः निराकरण किया गया एवं अन्य मामलों में आवश्यकतानुसार कार्यवाही की गई। पट्टा प्रदाय हेतु 34 प्रकरणों की मौका जांच कर आवश्यक कार्यवाही की गई। ऋण पुस्तिका के 74 आवेदनों पर पूर्ण निराकरण कर पुस्तिकाओं का वितरण किया गया।
अवैध कब्जा के 20 और पट्टा निरस्तीकरण के 9 आवेदनों पर आवश्यक जांच कर कार्यवाही की गई। नक्शा सुधार के 9 मामलों पर आवश्यक जांच कर कार्यवाही प्रारम्भ की गई स साथ ही प्रमाण पत्र निर्माण (जाति, जन्म, मृत्यु) के सभी 7 मामलों में प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसके अतिरिक्त रिकॉर्ड दुरुस्ती, एफआरए, भूमि मांग (मुक्तिधाम, सड़क), मुआवजा, वोटर नामांकन, कोटवार नियुक्ति, नक्शा कटवाना जैसे कुल 79 मामलों का भी निराकरण किया गया। इसके अलावा तहसील लटोरी में फौती नामांतरण के 36 मामलों में सभी का ऑनलाइन पंजीयन किया गया।
ऋण पुस्तिका के 25 में से 12 लोगों को वितरण किया गया एवं शेष में कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। बंटवारे के 8 और पट्टा मांग के 76 प्रकरणों में पंजीयन कर आवश्यक कार्यवाही की गई। सीमांकन के 32 में से 7 प्रकरणों में सीमांकन पूर्ण किया गया। त्रुटि सुधार के 18 मामलों का 100 प्रतिशत निराकरण किया गया। गौरतलब है कि सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत तहसीलों में राजस्व प्रकरणों को लेकर की गई त्वरित निराकरण की कार्यवाही से आमजन को राहत मिली है।
सुशासन तिहार में सूरजपुर के बिहान योजना के दीदीयों को मिले भवन
सूरजपुर। सुशासन तिहार 2025 में कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के मार्गदर्शन तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के निर्देशन में लगातार मांग तथा समस्याओं का गुणवत्ता पूर्ण निराकरण किया जा रहा है। इसी तारतम्य में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) योजना अन्तर्गत ग्राम पंचायत परसा पारा कल्याणपुर, जिला सूरजपुर छ.ग. की कल्याण महिला ग्राम संगठन एवं दीप महिला ग्राम संगठन की दीदीयों द्वारा सुशासन तिहार 2025 में समूह की गतिविधियों के संचालन के लिए आवेदन के माध्यम से भवन की मांग की गई थी। जिसका निराकरण करते हुए ग्राम पंचायत के माध्यम से ग्राम संगठन की दीदीयों को बिहान योजना से संचालित गतिविधियों के लिए सामुदायिक भवन प्रदाय किया गया है।
ग्राम पंचायत कल्याणपुर अन्तर्गत 60 महिला स्वं सहायता समूह द्वारा योजना से आजीविका गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है, परंतु कल्याण महिला ग्राम संगठन एवं दीप महिला ग्राम संगठन को अपनी विभिन्न गतिवधियों से संचालन हेतु भवन नहीं मिलने के कारण कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा था। कल्याण महिला ग्राम संगठन की अध्यक्ष श्रीमती पूजा, सचिव श्रीमती पुष्पा एवं दीप महिला ग्राम संगठन के अध्यक्ष श्रीमती सविता यादव, सचिव गीता एवं अन्य सदस्यों द्वारा उन्हें भवन प्राप्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त की गई है। उनका कहना है कि अब वे नये जोश के साथ अपने कार्य को जिम्मेदारी पूर्वक निवर्हन करेगीं। दोनो संगठन ग्राम पंचायत के महिला स्व सहायता समूह की दीदीयों के साथ मिलकर सब्जी उत्पादन, तरबूज उत्पादन, गन्ना व्यवसाय, गुड व्यवसाय, सिलाई, किराना व्यवसाय कर विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का संचालन करती है।
इसी प्रकार ग्राम पंचायत करकोटी की महिला समूह द्वारा भी सुशासन तिहार के माध्यम से भवन प्रदाय करने का मांग किया गया था, जिस पर त्वरित निराकरण करते हुए ग्राम पंचायत करकोटी के सरंपच कौशल सिंह की उपस्थिति में वैकल्पिक रूप से मनरेगा भवन प्रदाय किया गया। जिला प्रशासन द्वारा सुशासन तिहार में दिये गए इस सौगात से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) योजना के दीदीयों को उम्मीद की एक नई किरण मिली है। अब उन्हें गतिविधियो की संचालन हेतु भवन आभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा। राज्य शासन द्वारा सुशासन तिहार का मुख्य उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाना है। जिस हेतु सूरजपुर जिला प्रशासन पूरी तत्परता तथा संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहा है।
साइबर क्राइम और वित्तीय साक्षरता पर जिला पंचायत सूरजपुर में एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न
सूरजपुर। जिला पंचायत सूरजपुर के सभागार में साइबर क्राइम और वित्तीय साक्षरता विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण समुदाय को डिजिटल लेनदेन की सुरक्षा, साइबर अपराध से बचाव और वित्तीय जागरूकता के प्रति सचेत करना था। कार्यशाला की जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के मार्गदर्शन में इसका संचालन जिला एनआरएलएम टीम के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम में खगेन्द्र कुमार, राज्य वित्तीय समावेशन समन्वयक, माइक्रोसेव कंसल्टिंग लिमिटेड एवं नीति आयोग के डेवलपमेंट पार्टनर, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, बैंक प्रबंधक, (साइबर सेल) से विनोद सारथी ने प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी प्रदान की। उन्होंने साइबर अपराध के विभिन्न तरीकों जैसे - फर्जी ओटीपी, लिंक, मोबाइल एप्लिकेशन और कॉलिंग फ्रॉड आदि से सावधान रहने के उपायों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। कार्यशाला में एनआरएलएम के पीआरपी एवं इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की तरफ से डाक सेवक सहित वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी रही। खगेन्द्र कुमार ने कहा कि आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा केवल तकनीकी विषय नहीं, बल्कि एक अनिवार्य जीवन-कौशल है।
उन्होंने बताया कि पासवर्ड साझा न करना, अंजान लिंक पर क्लिक न करना और बैंक प्रतिनिधि बनकर आए किसी भी व्यक्ति को जानकारी न देना जैसे सावधानियां अपनाकर हम साइबर धोखाधड़ी से स्वयं को सुरक्षित रख सकते हैं। इस प्रकार की कार्यशालाएं न केवल ग्रामीण समुदाय को जागरूक करती हैं, बल्कि उन्हें सशक्त भी बनाती हैं। उन्होंने भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों को लगातार आयोजित करने की बात कही। कार्यशाला के अंतिम सत्र में प्रतिभागियों के साथ संवाद कर उनकी शंकाओं का समाधान किया गया। इसके साथ ही उन्होंने जो कुछ सीखा, उसका प्रस्तुतीकरण (प्रेजेंटेशन) भी किया गया, जिससे प्रतिभागियों की समझ और जागरूकता का आकलन किया जा सका। फिर पीआरपी इसका प्रशिक्षण प्राप्त कर सभी को जनपद पंचायत स्तर में देंगे।
घुमंतू बच्चों को चाईल्ड लाईन को किया गया सुपुर्द
सूरजपुर। पुराना बस स्टैंड सूरजपुर में 02 अज्ञात बालक उम्र लगभग 05 वर्ष एवं 03 वर्ष (बालिका) घुमते हुए पाए गए है तथा पूछताछ में अपने घर का पता तथा माता-पिता के बारे में नहीं बता पा रहे है। दोनों बच्चों को सूरजपुर थाना द्वारा चाईल्ड लाईन के सुपुर्द किया गया है। जिसकी सूचना जिला बाल संरक्षण अधिकारी को दी गई, जिला बाल संरक्षण अधिकारी के निर्देश पर दोनों बच्चों को चाईल्ड लाईन द्वारा दोनों बच्चों को बाल कल्याण समिति सूरजपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया तथा वहां से आदेश पर दोनों बच्चों को संस्था में सुरक्षित संरक्षित किया गया है। जिस समय बच्चे मिलें बालिका गुलाबी रंग के फ्रॉक में तथा बालक हॉफ शर्ट/पैंट में पाया गया, जिस किसी को उपरोक्त बच्चों के संबंध में जानकारी हो वह श्री मनोज जायसवाल जिला बाल संरक्षण अधिकारी मो.न. 7987721889 से संपर्क करें।
पांच वर्षीय बच्ची के साथ किया दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार
सूरजपुर । जिले में पांच वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया था। बताया जा रहा है कि घर के नौकर राजकुमार (उम्र 35 वर्ष) जो कि बच्ची के घर में दो सालों से नौकर का काम कर रहा था, उसी ने इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया है। वह रोज की तरह घर में काम करने आया था, तभी आरोपी ने बच्ची को खेलने के बहाने दुसरे कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। दरअसल यह पूरी घटना भटगांव थाना क्षेत्र की है।
परिजनों ने दर्ज कराई शिकायत
घटना के बाद बच्ची की जब रोने की आवाज आई तब इस पूरे घटना का खुलासा हुआ। जिसके बाद परिजनों ने भटगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले पर भटगांव पुलिस की जांच जारी है, इस पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
हितग्राही अपने ही मोबाईल फोन से आवेदनों की स्थिति की जांच कर सकतें
सूरजपुर । प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत 2025 में साफ्टवेयर में आम जन मानस की सुविधाओं हेतु दो नये ऑप्शन जोड़े गए हैं। जिसके माध्यम से हितग्राही अपने मोबाईल फोन के माध्यम से अपने आवेदनों की स्थिति की जांच कर सकतें हैं एवं किसी भी प्रकार की असुविधा होने पर शिकायत भी कर सकतें हैं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के हेल्पलाईन नम्बर 14408 पर भी संपर्क कर सकतें हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना अंतर्गत 2024-25 में जिले में 7111 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है। योजना अंतर्गत प्रथम बच्चे के जन्म पर 2 किश्तों में 5 हजार एवं द्वितीय बच्ची के जन्म पर एकमुश्त 6 हजार रुपये प्रदान किये जाने का प्रावधान है।
मोटर वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य
सूरजपुर । राज्य शासन द्वारा 01 अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत सभी श्रेणी के मोटर वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाना अनिवार्य किया गया है, जिसे लेकर वाहन स्वामी छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग की वेबसाईट ीजजचेरूध्ध्बहजतंदेचवतजण्हवअण्पद पर लॉगिन कर सीधे ऑनलाईन आवेदन कर सकते हैं, जिसके लिये रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र (आरसी) में दर्ज चेचिस नंबर, इंजर नंबर तथा पंजीकृत मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है, वही जिन वाहन स्वामियों के पास ऑनलाइन आवेदन की सुविधा उपलब्ध नहीं है वे जिले के परिवहन सुविधा केन्द्र, चॉइस सेंटर, आधार पंजीयन केन्द्र में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट हेतु आवेदन कर सकते हैं।
जिला परिवहन अधिकारी अनिल कुमार भगत ने बताया कि जिले में 01 अप्रैल 2019 के पूर्व के 8764 पंजीकृत वाहन पर अधिकृत वेंडर रियलमेजोन द्वारा निर्धारित दर पर एचएसआरपी प्लेट लगाई जाएगी। वाहनों के लिए हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की कीमत भी निर्धारित कर दी गई है, जिसके तहत दोपहिया वाहनों के लिए 310 रुपये बेस प्राइस 55.80 रुपये जीएसटी मिला कुल 365.80 रुपये, तीन पहिया वाहनों के लिए 362 रूपये बेस प्राइस तथा 65.16 रुपये जीएसटी मिलाकर कुल 427.16 रुपये चार पहिया वाहनों के लिए 556 रुपये बेस प्राइस तथा 100.08 रूपये जीएसटी मिलाकर कुल 656.08 रुपये और भारी मालवाहक वाहनों के लिए 598 रुपये प्राइस तथा 107.64 रुपये जीएसटी मिलाकर कुल 705.64 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है, जिसमें जीएसटी भी शामिल है। जिला परिवहन अधिकारी सूरजपुर ने समस्त वाहन स्वामियों से अपील की है कि वे शासन के निर्देशों के अनुरूप अनिवार्य रूप से हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगवाएं तथा अपने दस्तावेजों को अद्यतन कराते हुए समय पर आवेदन पूर्ण करें ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की परेशानी से बचा जा सके।
विद्यार्थियों ने मैनपाट में टाइगर प्वाइंट, जलजली और बौद्ध मंदिर का किया भ्रमण
सूरजपुर । शासकीय रेवती रमण मिश्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय सूरजपुर के माइक्रोबायोलॉजी के विद्यार्थियों ने मैनपाट में टाइगर प्वाइंट, जलजली और बौद्ध मंदिर के स्थलों का भ्रमण किया। अध्ययन भ्रमण प्राचार्य डॉ. एच.एन.दुबे के निर्देशन एवं विभाग अध्यक्ष टी.आर. राहंगडाले के मार्गदर्शन में पूर्ण हुआ। अध्ययन भ्रमण हेतु माइक्रोबायोलॉजी विभाग के स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थी शामिल हुए।
भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने मैनपाट में उपस्थित जैव विविधता और पर्यावरण से संबंधित घटकों का अध्ययन किया। जिसमें लाइकेन, कवक व अन्य पौधों की जानकारी प्राप्त की। इस स्थल पर पहुंचकर विद्यार्थियों ने कवक और लाइकेन का संग्रहण किया तथा जैव विविधता एवं पर्यावरण के बीच के संबंध को जाना। विद्यार्थियों ने संग्रहित पदार्थ का प्रयोगशाला में स्पेसिमेन तैयार किया, ताकि उन्हें आने वाले समय पर सुरक्षित रखकर अध्ययन किया जा सके। अध्ययन भ्रमण में दिव्यादित्य सिन्हा, साधना भगत अतिथि व्याख्याता, प्रंजना साहू व पूर्णिमा राजवाड़े जन भागीदारी में अपना सहयोग प्रदान किया।
हृदय रोग से पीड़ित बच्चों को शिविर का ज्यादा से ज्यादा लाभ दिलाएं : कलेक्टर
बाल संदर्भ कार्यक्रम के तहत 71 गंभीर कुपोषित बच्चों का किया गया स्वास्थ्य जांच
सूरजपुर । जिला कलेक्टर एस जयवर्धन के निर्देशन व मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के डी पैकरा के मार्गदर्शन में आज एस ई सी एल के प्रोजेक्ट “धड़कन” एवं आर बी एस के, स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में ज़िला प्रशासन, सूरजपुर के सहयोग से सत्य साई संजीवनी अस्पताल, नवा रायपुर द्वारा एक दिवसीय बाल हृदय परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
साथ ही इस अवसर पर महिला बाल विकास विभाग के बाल संदर्भ कार्यक्रम के तहत बच्चों के स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। जिसमे सत्य साई हॉस्पिटल के बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों एवं जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य जांच किया गया। इस शिविर का अवलोकन करते हुए कलेक्टर जयवर्धन ने अधिक से अधिक बच्चों को इसका लाभ पहुंचाने के लिए निर्देशित किया। 30 अप्रैल को मंगल भवन, भैयाथान में भी यह शिविर आयोजित किया जाएगा।
इस आयोजित शिविर का लाभ लगभग जिले के लगभग 155 से अधिक परिवारों ने लिया। इनमें से 84 बच्चों का इकोकार्डियोग्राफी किया गया जिन्हें जन्मजात हृदय रोग संबंधी लक्षण, जैसे-साँस लेने में परेशानी, जल्दी थकान होना, उम्र के अनुसार वजन ना बढ़ना इत्यादि समस्याएं थी। सत्य साईं हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अनिल चौहान ने बताया कि जाँच के पश्चात लगभग 40 बच्चों को जन्मजात हृदय रोग से ग्रसित पाया गया। जिनके उचित ईलाज हेतु उनके अभिभावकों को परामर्श दिया गया है। इसके अलावा बाल संदर्भ कार्यक्रम के तहत जिला हॉस्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरो द्वारा कुल 71 गम्भीर कुपोषित बच्चों का भी स्वास्थ्य जांच किया गया। ग़ौरतलब है कि कैम्प में चिह्नांकित एवं उपचार योग्य बच्चों का इलाज ज़िला प्रशासन एवं एसईसीएल के द्वारा सत्य साई संजीवनी हॉस्पिटल, छत्तीसगढ़ में पूर्णतः निःशुल्क कराया जाएगा।
इस आयोजित शिविर में ग्राम उमेशपुर से अपने 13 वर्षीय बच्चे आदित्य को लेकर आईं ज्योति ठाकुर ने जिला प्रशासन द्वारा एस ई सी एल द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि इस तरह के सुविधा से गरीब और दूरदराज के परिवारों को बड़ी राहत मिलती है और आसानी से स्वास्थ्य सुविधा मिल जाती है । गरीब परिवारों को रायपुर स्थित हॉस्पिटल में भागदौड़ करना काफी मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि इस तरह की निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित होते रहने चाहिए ताकि गरीब परिवारों की मदद हो सके। इसके अलावा ग्राम सोनपुर की संतोषी सिंह, सूरजपुर की सोनिया देवांगन और चंद्रपुर की चंद्रपति देवांगन ने भी इस आयोजित शिविर के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस शिविर में सिविल सर्जन सह ज़िला अस्पताल अधीक्षक डॉ अजय मरकाम,डॉ आर एस सिंह, डॉ राजेश पैकरा आर एम ओ, डॉ प्रियंक पटेल, डी पी एम डॉ प्रिंस जयसवाल, डॉ निखिल शुक्ला,अस्पताल सलाहकार निलेश गुप्ता, शुभम श्रीवास्तव, बायोमेडिकल इंजीनियर रवि साहू, व एसईसीएल से समस्त चिरायु टीम एवं महिला एवं बाल विकास की टीम उपस्थित थे।
कलेक्टर ने फिल्टर प्लांट व इंटेकवेल का किया निरीक्षण
सूरजपुर । कलेक्टर सूरजपुर एस. जयवर्धन द्वारा सूरजपुर के शहरी क्षेत्र में ग्रीष्म ऋतु हेतु पेयजल के सुचारू व्यवस्था हेतु नगर पालिका के फिल्टर प्लांट एवं इंटेक वेल का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें फिल्टर प्लांट में खराब मोटर को तत्काल सुधार कराये जाने एवं नगर में पेयजल के सुचारू व्यवस्था किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
प्राप्त आवेदनों के निराकृत प्रकरणों की ऑनलाइन प्रविष्टि अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करें : कलेक्टर
सूरजपुर । कलेक्टर एस.जयवर्धन की अध्यक्षता में आज जिला संयुक्त कार्यालय सभाकक्ष में समय-सीमा की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने सुशासन तिहार के दौरान प्राप्त आवेदनों पर विभागों द्वारा किये जा रहे निराकरण की अद्यतन स्थिति की विभागवार समीक्षा की।
कलेक्टर ने हिदायत दी कि किसी भी स्तर पर आवेदन लंबित न रहे। कलेक्टर ने प्राप्त आवेदनों के निराकृत प्रकरणों की ऑनलाइन प्रविष्टि अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये।
विदित हो कि सुशासन तिहार के आवेदन के रेगुलर मॉनिटरिंग हेतु कलेक्टर के निर्देश पर प्रतिदिन विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त अधिकारियों से जानकारी ली जा रही है।इसके साथ ही कलेक्टर ने एसडीएम और जनपद पंचायत सीईओ को भी नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिये ।
बैठक में महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत महिला एवं बाल विकास के अभिसरण से आंगनबाड़ी भवनों की स्वीकृत निर्माणाधीन भवन की अद्यतन जानकारी पर भी चर्चा की गई। जिसके अंतर्गत प्रगतिरत कार्य के वर्तमान वस्तु स्थिति पर जानकारी ली गई और इन्हें शीघ्र पूर्ण करने हेतु संबंधितों को निर्देश दिए गए। बैठक में अटल डिजिटल सुविधा केंद्र (सीएससी सेंटर) पर भी भी चर्चा हुई, जिसे शीघ्र मूर्त रूप देने हेतु संबंधितों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए।
इसके साथ ही समय सीमा के लंबित आवेदनों पर विभागवार चर्चा की गई और इनके शीघ्र निराकरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ कमलेश नंदिनी, सर्व एसडीएम व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
जिला अस्पताल सूरजपुर में निःशुल्क कैंसर जांच शिविर का हुआ आयोजन
सूरजपुर । सूरजपुर कलेक्टर एस. जयवर्धन के मार्गदर्शन एवं सी.एम.एच.ओ. डॉ.के.डी. पैकरा एवं सिविल सर्जन डॉ. अजय मरकाम के नेतृत्व में आज एक दिवसीय निःशुल्क कैंसर जांच शिविर का आयोजन जिला चिकित्सालय सूरजपुर में किया गया था।
जिसमें परामर्श हेतु नया रायपुर बालको मेडिकल सेंटर से विशेषज्ञ के रूप में डॉ. दिवाकर पांडे (ऑन्कोलॉजिस्ट) ने जिला अस्पताल सूरजपुर में अपनी उपस्थिति दर्ज की थी। निःशुल्क कैंसर शिविर में आये हुए मरीजों का डॉ. दिवाकर पांडे (ऑन्कोलॉजिस्ट) द्वारा कैंसर के लक्षण के आधार पर परीक्षण किया गया।
शिविर में कुल 34 मरीजो का परीक्षण किया गया था। मरीजों को उनके लक्षण के आधार पर जांच एवं आगे की उपचार हेतु सलाह दी गई है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में ,डॉ. संदीप जयसवाल , डॉ.राजेश पैकरा डॉ. वैभव गुप्ता का योगदान रहा।