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मेरठ कोर्ट ने अनवर-अरुणपति को भेजा जेल, रिमांड पर सुनवाई 1 जुलाई को

 मेरठ/रायपुर। रायपुर के कारोबारी अनवर ढेबर तथा आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को मेरठ की अदालत ने न्यायिक हिरासत में मेरठ जेल भेज दिया है। दोनों को नकली होलोग्राम मामले में उत्तरप्रदेश की एसटीएफ ने रायपुर में गिरफ्तार किया था और शनिवार को वहीं की कोर्ट में पेश कर दिया। एसटीएफ ने अदालत से दोनों की 10 जिन की पुलिस रिमांड मांगी थी, लेकिन अदालत ने रिमांड अर्जी की सुनवाई की तारीख 1 जुलाई तय कर दी। इस वजह से अगले 9 दिन तक अनवर और त्रिपाठी, दोनों ही मेरठ जेल में रहनेवाले हैं।


छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की जांच कर रही ईडी के डिप्टी डायरेक्टर ने उत्तरप्रदेश में ग्रेटर नोएडा के कासना थाने में नकली होलोग्राम मामले में एफआईआर करवाई थी। इस एफआईआर में नकली होलोग्राम छापनेवाली कंपनी के संचालक विधु गुप्ता, कारोबारी अनवर ढेबर, आईएएस अफसर निरंजन दास, अरुणपति त्रिपाठी और अनिल टुटेजा के नाम हैं। ईडी ने एफआईआर में कहा कि नोएडा में छापे जा रहे नकली होलोग्राम छत्तीसगढ़ में अवैध शराब की बोतलों में लगाए जा रहे थे। एक होलोग्राम के लिए 8 पैसे की वसूली चल रही थी। इस तरह, छत्तीसगढ़ शासन को नकली होलोग्राम से 1200 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। इसी मामले में यूपी एसटीएफ ने अनवर और अरुणपति को ट्रांजिट रिमांड पर मेरठ ले जाकर वहां कोर्ट में पेश किया था। वकीलों ने स्पष्ट किया कि न्यायिक रिमांड और अगर अदालत ने दोनों को रिमांड पर यूपी एसटीएफ को सौंपा तो कम से कम तब तक दोनों को मेरठ में ही रखा जाएगा।

 

 

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