Saif Ali Khan के पिता मंसूर अली खान ने क्यों बदल लिया था नाम? पटौदी को हटाकार बेटे को दी थी ये हिदायत
नई दिल्ली। सैफ अली खान को मंगलवार, 21 जनवरी को अस्पताल से 5 दिन बाद छुट्टी मिल गई है जिसकी खबर सुनकर उनके फैंस राहत की सांस ले पा रहे हैं। हालांकि पूरी तरह से ठीक होने में अभी उनको वक्त लगने वाला है। इस बीच आज हम आपको उनके परिवार से जुड़ा दिलचस्प किस्सा सुनाने वाले हैं जब उनके खानदान को नवाबों का खानदान और पटौदी परिवार से जाना जाता था। मगर परिवार के जिंदगी में एक ऐसा भी दिन आया जब उन्हें अपना सरनेम पटौदी छोड़ना पड़ा जिसके बारे में खुद अभिनेता ने बताया था।
सैफ अली खान के पिता को क्यों बदलना पड़ा नाम
सैफ अली खान ने इस किस्से के बारे में अरबाज खान के चैट शो क्विक हील पिंच में बात की थी। सैफ ने बताया था, '1971 में भारत में सभी रियासतों को खत्म कर दिया गया था। मुझे लगता है कि उसी साल पिता ने इंडियन क्रिकेट टीम की कैप्टेंसी भी खो दी थी। इसके साथ-साथ उसी साल उन्होंने अपना नाम भी बदल लिया था। उनके सिग्नेचर में भी पटौदी हुआ करता था। पूरी जिंदगी उनको इसी नाम से बुलाया जाता था, लेकिन उसी साल भारत सरकार ने इस पदवी को गैर कानूनी घोषित कर दिया था। इसके बाद उन्होंने अपने नाम के टाइटल से नवाब हटाकर खान कर दिया और इसी नाम से उनको बुलाया जाने लगा। उनके सिग्नेचर में भी पटौदी हुआ करता था, लेकिन बाद में उन्होंने वो सब भी बदल दिया।'
पिता ने बताई थी दो नामों की कहानी
सैफ अली ने आगे कहा की जब वो पांच साल के थे तब उन्होंने अपने पिता से सवाल किया था कि उनके दो नाम क्यों हैं? तब अभिनेता पिता ने कहा था कि मैं पटौदी में पैदा हुआ था, लेकिन 1971 के बाद उन्होंने इसे बदलकर खान कर दिया था।' इसलिए अब मेरा नाम यही है और अब तुम भी खान हो। हम इस तरह से बड़े हुए थे और मुझे लगता है कि हमें इस बारे में जानना चाहिए, लेकिन नवाब बनने में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है।'
अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंचे सैफ
मौजूदा समय में सैफ अली खान को लेकर बात करें तो अब वो अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर आ गए हैं। मंगलवार को लीलावती के डॉक्टरों ने बताया था कि सैफ को रिकवर होने में अभी थोड़ा वक्त और लगेगा। डॉक्टरों की टीम ने सैफ के परिवार को उन्हें घर ले जाने की अनुमति दे दी थी। 16 जनवरी को सैफ पर उनके ही घर में हमला हुआ था, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गए थे।