मां विंध्यवासिनी दुर्गोत्सव समिति की आज भक्तिभाव से निकालेगी विसर्जन शोभायात्रा
चलित अखाड़ा, अघोरी नृत्य और आतिशबाजी रहेगी आकर्षण
बालाघाट। नगर में मां विंध्यवासिवनी दुर्गा उत्सव समिति द्वारा विराजित मातारानी की सौम्य प्रतिमा का आज, 14 अक्टूबर को भक्तिभाव के साथ विसर्जन किया जायेगा। समिति द्वारा नवरात्रि पर्व के नौ दिनों तक मां भवानी की भक्ति में लीन रहकर महाआरती, हवन-पूजन, अनुष्ठान के साथ ही देवी भजन, जस गायन, भक्ति भजन संध्या के अतिरिक्त महाप्रसाद वितरण किया है। जहां नगर ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी भक्तों ने पहुंचकर मातारानी का आशिर्वाद प्राप्त कर पुण्य लाभ अर्जित किया है। मां विंध्यवासिवनी को विदाई देने के लिये 14 अक्टूबर को शाम 5 बजे भव्य चल समारोह के साथ शोभायात्रा निकाली जायेगी। जिससे विभिन्न झांकियां, बैंड, धुमाल के साथ ही आकर्षण दिखाई पड़ेगा। आज से 40 वर्ष पूर्व समिति की शुरुआत उत्पन्न सिंह ठाकुर, जगदीश अग्रवाल, जावेद खान, हतिफ उल्लाह खान, पिंकी जेम्स, गगन माहुले ने की थी। जिसे 20 वर्षों से सुशील सिंह ठाकुर आगे बढ़ा रहे हैं। इस वर्ष नन्हे बाल कलाकार शौर्य ठाकुर ने मां की उपासना कर बाल बजरंगबली का रूप धारण किया था। शौर्य ठाकुर की संगीत कला ने श्रद्धालु भक्तों का मनमोह लिया।
40 वर्ष पूर्व हुई थी शुरुआत : सुशील ठाकुर
मां विंध्यवासिनी दुर्गोत्सव समिति के अध्यक्ष सुशील सिंह ठाकुर ने बताया कि विसर्जन शोभा यात्रा में सिवनी का चलित अखाड़ा चौक-चौराहों पर अपनी कला का प्रदर्शन करेगा। इसके अतिरिक्त महाकाल अघोरी डांस ग्रुप भी अपनी नृत्य कला का विशेष झांकियों से हतप्रभ करने वाली कला का प्रदर्शन करेगा। समिति अध्यक्ष श्री ठाकुर ने आगे बताया कि नवरात्र के पूरे दिन समिति द्वारा विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। वहीं प्रतिदिन महाआरती का भी आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की सँख्या में भक्तगण शामिल हुए। समिति द्वारा विराजित प्रतिमा के दर्शनार्थ मुख्यालय सहित दूरदराज से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। जहां महाआरती एवं महाप्रसाद का वितरण भी किया गया।
अध्यक्ष सुशील सिंह ठाकुर ने बताया कि विसर्जन शोभायात्रा निकाली जायेगी, जो शहर के प्रमुख मार्गो रानी अवन्ती बाई चौक, काली पुतली चौक से मेनरोड हनुमान चौक से अम्बेडकर चौक होकर वैनगंगा नदी पहुंचेगी, जहां प्रतिमा का विसर्जन किया जायेगा। इस दौरान मां विंध्यवासिनी समिति के पदाधिकारी शहर के विभिन्न प्रमुख चौक-चौराहों पर आतिशबाजी करते नजर आएंगे, जिसका आकर्षण बना रहेगा। हिन्दू सनातन धर्म के अनुसार निकलने वाले चल समारोह में अधिक से अधिक हिन्दू धर्मावलम्बियों से शामिल होने की अपील समिती अध्यक्ष, पदाधिकारी एवं सदस्यों ने की है।