छत्तीसगढ़ / सक्ति
महिला को नौकरी से निकालने की धमकी देकर छेड़छाड़, आरोपी गिरफ्तार
सक्ति। जिले में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने वाली महिला को नौकरी से निकालने की धमकी देकर छेड़छाड़ और युवती को फोन से अश्लील बात कर शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाने वाले आरोपी को डभरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने बताया कि वह नगर पंचायत डभरा के मानी कंचन केंद्र में दो वर्ष पहले काम करती थी, जिसमें वार्ड नंबर एक के प्रभारी रमेश बंजारे ने शरीर संबंध बनने का दबाव बनाया जिसे मना करने पर नौकरी से निकलने की धमकी दी और शरीरक सम्बन्ध नहीं बनाने पर दूसरे को रखने की बात कही, जिसका विरोध करने पर महिला को नौकरी से निकाल दिया था।
25.10.2024 को नए सीएमओ से बात करने पहुंची हुई थी। इस बीच रमेश बंजारे वहीं पर खड़ा हुआ था जिसने सीएमओ से मिलने नहीं दिया और हाथ पकड़कर छेड़छाड़ करने लगा। वहीं एक और महिला कर्मचारी ने भी फोन में अश्लील बात करने की शिकायत दर्ज कराई थी डभरा थाने में मामला दर्ज कर जांच में लिया गया। जिसके बाद आरोपी रमेश बंजारे को गिरफ्तार कर लिया गया है, पूछने पर आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया हैं जिसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
सोन नदी में गिरी स्कूल बस, 15 बच्चे गंभीर रूप से घायल
सक्ती। सक्ती जिले के हसौद थाना क्षेत्र के पिसौद गांव में मंगलवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ जब बच्चों से भरी एक स्कूल बस सोन नदी में अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे के समय बस में करीब 15 बच्चे सवार थे। स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता और साहसिक प्रयास से सभी बच्चों को बाहर निकाला गया, जिनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, स्कूल बस बच्चों को रोज़ की तरह स्कूल ले जा रही थी। अचानक, बस का संतुलन बिगड़ गया और वह सोन नदी में गिर गई। हादसे के बाद बच्चों की चीख-पुकार सुनकर पास के ग्रामीण तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने बिना देरी किए राहत कार्य शुरू किया और बच्चों को बस से बाहर निकालने में जुट गए।
ग्रामीणों ने कड़ी मेहनत के बाद सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में कई बच्चों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है, और चिकित्सक उनकी देखभाल कर रहे हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया:
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई। प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है कि हादसा किस कारण से हुआ। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस के अनियंत्रित होने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है, लेकिन ड्राइवर की लापरवाही और तकनीकी खराबी की जांच की जा रही है।
गौ विज्ञान परीक्षा की तैयारी को लेकर हुई बैठक,11 दिसंबर को होगी परीक्षा
सक्ती । छत्तीसगढ़ गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति द्वारा पूरे प्रदेश भर में सरकारी तथा निजी स्कूलों में गौ विज्ञान परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। जिसके लिए प्रत्येक जिलों में जिला परीक्षा प्रमुख सहित टीम का गठन किया गया है। जिले में भी इस परीक्षा के लिए टीम गठित की गई है, जिसमें अमरलाल अग्रवाल, देव साहू, टी आर चंद्रा प्रमुख है। समिति के संरक्षक रामावतार अग्रवाल हैं।
विद्यार्थियों से पंजीयन का कार्य प्रारंभ
गौ विज्ञान परीक्षा के साहित्य एवं पोस्टर का वितरण
सक्ती में 2 युवकों की रहस्यमय मौत का खुलासा: परिवार के 4 सदस्य गिरफ्तार
सक्ती। सक्ती जिले के बाराद्वार थाना क्षेत्र के तांडुलडीह गांव में 18 अक्टूबर को दो युवकों, विक्की और विक्रम सिदार, की रहस्यमय मौत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में तंत्र-मंत्र के दौरान हुई हत्या के आरोप में पुलिस ने परिवार के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पूरा मामला अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र से जुड़ा है। जांच में पता चला कि परिवार के चार सदस्य, तंत्र साधना के दौरान मृतकों को "शैतान का साया" बताकर उनकी हत्या में शामिल थे। मृतक युवकों ने परिवार के जिस बाबा की पूजा होती थी, उसे मानने से इनकार कर दिया था। इस बात से नाराज होकर परिवार के सदस्यों ने दोनों के मुंह पर बलपूर्वक भभूती डालकर दम घुटने से उनकी जान ले ली।
विक्की और विक्रम की मौत होते ही परिवार के बाकी सदस्य बहन अमरीका सिदार, चंद्रिका सिदार, भाई विशाल सिदार और मां फिरित बाई के होश उड़ गए। दोनों बहन पुलिस और गांव के लोगों को धोखा देने पागलों जैसी हरकत करती रही और दोनों को जिंदा करने का दावा करते रहे। लेकिन पुलिस की कड़ाई से पूछताछ के बाद सभी घटना क्रम की जानकारी उन्होंने पुलिस को दे दी।
उन्होंने पुलिस को बताया कि ने मृतक युवकों के मुंह में जबरन जो भभूती डाल कर उनको खिलाया था, उसकी फोरेंसिक रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। हालांकि बल पूर्वक मुंह दबाने से उनका दम घुटा और उनकी मौत हुई, ये बात जांच में सामने आ चुकी है।
पुलिस ने भी सभी से अपील करते हुए कहा कि अंधविश्वास पर विश्वास न करें, इन सब बातों से दूर रहने की अपील की है।
सेल्फी के चक्कर में पुल से नीचे गिरी युवती, अस्पताल में भर्ती...
सक्ति । मालखरौदा थाना क्षेत्र के भड़ोरा गांव में बोरई नदी के ऊपर बने पुल की रेलिंग पर सेल्फी लेने के लिए बैठी युवती अचानक नदी में गिर गई। हादसे में युवती के सिर पर गंभीर चोट आई है। परिजनों ने उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
जानकारी अनुसार, पिरदा गांव की रहने वाली रानी सिदार घूमने अपनी सहेली के घर भडोरा गई हुई थी। दोनों सहेली शाम करीब पांच बजे घूमने के लिए बोरई नदी के ऊपर बने पुल के पास पहुंची हुई थी। इस बीच रानी सिदार पुल की रेलिंग में बैठकर सेल्फी ले रही थी, तभी अचानक उसका बैलेंस बिगड़ा और वह नदी में गिर गई।
गिरने से युवती के सिर के पीछे गंभीर रूप चोट आई है। उसकी सहेली ने घटना की जानकारी आसपास के लोगो को दी और नदी से युवती रानी सिदार को बाहर निकाला गया। युवती के परिजनों को सूचना दी। वहीं, 112 को भी घटना की जानकारी दी गई। घायल युवती को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
पोरथा नगर पंचायत बनाने घमासान, कहीं मनाई खुशियां, कहीं विरोध, गुटों में बंटे ग्रामीण…असमंजस में अधिकारी
सक्ती। सक्ती ब्लॉक के ग्राम पंचायत पोरथा को नगर पंचायत बनाने की घोषणा के बाद ग्राम स्तर पर घमासान मचा हुआ है, ग्राम पंचायत पोरथा में दो गुट बन चुका है जिसमे से एक गुट पोरथा को नगर पंचायत बनाने का पुरजोर विरोध कर रहा है वहीं दूसरा गुट नगर पंचायत बनाने की घोषणा के फटाके फोड़कर गांव में मिठाईयां बांट रहे है. इस पूरे मामले में अधिकारी असमंजस्य की स्थिति में है और ग्रामीणों की मांग को राज्य शासन तक पहुंचाने की बात कर रहे है.
गरीब परिवारों को सता रहा टैक्स और बेरोजगारी का डर
दरअसल पिछले सप्ताह राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की थी जिसमे से एक सक्ती ब्लॉक के ग्राम पंचायत पोरथा को नगर पंचायत बनाने की भी घोषणा शामिल है. सरकार की इस घोषणा की खबर लगते ही गांव के कुछ ग्रामीण इसे गांव के लिए नुकसान दायक बता रहे है ग्रामीणों का कहना है कि इससे गांव में निवासरत गरीब परिवार की मुसीबतें बढ़ जाएंगी. गांव में कई परिवार है जो मनरेगा के तहत अपना जीवन यापन चला रहें है, नगर पंचायत बनाने के बाद मनरेगा योजना के तहत उन्हें लाभ नहीं मिल पाएगा. इससे बेरोजगारी और आर्थिक समस्या उत्पन्न हो जाएगी साथ ही नगर पंचायत बनने के बाद कई प्रकार के टैक्स लागू हो जाएंगे जो उनसे अतिरिक्त भार पड़ेगा. इन बातो को लेकर कई ग्रामीण पोरथा को नगर पंचायत बनाने का विरोध कर रहे है और इसी मांग को लेकर सेकडो की संख्या में गांव के महिला पुरुष कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर से मिलकर अपनी मांग रखी.
सरपंच का कहना गांव में बहेगी ‘विकास की गंगा’
वही इस घोषणा को लेकर गांव के सरपंच सहित अनेक ग्रामीण खुशियां बना रहे है और राज्य सरकार और क्षेत्रीय विधायक को इस घोषणा के लिए धन्यवाद दे रहे है और फटाके फोड़कर और आपस में मिठाईयां खिलाकर खुशियां मना रहे है. ग्रामीणों का कहना है की पोरथा को नगर पंचायत बनाकर हमारे गांव के विकास के रास्ते खुल रहे है. नगर पंचायत बनने से अब पोरथा में कई विकासकार्य होंगे. गांव को अब नगर की तरह विकसित किया जाएगा. बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा की दिशा में भी पोरथा में कार्य होंगे, आने वाले समय में लोगो को सक्ती की तरह ही स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधा पोरथा के ग्रामीणों को मिलेगी.
फर्जी प्रस्ताव का भी लग रहा आरोप, सरपंच ने बताया निराधार
पोरथा को नगर पंचायत बनाने के विरोध में कलेक्टर के पास पहुंचे ग्रामीणों ने अपने शिकायत में कहा है की ग्राम पंचायत में इसको लेकर कोई भी बैठक नही की गई न ही इसको लेकर कोई प्रस्ताव पंचायत में पारित हुआ है. सरपंच ने गलत तरीके से प्रस्ताव बनाकर दिया है जिसकी जांच की जाए. वहीं इस आरोप को सरपंच ने निराधार बताया है. सरपंच का कहना है कि 2 साल पहले ही इसको लेकर प्रस्ताव पारित किया जा चुका है, 6 सितंबर 2021 को पंचायत की बैठक में इस प्रस्ताव को पंच सरपंच की मौजूदगी में पारित किया गया है |