Rishikesh Karnprayag Rail Project से जुड़ी बड़ी खबर, 9.05 किमी लंबी मुख्य सुंरग आर-पार
श्रीनगर गढ़वाल। बहुप्रतीक्षित ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन के निर्माण कार्य में रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को एक और सफलता मिली है। पौड़ी जनपद में श्रीनगर से डुंगरी पंथ (धारी देवी रेलवे स्टेशन यार्ड) तक 9.05 किमी लंबी मुख्य रेल सुरंग आर-पार हो गई है।
जैसे ही यह कार्य पूरा हुआ अधिकारियों और कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने एक-दूसरे को मिठाई बांटकर जश्न मनाया। आरवीएनएल के परियोजना निदेशक पीयूष पंत ने बताया कि श्रीनगर के जी एंड आइटीआइ मैदान से डुंगरी पंथ के बीच मुख्य सुरंग की खोदाई वर्ष 2021 में शुरू हुई थी।
मुख्य सुरंग के 5.29 हिस्से किमी में फाइनल लाइनिंग पूरी
मुख्य सुंरग के साथ निकास सुरंग का निर्माण भी हो रहा है, जिसे गत वर्ष 24 अक्टूबर को आर-पार कर लिया गया। मंगलवार को मुख्य सुरंग की खोदाई भी पूरी कर ली गई। सुरंग में खोदाई के साथ-साथ फाइनल कंक्रीट लाइनिंग का कार्य भी चल रहा है। अब तक मुख्य सुरंग के 5.29 हिस्से किमी में फाइनल लाइनिंग हो चुकी है।
शहर के नीचे से सुरंग बनाना चुनौती
श्रीनगर शहर के बीचोंबीच स्थित जी एंड आइटीआइ मैदान से रेल सुरंग के रास्ते धारी देवी तक पहुंचेगी। कार्यदायी संस्था ऋत्विक कंपनी के एलाइमेंट मैनेजर नितेश कुमार ने बताया कि 9.05 किमी लंबी सुरंग की खोदाई में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि सुरंग के ऊपर आवासीय क्षेत्र होने के कारण विस्फोटकों का प्रयोग नहीं कर सकते थे।
1,100 से अधिक श्रमिक व अधिकारी-कर्मचारी लगे
आरवीएनएल के परियोजना निदेशक पीयूष पंत ने बताया, इस सुरंग का निर्माण कार्य लगभग 1,600 करोड़ रुपये से किया जा रहा है। इसमें 1,100 से अधिक श्रमिक व अधिकारी-कर्मचारी लगे हैं।
9.05 किमी में 31 क्रास पैसेज
भविष्य में सुरंग के अंदर किसी भी तरह की आपात स्थिति उत्पन्न होने पर मुख्य सुरंग से निकास सुरंग तक पहुंचने के लिए 31 क्रास पैसेज का निर्माण किया गया है। प्रत्येक क्रास पैसेज 375 मीटर की दूरी पर है।
बनने हैं 13 स्टेशन
वीरभद्र, योगनगरी ऋषिकेश, शिवपुरी, व्यासी, देवप्रयाग, जनासू, मलेथा, श्रीनगर (चौरास), धारी देवी, रुद्रप्रयाग (सुमेरपुर), घोलतीर, गौचर व कर्णप्रयाग (सेवई) में 13 स्टेशन बनने हैं।