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पॉलीथीन, शॉल, तौलिए से लेकर डायपर तक... विमान के शौचालय में मिल चुकी हैं ये चीजें, एयर इंडिया में चल क्या रहा है?

नई दिल्ली। अमेरिका से भारत आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट का टॉयलेट ब्लॉक हो जाने के कारण विमान को वापस लौटना पड़ा था। प्लेन में कुल 12 टॉयलेट थे, जिनमें से 11 ब्लॉक हो गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, टॉयलेट ब्लॉक होने के कारण फ्लाइट नंबर AI126 को चार घंटे उड़ने के बाद यू-टर्न लेना पड़ा था।

एयरलाइन ने बताई हैरान करने वाली बात

मामले को लेकर एयर इंडिया की तरफ से सफाई पेश की गई थी। पहले तो एयरलाइन ने इसे तकनीकी कारणों का हवाला देकर विमान लौटने की जानकारी दी थी। लेकिन जब टॉयलेट ब्लॉक होने पर एयरलाइन की फजीहत होने लगी तो कंपनी ने ऐसी बातें बताई जिसने सभी को हैरान कर दिया।

एयर इंडिया ने बताया कि विमान के शौचालय में पॉलीथीन और कपड़े बहा दिए गए थे, जिस वजह से पाइपलाइन जाम हो गई थी और टॉयलेट इस्तेमाल करने लायक नहीं रह गया था। एयर इंडिया के मुताबिक, विमान में कुल 12 शौचालय थे, जिनमें से 8 बंद हो गए थे।

'कंबल, इनरवियर और डायपर'

कंपनी ने यात्रियों के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार के मुद्दे को भी उजागर करते हुए बताया था, हमारी टीमों को शौचालय से पहले भी अन्य कचरे के अलावा कंबल, इनरवियर और डायपर जैसी वस्तुएं मिली थीं, जिन्हें उड़ानों के दौरान शौचालयों में बहा दिया गया था।"

फ्लाइट को वापस शिकागो क्यों ले जाना पड़ा

जिस वक्त विमान के शौचालय ब्लॉक हुए उस वक्त वो अटलांटिक महासागर के ऊपर उड़ान भर रहा था। हालांकि, यूरोप के कुछ शहरों की तरफ विमान को मोड़ने का विकल्प था, लेकिन रात के समय यूरोपीय हवाई अड्डों पर परिचालन प्रतिबंधों के कारण फ्लाइट को वापस शिकागो ले जाना पड़ा।

ये पहला मौके नहीं है, जब एयर इंडिया की फ्लाइट में शौचालय जाम की स्थिति उत्पन्न हुई है। इससे पहले भी ऐसा हुआ था, जिसके बाद एयरलाइन ने बकायदा नोटिस जारी कर लोगों से अपील की थी कि शौचालय में ऐसा कुछ न फेंके जिससे वो जाम हो जाए।

क्यों ब्लॉक हो रहे हैं एयर इंडिया विमान के शौचालय?

विमानों के रखरखाव करने वाले एक इंजीनियर ने बताया कि, एयर इंडिया के कुछ विमान काफी पुराने हो गए हैं, जिस वजह से शौचालय की पाइपों में दिक्कत आने लगी है। अगर शौचालय में शॉल, बेडशीट और तौलिए फ्लश किए जाएंगे तो ये आसानी से ब्लॉक हो सकते हैं।

एयर इंडिया के पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जितेंद्र भार्गव ने बताया, 2007 से लेकर 2010 के बीच एयरलाइन को 23 में से 21 एयरक्राफ्ट मिल चुके थे। बाकी के दो इंडियन एयरफोर्स द्वारा वीवीआईपी लोगों को लाने-ले जाने में इस्तेमाल किया जाता है।

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