देश-विदेश

प्रदेश में "जल-गंगा संवर्धन अभियान" में 212 नदियों में चल रहे कार्य : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

 मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीवा में लक्ष्मणबाग परिसर में आयोजित जनसंवाद सभा में कहा कि जल संरक्षण का कार्य सतत रूप से चलेगा। पूरे प्रदेश में "जल-गंगा संवर्धन अभियान" के तहत प्राचीन जल स्त्रोतों की साफ-सफाई और जीर्णोद्धार किया जा रहा है। प्रदेश में 212 नदियों में साफ-सफाई और जल संवर्धन के कार्य किए जा रहे हैं। अभियान के तहत 3676 करोड़ रुपए के जल संवर्धन के कार्य प्रदेश भर में किए जा रहे हैं। इनमें अब तक 18 लाख से अधिक लोगों ने श्रमदान करके अपनी भागीदारी निभाई है। हम गौ-वंश को निराश्रित नहीं रहने देंगे। गौ-शाला की गायों के लिए आहार की राशि 20 रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए कर दी गई है। प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में उपयुक्त स्थान पर बड़ी गौ-शालाओं का निर्माण किया जाएगा जिनमें एक साथ हजारों गौवंश को आश्रय मिलेगा।

 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा पहुंचकर लक्ष्मणबाग मंदिर परिसर में सबसे पहले गौ-माता की पूजा की एवं गायों को भोजन कराया। मुख्यमंत्री ने "जल-गंगा संवर्धन अभियान" में बिछिया नदी में घाट की सफाई तथा प्राचीन बावड़ी में साफ-सफाई की तथा पारिजात का पौधारोपण। मुख्यमंत्री ने लक्ष्मणबाग मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश के विकास और प्रदेशवासियों के कल्याण की कामना की। मंदिर परिसर में आयोजित जन-संवाद में मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य ऐसी पवित्र भूमि है जहाँ भगवान श्रीराम ने अपने वनवास के 11 वर्ष बिताए। लक्ष्मणबाग मंदिर परिसर बहुत पवित्र है। यहाँ देव स्थान के साथ-साथ पाठशाला, गौ-शाला, जलाशय, नदी और हरे-भरे वृक्ष हैं। इस परिसर में मानव के चारों आश्रमों को पूर्णता मिलती है। यहाँ की प्राचीन बावड़ी बहुत सुंदर हो गई है। इसे जल-गंगा संवर्धन अभियान में नया जीवन मिला है।

Leave Your Comment

Click to reload image